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UP News: ’भारत में पशु नस्लों का विकास’ विषयक कार्यशाला का सीएम ने किया शुभारंभ, बोलेः किसान की समृद्धि बिना खुशहाली संभव ही नहीं
CM Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और किसान की समृद्धि के बगैर खुशहाली संभव ही नहीं है।
CM Yogi Adityanath
UP News: उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ में शनिवार को ‘भारत में पशु नस्लों का विकास’ विषयक कार्यशाला आयोजित की गयी। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यशाला का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण संस्थान तथा पशुपालन अवसंरचना विकास निधि के तहत यूपी में तीन प्रोजेक्ट (अमेठी, बरेली व मथुरा) का उद्घाटन और पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।
किसान की समृद्धि बिना नहीं आ सकती खुशहाली
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और किसान की समृद्धि के बगैर खुशहाली संभव ही नहीं है। भारत में कृषि और पशुधन एक-दूसरे के पूरक माने जाते हैं। हर किसान के घर में पशुधन जरूर होगा और पशुपालक भी खेती-किसानी से जुड़े होंगे। किसान और पशुपालक के आपसी संबंध को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने बीते 11 साल में किसानों की समृद्धि के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में भी डबल इंजन सरकार ने किसानों को बेहतर खेती के लिए ऊर्जा का लाभ पहुंचाया है। दुग्ध उत्पादन में उत्तर प्रदेश देश में नंबर एक पर है।
मुख्यमंत्री ने पशुओं के एफएमडी बीमारी (खुरपका-मुंहपका) की चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि यूपी के एफएमडी से बचाव के लिए वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू हुए। पशुधन पर भी स्थान के क्लाइमेटिक जोन, पालन, रखरखाव और नस्ल का असर दिखायी देता है। अलग-अलग जगहों के गोवंश भी अलग-अलग दिखायी देते हैं। स्थानीय स्तर पर देसी पद्धतियों से नस्ल को सुधारने के लिए जिसने प्रयास किए। उन्हें अच्छी नस्ल के गोवंश को बढ़ाने में सफलता हालिस की है। वहीं जो लोग कोशिश नहीं कर सके, वहां पशुधन पिछड़ा हुआ था। आज के समय में बहुत सी स्थानीय नस्लें लुप्तप्राय की कगार पर पहुंच गयी हैं। ऐसे लुप्तप्राय पशुधनों पर अगर पशुपालक ध्यान देंगे तो उन्हें स्थायी समृद्ध निधि दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पांच मिल्क प्रोड्यूसर कार्यरत है। इनमें झांसी के बलिनी, आगरा, गोरखपुर और काशी जनपद शामिल है। इन मिल्क प्रोड्यूसरों के साथ लाखों महिलाएं भी जुड़ी हुई हैं। इन समितियों के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है। पशुपालकों को गोवंशों की अच्छी नस्ल की भी चिंता रहती हैं। इस अवसर पर पशुधन, दुग्ध विकास एवं राजनैतिक पेंशन विभाग के मंत्री धर्मपाल सिंह, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह, केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बंघेल, केंद्रीय राज्यमंत्री जॉर्ज कुरियन उपस्थित रहे।
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