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Chitrakoot News: ट्रेजरी घोटाले में नया खुलासा, एसआईटी ने 12 दलालों की पहचान की
Chitrakoot News: चित्रकूट ट्रेजरी घोटाले में एसआईटी की जांच तेज, कई पेंशनरों से पूछताछ में दलालों का नेटवर्क उजागर, करोड़ों की धनराशि वसूली की प्रक्रिया जारी।
ट्रेजरी घोटाले में नया खुलासा, एसआईटी ने 12 दलालों की पहचान की (Photo- Newstrack)
Chitrakoot News: चित्रकूट। बहुचर्चित ट्रेजरी घोटाले में जांच कर रही एसआईटी लगातार पेंशनरों और संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। गुरुवार को भी कई नामजद पेंशनरों को कोतवाली बुलाकर पूछताछ की गई। सूत्रों के अनुसार, अब तक हुई जांच में करीब एक दर्जन दलालों की पहचान हो चुकी है, जिनकी तलाश में पुलिस की टीमें सक्रिय हैं।
एसआईटी को मिली जानकारी के मुताबिक, कोषागार कर्मियों की मिलीभगत से दलालों ने करोड़ों रुपये का रैकेट तैयार किया था। पेंशनरों के खातों का इस्तेमाल अवैध रूप से धन निकासी के लिए किया गया। जांच के दौरान सामने आया कि दलाल पेंशनरों से यह कहकर पैसा अपने खातों में मंगवाते थे कि यह अस्थायी रूप से जमा कराया जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि पेंशनरों के खातों में आई रकम का लगभग 80 फीसदी हिस्सा दलालों और विभागीय कर्मियों में बांटा जाता था, जबकि पेंशनरों को मात्र 20 फीसदी रकम दी जाती थी। पूछताछ में कई पेंशनरों ने इस बात की पुष्टि की है। अब तक चार दलालों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि अन्य की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
43 करोड़ 13 लाख रुपये के इस घोटाले में एसपी अरुण कुमार सिंह के सख्त रुख के बाद रैकेट से जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया है। कई पेंशनर और दलाल अब शासकीय धन लौटाने में जुटे हैं। अब तक 2 करोड़ 76 लाख 78 हजार 653 रुपये की वापसी हो चुकी है।
घोटाले से जुड़े कई आरोपी अपनी अवैध संपत्ति बेचकर रकम लौटाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि सवाल अब भी यह है कि क्या सरकारी धन लौटाने भर से आरोपी बरी हो जाएंगे या कानून उन्हें सख्त सजा देगा। फिलहाल जांच का दायरा बड़ा होता जा रहा है और कई प्रभावशाली नाम भी जांच के घेरे में हैं।
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