Jhansi News: झाँसी में प्रथम बार जटिल हाईटल हार्निया का किया ऑपरेशन महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज ने एक और उपलब्धि की हासिल

Jhansi News: लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज में प्रथम बार जटिल हाईटल हार्निया का ऑपरेशन किया गया। इस प्रकार मेडिकल कालेज ने एक ओर उपलब्धि हासिल की है।

Gaurav kushwaha
Published on: 13 Aug 2025 6:03 PM IST
Jhansi News: झाँसी में प्रथम बार जटिल हाईटल हार्निया का किया ऑपरेशन महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज ने एक और उपलब्धि की हासिल
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Jhansi medical college

Jhansi News: महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज में प्रथम बार जटिल हाईटल हार्निया का ऑपरेशन किया गया। इस प्रकार मेडिकल कालेज ने एक ओर उपलब्धि हासिल की है। इसके लिए जिलाधिकारी ने मेडिकल कालेज के प्रिसिंपल मयंक सिंह और प्रोफेसर डॉ नीरज कुमार बनोरिया की टीम को बधाई दी है।

महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज में एक मरीज जिसका नाम महेन्द्र है। वह गुरसरांय का रहने वाला है। जिनको लगातार सीने में जलन और खाना खाने के बाद खाना दुबारा पेट से बापस गले में आने की तकलीफ थी। जिसके लिए वह महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में 28 जुलाई को दिखाने के लिए आए। मरीज को भर्ती होने की सलाह दी गई और मरीज को डॉ. नीरज कुमार बनोरिया (विभागाध्यक्ष) (सर्जरी विभाग) के अंतर्गत भर्ती किया गया।

हाईटल हर्निया एक दुर्लभ बीमारी

भर्ती होने के पश्चात प्रोफेसर डॉ. नीरज कुमार बनोरिया ने मरीज की जाँचे कराने के उपरान्त यह पता चला कि निचला एसोफेजियल स्फिंक्टर और आपके पेट का ऊपरी हिस्सा आपके डायाफ्राम के माध्यम से आपके सीने के क्षेत्र में ऊपर की ओर खिसक गया है, इस बीमारी को "हाईटल हर्निया" नाम से जाना जाता है। यह एक दुर्लभ बीमारी है। हाईटल हर्निया के ज़्यादातर मामलों में, लक्षण नज़र नहीं आते और उन्हें इलाज की ज़रूरत नहीं होती। हाईटल हर्निया के और भी गंभीर लक्षण, जो बिगड़ सकते हैं, उनमें निगलने में तकलीफ़, सीने में जलन, डकार, थकान और सीने में दर्द शामिल हैं।

सर्जरी के छह घंटे पहले मरीज को भोजन और पानी नहीं दिया

इसके लिए मरीज को दूरबीन द्वारा ऑपरेशन की सलाह दी गई। मरीज का ऑपरेशन 30 जुलाई 2025 को किया जाना सुनिश्चित किया गया, सर्जरी के निर्धारित समय के 6 घंटे पहले से मरीज को भोजन और पानी नहीं दिया गया। इसके पश्चात् टेम्परेचर, पल्स,ब्लड प्रेशर, शुगर के बारे में भी बताया गया। ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ईसीजी, ब्लड टेस्ट और एक्स-रे जैसी बाकी की जाँच पूरी की गयी। एनेस्थेएनेस्थेटिस्ट डॉक्टर सहित उनकी टीम को जाँच रिपोर्ट शेयर करते हुए मरीज का दूरबीन विधि द्वारा सफलतापूर्वक प्रथम बार ऑपरेशन किया गया। मरीज ऑपरेशन के उपरान्त ठीक है और अब अस्पताल से उनकी छुट्टी की जा रही है।

डीएम ने सर्जरी एवं एनेस्थीसिया विभाग की टीम को दी बधाई

महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कालेज में प्रथम बार हुए ऐसे जटिल ऑपरेशन को करने पर जिलाधिकारी मृदुल चौधरी एवं डॉ. मयंक सिंह (प्रधानाचार्य) (मेडिकल कॉलेज) ने इस बीमारी को अत्यन्त दुर्लभ बताते हुए, सफलतापुर्वक ऑपरेशन करने के लिए सर्जरी विभाग की टीम एवं एनेस्थीसिया विभाग की टीम को बधाई दी और आगे भी इसी प्रकार के जटील ऑपरेशन करने के लिए दोनो विभागो को प्रोत्साहित किया।

सर्जरी विभाग की टीम ने किया था ऑपरेशन

सर्जरी विभाग की टीम में डॉ. (प्रोफेसर) नीरज कुमार बनोरिया (विभागाध्यक्ष), डॉ. राहुल लिटोरिया (एमएस), डॉ. विजय शर्मा, डॉ. शिखर, डॉ. शिष्टी, डॉ. संदीप, डॉ. अंशु , डॉ. नितिन, डॉ. विद्वषी, डॉ. संजीव, डॉ. चन्द्रप्रकाश, जटिल ऑपरेशन में एनेस्थीसिया विभाग की टीम डॉ. फाहद, डॉ. रवि शंकर, डॉ. दत्ता, डॉ. अमित के साथ डॉ. अंजली, डॉ. शर्धि टीम में शामिल रहीं।

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