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Chandauli News: नौगढ़ शिक्षा विभाग की सुस्ती: सत्र शुरू हुए महीने बीत गए, छात्रों के हाथों में अब तक नहीं नई किताबें!
Chandauli News: नई पाठ्यपुस्तकों के बिना, विद्यालयों में शिक्षण कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। शिक्षक भी पुराने पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ाने में असहज महसूस कर रहे हैं, खासकर तब जब पिछली कक्षाओं की पुस्तकों में वर्तमान सत्र का पाठ्यक्रम उपलब्ध नहीं होता।
नौगढ़ शिक्षा विभाग की सुस्ती: सत्र शुरू हुए महीने बीत गए, छात्रों के हाथों में अब तक नहीं नई किताबें! (सांकेतिक तस्वीर) (Photo- Social Media)
Chandauli News: जिले के नौगढ़ तहसील क्षेत्र के स्कूली छात्रों के लिए नया शैक्षणिक सत्र निराशाजनक साबित हो रहा है। ग्रीष्मावकाश की आहट के बावजूद, क्षेत्र के अधिकांश विद्यालयों में अब तक नई पाठ्य सामग्री नहीं पहुंची है। नतीजतन, विद्यार्थियों को पुरानी और कभी-कभी अनुपयुक्त पुस्तकों से ही अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
किताबों के अभाव में शिक्षा की पटरी से उतरी रफ्तार
नई पाठ्यपुस्तकों के बिना, विद्यालयों में शिक्षण कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। शिक्षक भी पुराने पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ाने में असहज महसूस कर रहे हैं, खासकर तब जब पिछली कक्षाओं की पुस्तकों में वर्तमान सत्र का पाठ्यक्रम उपलब्ध नहीं होता। इस स्थिति ने छात्रों के सीखने की प्रक्रिया को धीमा कर दिया है और उन्हें नवीनतम ज्ञान से वंचित कर दिया है।
महंगाई की मार: अभिभावकों पर बाजार से किताबें खरीदने का दबाव
पुस्तकों की कमी ने अभिभावकों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। उनका कहना है कि विद्यालयों में नई किताबें उपलब्ध नहीं होने के कारण बच्चे लगातार बाजार से किताबें खरीदने की मांग कर रहे हैं। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए यह एक बड़ा बोझ है, खासकर जब सरकार द्वारा मुफ्त पाठ्यपुस्तकों का प्रावधान है।
जानकारी के अनुसार, अधिकांश पुस्तकें नौगढ़ के ब्लॉक संसाधन केंद्र में पहुंच चुकी हैं, लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण वे अभी तक प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों तक नहीं पहुंच पाई हैं। अभिभावकों ने शिक्षा विभाग से तत्काल हस्तक्षेप करने और इस समस्या का समाधान करने का आग्रह किया है ताकि उनके बच्चों की शिक्षा बिना किसी बाधा के चलती रहे।
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