नीम करौली बाबा की जीवन पर आधारित फिल्म ट्रिलॉजी ! बाबा की सादगी-श्रद्धा अब पर्दे पर, वैश्विक मंच तक पहुंचाने का लक्ष्य

Film Trilogy Neem karoli Baba: नीम करौली बाबा की आध्यात्मिक शक्ति ने दुनिया के मशहूर नामों जैसे स्टीव जॉब्स, जूलिया रॉबर्ट्स और मार्क जुकरबर्ग को भारत की ओर आकर्षित किया था।

Virat Sharma
Published on: 4 July 2025 7:49 PM IST
Lucknow News
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Photo- Vishal Chaturvedi & Team

Film Trilogy एक ओर जहां कंटेंट की दुनिया ट्रेंड्स और ग्लैमर की दिशा में दौड़ रही है, वहीं लखनऊ से एक नया कदम उठाया गया है जो स्थानीय कहानियों को उनकी जड़ों से जोड़ने की कोशिश करेगा। लेखक, फिल्ममेकर और एंटरप्रेन्योर डॉ. विशाल चतुर्वेदी ने अपने नए मीडिया नेटवर्क 'स्वभू' की घोषणा की है, जो न सिर्फ भारतीय कहानियों को जीवंत करेगा, बल्कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक पहचान दिलाएगा।

नीम करौली बाबा पर आधारित ट्रिलॉजी, आध्यात्मिकता का एक नया अध्याय

स्वभू के तहत पहली बड़ी परियोजना के रूप में नीम करौली बाबा पर आधारित एक फिल्म ट्रिलॉजी की पेशकश की जाएगी। यह फिल्में हिंदी, अंग्रेजी, ब्रज, भोजपुरी और अवधी भाषाओं में बनाई जा रही हैं। डॉ. विशाल चतुर्वेदी ने फिल्म ट्रिलॉजी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह परियोजना उनकी पुस्तक डिवाइन डिटूअर डैट चेंज माय लाइफ' से प्रेरित है, जिसका प्रकाशन ट्रुथ एंड सोशल पब्लिकेशन ने किया है।



नीम करौली बाबा की आध्यात्मिक शक्ति ने दुनिया के मशहूर नामों जैसे स्टीव जॉब्स, जूलिया रॉबर्ट्स और मार्क जुकरबर्ग को भारत की ओर आकर्षित किया था। अब उनकी जीवन यात्रा को उस धरती से उसी सादगी और श्रद्धा के साथ पर्दे पर लाया जाएगा, जहां उनकी गाथा शुरू हुई थी।

क्या है स्वभू

स्वभू सिर्फ एक कंपनी नहीं, बल्कि एक ऐसा मंच है जो उत्तर प्रदेश के युवाओं को अपने रचनात्मक प्रयासों को स्थानीय जड़ों से जोड़कर वैश्विक स्तर तक पहुंचाने का अवसर देगा। डॉ. विशाल चतुर्वेदी का मानना है कि दिल को छूने वाली कहानियां उन्हीं जगहों से आती हैं, जहां इन्हें जिया जाता है, छोटे शहरों, गांवों की बोलियों और आम लोगों के अनुभवों से।

ओटीटी प्लेटफॉर्म स्टेज का साथ, लोकल भाषाओं में विस्तार

स्वभू का यह सफर और भी दिलचस्प हो जाता है जब लोकल भाषाओं की बात आती है। स्वभू के साथ ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म 'स्टेज' जुड़ा है, जो हरियाणवी, राजस्थानी, और भोजपुरी जैसी लोकल भाषाओं पर आधारित सामग्री को बड़े पर्दे से डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर लाएगा। परवीन सिंगल, 'स्टेज' के सह संस्थापक और मुख्य क्रिएटिव अधिकारी ने कहा कि वे स्वभू के साथ साझेदारी को लेकर बेहद खुश हैं। इस साझेदारी का उद्देश्य स्थानीय कहानियों को वैश्विक दर्शकों तक पहुँचाना है, ताकि ये कहानियाँ केवल पर्दे तक सीमित न रहें, बल्कि हर मोबाइल और हर गाँव के घर तक पहुँच सकें।

डॉ. विशाल चतुर्वेदी भारतीय सिनेमा और टेलीविजन का एक नया चेहरा

डॉ. विशाल चतुर्वेदी का सिनेमा और टेलीविजन इंडस्ट्री में गहरा योगदान रहा है। उन्होंने ‘गुलाब गैंग’, ‘हुड़दंग’, और ‘डेढ़ बीघा ज़मीन’ जैसी फ़िल्मों पर काम किया है और हाल ही में लिखी उनकी टीवी सीरीज 'फौजी-2' दूरदर्शन पर प्रसारित हो रही है। इसके अलावा, वह प्रसिद्ध निर्देशकों जैसे अनुभव सिन्हा और विवेक अग्निहोत्री के साथ भी काम कर चुके हैं।



इस नई पहल के साथ डॉ. चतुर्वेदी न सिर्फ अपनी फिल्मकारिता को एक नए आयाम पर ले जा रहे हैं, बल्कि एक मंच भी तैयार कर रहे हैं जो स्थानीय संस्कृति और कहानियों को एक वैश्विक पहचान देने की दिशा में काम करेगा।

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