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Ghazipur News: नोनहरा लाठीचार्ज कांड में पुलिस अधीक्षक ने 6 को किया सस्पेंड 5 हुए लाईन हाजिर
गाजीपुर के नोनहरा थाने में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज में सियाराम उपाध्याय की मौत, 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड, 5 लाइन हाजिर। विपक्षी विरोध के बाद मामला बढ़ा।
Ghazipur News: गाजीपुर जनपद के नोनहरा थाने परिसर में धरना दे रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं को नोनहरा पुलिस ने लाईट बंद कर बुरी तरह से पिटा जिसमें रुकुनुद्दीनपुर निवासी सियाराम उपाध्याय की आज कल सुबह अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई । परिजनों ने बताया की सियाराम उपाध्याय विकलांग थे जब पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो वो थाने परिसर से भाग नहीं पाये और वो गिर पड़े इसके उपरांत भी बेरह पुलिस की लाठी उनके उपर गिरती रही । उनको पुलिस कर्मियों ने इतना पिटा की उनका पुरा शरीर काला पड़ गया था । सियाराम उपाध्याय के बुजुर्ग पिता ने बताया की मेरा बेटा विकलांग था । मेरे बेटे को जिसने मारा है उसके उपर मुकदमा दर्ज होना चाहिए। वहीं इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ने नोनहरा थाने में तैनात 6 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया जबकि 5 पुलिस कर्मियों को लाईन हाजिर कर दिया गया है । लाईन हाजिर व सस्पेंड किये गये ये है पुलिस कर्मी पुलिसकर्मी को किया निलंबित थाना प्रभारी निरीक्षक वेंकटेश तिवारी, दरोगा अवधेश कुमार राय, हेड कॉन्स्टेबल नागेंद्र सिंह यादव, सिपाही धीरज सिंह, अभिषेक पांडेय, राकेश कुमार।
ये पुलिसकर्मी हुए लाइनहाजिर
दरोगा कमलेश गुप्ता, जुल्फिकार अली, सिपाही मुलायम सिंह, राघवेंद्र मिश्र, राजेश कुमार।
भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राय का हुआ विरोध
वहीं बीजेपी के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राय ने सियाराम को बीजेपी कार्यकर्ता होने से साफ इंकार कर दिया था । तब बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया । आखिर ओमप्रकाश राय को गुरुवार के दिन मृतक सियाराम के घर पहुंच बीजेपी कार्यकर्ता होना स्वीकार किया तब जाकर उनका विरोध रुक सका वहीं नोनहरा थाने के अंदर का एक विडियो सामने आया है । जिसमें नोनहरा पुलिस बीजेपी कार्यकर्ताओं को दौड़ा दौड़ा कर पिट रही है । प्रयागराज हाईकोर्ट के वकील डाक्टर गजेन्द्र सिंह यादव बीजेपी कार्यकर्ता की मौत का मामला राज्य मानवाधिकार में दर्ज कराया है ।
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया चालीस पच्चास लोग गेट बंद कर के पिटा
मृतक सियाराम उपाध्याय के साथ नोनहरा थाने में धरना दे रहे गांव के ही साथी ने बताया की हम लोग शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे रहे थे । तभी एक बजे के आसपास थानाध्यक्ष वेंकेटेश तिवारी के निर्देश पर लाईट बंद कर हम लोगों को चालीस पच्चास पुलिस कर्मियों ने मिलकर पिटना शुरू कर दिया । कुछ लोगों ने बताया की पुलिस इतनी बेरह हो चुकी थी की किसको कहां चोटे आई रही है । उससे मतलब नहीं था । धरना दे रहे गांव के लोगों ने बताया की सियाराम भाग नहीं पाये उन्हें चार पुलिसकर्मीयो मिलकर पिटा जिससे वो बुरी तरह से घायल हुए थे । लोगों ने कहां की हम लोग चाहते हैं की इस घटना में जितने भी पुलिस शामिल हैं । सबके ऊपर मुकदमा दर्ज कर नोनहरा थाने के लाकअप में ही बंद किया जाये ।
अंग्रेजी हुकूमत की आ गई याद
नोनहरा पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर इतना जुल्म किया की फिल्मों में दिखाए जाने वाले अंग्रेजी हुकूमत की याद दिला दी। वहां मौजूद ग्रामीणों ने बताया की पुलिस की इतनी बर्बरता फिल्मों में ही दिखाया जाता था लेकिन ये आज असली पुलिस ने कर दिखाया।
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