TRENDING TAGS :
Firozabad News: आरपीएफ प्रभारी पर पंजीकृत वेंडर ने कमरे में बंद कर मारपीट का लगाया आरोप, पांच हजार रुपये छीने
Firozabad News: गौरव ने रविवार को जीआरपी थाने में एक शिकायती पत्र दिया है। जिसमें उसने आरपीएफ प्रभारी और सिपाही पर मारपीट करने तथा जेब में रखे 5 हजार रुपये छीनने का आरोप लगाया है।
आरपीएफ प्रभारी पर पंजीकृत वेंडर ने कमरे में बंद कर मारपीट का लगाया आरोप, पांच हजार रुपये छीने (Photo- Social Media)
Firozabad News: फ़िरोज़ाबाद जिले के शिकोहाबाद। आरपीएफ प्रभारी पर एक पंजीकृत वेंडर ने मारपीट का आरोप लगा कर सनसनी फैला दी है। आरोप है कि वेंडर को कमरे में कैमरा बंद कर बेरहमी से पीटा और उसकी जेब में रखे पांच हजार रुपये छीन लिए। इस मामले में पीड़ित ने जीआरपी चौकी पर तहरीर दी है।
मामला शनिवार सुबह लगभग 11 बजे का है। एक सवारी गाड़ी में पीड़ित एक यात्री की मांग पर पानी की बोतल देने ट्रैन में गया था। जब वह लौट कर आ रहा था तो रास्ते में उसे आरपीएफ प्रभारी और सिपाही शिवलाल मीना ने थाने पर बुलाया । जब वह वहां पहुंचा तो उक्त दोनों लोगों ने उसे गाली गलौज करते हुए मारपीट की। पीड़ित ने जीआरपी थाने में तहरीर दी है। जिसमें उसने कहा है कि वह लाइसेंसी स्टॉल पर वेंडर का काम करता है। शनिवार को आरपीएफ ने चेकिंग की और अवैध रूप से काम करने वाले वेंडर के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान आरपीएफ प्रभारी ने बैंडर गौरव गुप्ता को पकड़ लिया और उसे थाने पर बुलाया। पीड़ित का आरोप है कि यहां उसके साथ मारपीट की गई और एक फार्म पर हस्ताक्षर करा कर छोड़ दिया।
वेंडर का आरोप कमरे में बंद कर की पिटाई, पांच हजार रुपये छीने
इस मामले में गौरव ने रविवार को जीआरपी थाने में एक शिकायती पत्र दिया है। जिसमें उसने आरपीएफ प्रभारी और सिपाही पर मारपीट करने तथा जेब में रखे 5 हजार रुपये छीनने का आरोप लगाया है। उसका आरोप है कि आरपीएफ प्रभारी ने उसे कमरे में बंद किया और सीसीटीवी कैमरा बंद करने के बाद मारपीट की एवं जेब में रखे पांच हजार रुपये भी छीन लिए। इतना ही नहीं उसे धमकी दी कि अगर इस बात को तूने किसी से कहा तो तुझे और तेरे परिवार को संगीन धाराओं में बंद कर जेल में सड़वा दूंगा। इस मामले में गौरव ने जीआरपी थाने में आरपीएफ प्रभारी और सिपाही के विरुद्ध तहरीर दी है। पीड़ित का कहना है कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह मानवाधिकार का दरबाजा खटखटाने के लिए मजबूर होगा।
इस संबंध में जीआरपी प्रभारी हरीश कुमार का कहना है कि गौरव तहरीर लेकर उनके पास आए थे। लेकिन रिपोर्टिंग चौकी ना होने के कारण उन्हें जीआरपी थाना फिरोजाबाद की कह कर भेज दिया है। वहीं इस बारे में आरपीएफ प्रभारी आनंद का कहना है कि इस तरह का कोई मामला नहीं है। उन पर जो आरोप लगाये जा रहे हैं, वे निराधार हैं।
मामला 13 जून का है। दो वेंडरों से झगड़ा हुआ था। जिसके बाद प्रभारी ने उन्हैं पकड़ कर चेतावनी के बाद छोड़ दिया था। इसके बाद 14 जून को गौरव को थाने पर बुलाया और उस पर आरोप लगाया कि तूने वेंडरों के साथ मारपीट का वीडियो वायरल किया है। जब उसने मना किया तो उसके साथ मारपीट की गई और जेब से रुपये निकाल लिए गये। पीड़ित का आरोप है कि जबकि उससे उसका कोई संबंध नहीं है और ना ही उसने वीडियो बनाया है। लेकिन काफी मना करने के बाद भी आरपीएफ प्रभारी और सिपाही ने उसके साथ मारपीट की।
Start Quiz
This Quiz helps us to increase our knowledge