महिला की चीख सुनते ही मंत्री असीम अरुण ने किया इंसाफ! अपने ही निजी सचिव को अश्लीलता के आरोप में खुद बुलाई पुलिस, करवाया गिरफ्तार

Lucknow News: लखनऊ में मंत्री असीम अरुण ने महिला कर्मचारी से अश्लील हरकत करने वाले अपने निजी सचिव जय किशन सिंह को खुद पुलिस बुलाकर गिरफ्तार करवाया। मंत्री की इस सख्त कार्रवाई को सोशल मीडिया पर सराहा जा रहा है। उन्होंने कहा, अपराधी कोई भी हो, कानून सबके लिए बराबर है।

Hemendra Tripathi
Published on: 31 July 2025 7:07 PM IST
Lucknow news
X

UP Minister Asim Arun Gets His Own Secretary Arrested for Molestation of Woman Staff

Lucknow News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के कार्यकाल के दौरान कई पुलिस अधिकारियों व सरकार के मौजूदा मंत्रियों की ओर से अनेकों मामलों में ऐसी कार्रवाई की जाती है, जो अन्य के लिए एक मिसाल बनने का काम करती है। ऐसा ही कुछ गुरुवार को राजधानी लखनऊ में देखने को मिला, जहां उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और पूर्व IPS अधिकारी असीम अरुण ने अपने निजी सचिव पर कार्रवाई कर बड़ी मिसाल पेश की है। आपको बता दें कि लखनऊ के समाज कल्याण विभाग में कार्यरत महिला कर्मचारी से अश्लील हरकत के आरोप पर मंत्री ने स्वयं पुलिस को बुलाकर सचिव जय किशन सिंह को गिरफ्तार करवाया। महिला की आंखों में आंसू और दर्द सुनकर मंत्री ने बिना देर किए सख्त कदम उठाया। उन्होंने साफ कहा कि चाहे अपराधी उनका निजी सचिव हो या कोई और कानून सबके लिए समान है। यह घटना यूपी में सत्ता के गलियारों में 'ज़ीरो टॉलरेंस ऑन क्राइम' की स्पष्ट झलक देती है। मंत्री की पारदर्शिता और संवेदनशीलता की सोशल मीडिया पर जमकर सराहना हो रही है।

मंत्री ने खुद किया पुलिस को कॉल, मौके पर पहुंची टीम

गुरुवार को लखनऊ स्थित समाज कल्याण विभाग के कार्यालय में कार्यरत एक महिला कर्मचारी ने मंत्री असीम अरुण से मुलाकात की। वह मंत्री से मिलते ही फूट-फूटकर रोने लगी और आरोप लगाया कि निजी सचिव जय किशन सिंह लंबे समय से उसे परेशान कर रहे हैं। वह लगातार अश्लील हरकतें और अभद्र टिप्पणियां कर रहे थे। मंत्री असीम अरुण ने बिना देर किए जय किशन सिंह को बुलाया और सामने पूछताछ की। जब वह बहाने बनाने लगा, तो मंत्री ने तत्काल पुलिस को कॉल कर कार्यालय बुला लिया।

महिला की तहरीर पर दर्ज हुआ मुकदमा

गोमती नगर थाना प्रभारी बृजेंद्र चंद्र त्रिपाठी पुलिस बल के साथ कार्यालय पहुंचे। मंत्री की मौजूदगी में पीड़िता से तहरीर लिखवाई गई। इसके बाद पुलिस ने सचिव जय किशन सिंह को हिरासत में लिया और थाने ले गई। पुलिस ने महिला की शिकायत पर आईपीसी की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पूछताछ जारी है और जल्द ही आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

कौन है छेड़छाड़ का आरोपी जय किशन सिंह?

जय किशन सिंह विभाग में समीक्षा अधिकारी के पद पर तैनात हैं। मूल रूप से वह प्रयागराज के बमरौली क्षेत्र के निवासी हैं और वर्तमान में लखनऊ के चिनहट इलाके के विक्रांत खंड में अपने परिवार के साथ रहते हैं। बताया जा रहा है कि सचिव का व्यवहार कार्यालय में पहले भी संदेहास्पद रहा है, लेकिन पहली बार किसी महिला कर्मचारी ने खुलकर आरोप लगाए हैं।

अफसर से मंत्री तक रही ज़ीरो टॉलरेंस की छवि

असीम अरुण उत्तर प्रदेश कैडर के सीनियर आईपीएस अधिकारी रहे हैं। उन्होंने जनवरी 2022 में वीआरएस लेकर बीजेपी जॉइन की थी और वर्तमान में योगी सरकार में मंत्री हैं। उनकी प्रशासनिक छवि हमेशा पारदर्शिता और सख्ती के लिए जानी जाती रही है। इस घटना में उनकी त्वरित कार्रवाई ने न केवल विभागीय कर्मियों का भरोसा बढ़ाया है, बल्कि महिला कर्मचारियों को भी सुरक्षा का एहसास दिलाया है।

राजनीति में मिसाल बनी ये कार्रवाई

जहां आमतौर पर अफसरों और कर्मचारियों पर कार्रवाई में नेताओं की चुप्पी देखी जाती है, वहीं मंत्री असीम अरुण की पहल एक नई राजनीतिक परंपरा की नींव रखती है। उन्होंने सत्ता की गरिमा को बनाए रखते हुए ‘न्याय पहले’ की नीति पर अमल किया।

1 / 6
Your Score0/ 6
Hemendra Tripathi

Hemendra Tripathi

Mail ID - [email protected]

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!