Etah News: मेडिकल कॉलेज एटा में भ्रष्टाचार की जांच कमेटी की दबंगई! सच उजागर करने पर महिला डॉक्टर से की गई अभद्रता, दी जान से मारने की धमकी

Etah News: डॉक्टर अंकिता ने मेडिकल कॉलेज में फैले भ्रष्टाचार और वरिष्ठ चिकित्सकों की अनियमित उपस्थिति को उजागर किया था, जिसके बाद उन्हें प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है।

Sunil Mishra
Published on: 1 Aug 2025 11:16 AM IST
Etah News: मेडिकल कॉलेज एटा में भ्रष्टाचार की जांच कमेटी की दबंगई! सच उजागर करने पर महिला डॉक्टर से की गई अभद्रता, दी जान से मारने की धमकी
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Etah News: जनपद एटा स्थित वीरांगना अवंतीबाई लोधी ऑटोनोमस स्टेट मेडिकल कॉलेज एक बार फिर विवादों के केंद्र में है। इस बार कॉलेज की महिला डॉक्टर डॉ. अंकिता शर्मा के साथ कथित अभद्रता, मानसिक उत्पीड़न और जान से मारने की धमकी को लेकर गंभीर आरोप सामने आए हैं। डॉक्टर अंकिता ने मेडिकल कॉलेज में फैले भ्रष्टाचार और वरिष्ठ चिकित्सकों की अनियमित उपस्थिति को उजागर किया था, जिसके बाद उन्हें प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है।

भ्रष्टाचार की शिकायत पर बनी जांच कमेटी खुद संदेह के घेरे में

10 जुलाई 2025 को मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा जारी एक कार्यालय आदेश (पत्रांक: मे०का०एटा/उप प्राचार्य/2025/114) में डॉ. अंकिता शर्मा की शिकायत पर सात सदस्यीय जांच समिति गठित की गई। इस कमेटी के अध्यक्ष मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस चन्द्रा बनाए गए हैं, जबकि सदस्य के रूप में शामिल अन्य डॉक्टरों में से कई खुद अनियमित उपस्थिति के लिए कुख्यात हैं।इनमें शामिल हैं:

डॉ. अरशद जमाल – चिकित्सा अधीक्षक

डॉ. स्नेहा अग्रवाल – विभागाध्यक्ष, फिजियोलॉजी

डॉ. मनोज यादव – विभागाध्यक्ष, डेंटल

डॉ. सत्यवीर शर्मा – सहायक आचार्य, सर्जरी विभाग

डॉ. अजय सिंह – नेत्र रोग विभाग

गौरतलब है कि डॉ. सत्यवीर शर्मा, जो स्वयं पर सप्ताह में केवल एक दिन कॉलेज आने का आरोप झेल रहे हैं, बैठक में उपस्थित ही नहीं थे। बावजूद इसके उन्हें जांच समिति में सदस्य बनाया गया। यह स्थिति जांच की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े करती है।

महिला डॉक्टर से अभद्रता, धमकी और दबाव

31 जुलाई 2025 को समिति की बैठक में डॉ. अंकिता शर्मा को बुलाया गया था, जहां उन्होंने कार्यवाही की रिकॉर्डिंग और लिखित दस्तावेज़ीकरण की मांग की, जिससे जांच पारदर्शी हो सके। लेकिन इसके जवाब में जांच समिति के सदस्य भड़क उठे और मोबाइल बाहर रखने का आदेश दे दिया गया। विरोध करने पर डॉ. अरशद जमाल ने उन्हें "गेट आउट" कहते हुए गालियां दीं और जान से मारने की धमकी दी।डॉ. अंकिता का कहना है कि यह पूरी साजिश प्राचार्या डॉ. रजनी सिंह पटेल के संरक्षण में रची गई है, ताकि भ्रष्टाचार के खिलाफ उठी आवाज को दबाया जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें वेतन रोके जाने, स्थानांतरण की धमकी और लगातार मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है।

पुलिस में दी गई तहरीर

डॉ. अंकिता शर्मा ने इस पूरे प्रकरण की तहरीर थाना कोतवाली देहात में दी है। प्रभारी निरीक्षक आर.के. सिंह ने पुष्टि की है कि तहरीर प्राप्त कर ली गई है और मामले की जांच जारी है।

पुरानी समस्याएं अब फिर सुर्खियों में

सूत्रों के अनुसार, मेडिकल कॉलेज में कई विभागों के एचओडी व वरिष्ठ डॉक्टर नियमित रूप से उपस्थित नहीं रहते, जिससे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई और मरीजों की देखभाल बुरी तरह प्रभावित हो रही है। यह मुद्दा पूर्व में भी सोशल मीडिया पर उठ चुका है, लेकिन ठोस कार्रवाई अब तक नहीं हुई।

अब उठते हैं ये सवाल:

क्या महिला डॉक्टर को न्याय मिलेगा? क्या भ्रष्टाचार उजागर करने वालों को सुरक्षा मिलेगी? या फिर ये मामला भी जांच और फाइलों की भूलभुलैया में दबा दिया जाएगा? स्वास्थ्य विभाग, शासन और जिला प्रशासन की भूमिका अब इस पूरे मामले में निर्णायक साबित होगी।वही अंकिता शर्मा ने बताया थाना पुलिस द्वारा अभी तक मेरी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है अब मैं उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत कर रिपोर्ट दर्ज कराऊंगी ।

आपको बताते चलें बीते कई महीनों से एटा का मैडिकल कालेज विभिन्न अवैध तरीके से चल रहे मामलों को लेकर चर्चा में रहा हैं मीडिया ने भी खबरें प्रमुखता से प्रकाशित की अधिकारी व जनप्रतिनिधि आंखे बंद किए रहे और आज तक कोई कार्रवाई नहीं होना इस भ्रष्ट तंत्र को मूक समर्थन की पुष्टि करता है।उसके बाद मैडिकल कालेज के एक चिकित्सक ने उत्पीड़न से परेशान होकर बगावत कर क्रान्ती का विगुल फूंक दिया और मैडिकल के अंदर हो रहे भष्टाचार और मरीजों के हक पर डाका डाल रहे चिकित्सकों के नाम तथा न आने का खुलासा कर देने से पूरे भ्रष्टाचार के सिस्टम की ही पोल खुल गयी है।

जांच अधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कमेटी के अध्यक्ष डॉ एस चंद्र ने बताया बीते दिन जांच के समय डॉक्टर जमाल तथा डॉक्टर अनीता के बीच किसी आपस में तकरार हो गई और जांच नहीं हो सकी और डॉक्टर जमाल द्वारा उसे गेट आउट बोलने पर वहस बढने पर वह चली गई जांच अधूरी है और अब मेंजांच नहीं करूंगा में प्राचार्या को कमेटी से अपना नाम हटा देने के लिए पत्र लिख रहा हूँ ।साथ ही उन्होंने बताया कि डाक्टर अनीता की तनुखा क्यों रोकी गयी कारण वह नही बता सके।

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