Lucknow News: महिला कर्मचारी से बदसलूकी मामले में मंत्री असीम अरुण के निजी सचिव की बढ़ेगी मुश्किलें! महिला सुरक्षा को लेकर शासन स्तर पर शुरू हुआ मंथन

Lucknow News: महिला संविदा कर्मी से छेड़छाड़ मामले में जांच तेज़, 164 के बयान के बाद IPC की और गंभीर धाराएं जुड़ने की संभावना, विभागों में महिला सुरक्षा को लेकर मंथन

Hemendra Tripathi
Published on: 2 Aug 2025 1:46 PM IST
Lucknow News: महिला कर्मचारी से बदसलूकी मामले में मंत्री असीम अरुण के निजी सचिव की बढ़ेगी मुश्किलें! महिला सुरक्षा को लेकर शासन स्तर पर शुरू हुआ मंथन
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Lucknow News: लखनऊ के समाज कल्याण विभाग स्थित भागीदारी भवन में कार्यरत महिला संविदा कर्मचारी से कथित छेड़छाड़ मामले में सस्पेंड निजी सचिव जय किशन सिंह की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। पीड़िता को मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 के तहत बयान दर्ज कराने का नोटिस भेजा गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, बयान दर्ज होते ही आरोपी पर और गंभीर धाराएं जैसे IPC 354A, 506, 509 जोड़ी जा सकती हैं। यदि मामला और गंभीर पाया गया तो पॉक्सो एक्ट की धाराएं भी लग सकती हैं। डीसीपी की निगरानी में गोमतीनगर पुलिस जांच में जुटी है। इस घटना के बाद महिला सुरक्षा को लेकर शासन स्तर पर मंथन शुरू हो गया है। मंत्री असीम अरुण ने डिजिटल निगरानी और महिला हेल्पलाइन जैसी व्यवस्थाओं को मजबूत करने की बात कही है। विभागीय स्तर पर भी CCTV कैमरे लगाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।

पीड़िता का बयान बनेगा जांच की दिशा तय करने वाला मोड़

पुलिस ने पीड़िता को सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराने का नोटिस भेजा है। इस बयान के आधार पर मामले में गंभीर धाराएं जुड़ सकती हैं। यह बयान न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज किया जाएगा, जिसकी कानूनी वैधता अधिक होती है। आपको बता दें कि समाज कल्याण विभाग के मंत्री असीम अरुण के निर्देश पर आरोपी निजी सचिव जय किशन सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया था। यह कार्रवाई विभागीय अनुशासन और महिला सम्मान को ध्यान में रखकर की गई।

पुलिस की जांच में तेजी, महिला सुरक्षा को लेकर सिस्टम अलर्ट

डीसीपी की निगरानी में गोमती नगर थाने की टीम इस मामले में गंभीरता से जांच कर रही है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण और मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग पहले ही पूरी की जा चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती जा रही। इसके साथ ही इस मामले के बाद समाज कल्याण समेत कई विभागों में महिला कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर समीक्षा शुरू हो गई है। भागीदारी भवन में सीसीटीवी कैमरे लगाने और डिजिटल निगरानी सिस्टम की योजना बनाई जा रही है। मंत्री ने महिला स्टाफ के लिए हेल्पलाइन की समीक्षा का निर्देश दिया है।

संगठनों और आयोग की सराहना, महिला कर्मियों में दिखा भरोसा

राज्य महिला आयोग और यूपी महिला कर्मचारी संघ ने मंत्री असीम अरुण की ओर से मामला सामने आते ही की गई कार्रवाई की सराहना की है। विभाग की अन्य महिला कर्मचारियों ने इसे 'ऐतिहासिक और साहसी कदम' बताया है। एक अधिकारी ने कहा कि पहली बार किसी मंत्री ने महिला स्टाफ की बात तुरंत सुनी और कार्रवाई की।

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