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Hapur News: भ्रष्टाचार के आरोप में एबीएसए रचना सिंह सस्पेंड, शिक्षकों के आवेदनों को लटकाने-अवैध वसूली की शिकायत पर कार्रवाई
Hapur News: शासन ने सिटी खंड शिक्षा अधिकारी (एबीएसए) रचना सिंह को निलंबित कर दिया।
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Hapur News: हापुड़ शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। शासन ने सोमवार दोपहर सिटी खंड शिक्षा अधिकारी (एबीएसए) रचना सिंह को निलंबित कर दिया। उन पर गंभीर आरोप लगे थे कि वह शिक्षकों के विभिन्न आवेदनों को महीनों तक जानबूझकर रोके रखती थीं और अवैध वसूली की मंशा से उन्हें परेशान करती थीं।
सामाजिक कार्यकर्ता की शिकायत पर शासन ने की कार्यवाही
शासन को यह कार्रवाई तब करनी पड़ी, जब सामाजिक कार्यकर्ता सीए हर्ष अग्रवाल ने आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया गया कि रचना सिंह शिक्षकों से जुड़े वेतन एरियर, अवकाश और अन्य प्रशासनिक आवेदनों को समय पर निस्तारित नहीं करतीं, बल्कि उन्हें लटकाए रखती हैं ताकि दबाव बनाकर रिश्वत ली जा सके।
जांच में पुष्टि हुई लापरवाही और भ्रष्टाचार की मंशा
निदेशालय के निर्देश पर मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) मेरठ ने जांच शुरू की। जांच में यह तथ्य सामने आया कि प्राथमिक विद्यालय धर्मपुर की सहायक अध्यापिका उषा रानी ने 4 मार्च को वेतन एरियर का आवेदन ऑनलाइन पोर्टल पर किया था। नियमानुसार सात दिन के भीतर पत्रावली आगे बढ़ाई जानी चाहिए थी, लेकिन एबीएसए ने इसे जानबूझकर अपने पास रोके रखा।
अप्रैल में जब यह पत्र वित्त एवं लेखाधिकारी तक पहुंचा तो विलंब के कारण इसे लौटा दिया गया और आवेदन स्वीकृत नहीं हो पाया।यही नहीं, जांच में यह भी पाया गया कि प्राथमिक विद्यालय नली की सहायक अध्यापिका तारावती, मंसूरपुर की रीता, भटैला के सुनील कुमार और पूनम शर्मा के अवकाश व एरियर संबंधी पत्र भी बिना कारण लंबित रखे गए। महानिदेशक स्कूल शिक्षा के आदेशों के बावजूद इन आवेदनों पर कार्रवाई नहीं की गई।
स्थानीय स्तर पर भी शिकायतें हुईं नजरअंदाज
सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष अग्रवाल ने बताया कि रचना सिंह के भ्रष्टाचार के कई साक्ष्य इकट्ठे कर जांच अधिकारी को सौंपे गए। इन साक्ष्यों को स्थानीय अधिकारियों के सामने भी प्रस्तुत किया गया, लेकिन तब किसी ने संज्ञान नहीं लिया। अंततः शासन स्तर से कार्रवाई हुई।
शासन की कड़ी कार्रवाई, विस्तृत जांच होगी
बीएसए रितु तोमर ने पुष्टि की कि शासन का निलंबन पत्र प्राप्त हो चुका है। रचना सिंह के खिलाफ विस्तृत विभागीय जांच की जाएगी। इस बीच, शहर का अतिरिक्त कार्यभार एबीएसए मुख्यालय देशराज वत्स को सौंपा गया है। हर्ष अग्रवाल ने कहा, “यह केवल रचना सिंह का मामला नहीं है, बल्कि शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें उजागर करता है। शिक्षकों को उनके हक से वंचित करना और आवेदनों को लटकाना बेहद शर्मनाक है। शासन की कार्रवाई स्वागत योग्य है।” शिक्षकों का कहना है कि रचना सिंह के निलंबन से अब अन्य भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई का मार्ग प्रशस्त होगा।
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