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Lucknow News: शहर में बंदरों का उत्पात, 250 से ज़्यादा घरों की बिजली घंटों रही ठप
Lucknow News: सहादतगंज के स्थानीय लोगों के अनुसार सुबह 9 बजे के आसपास कुछ बंदर कॉलोनी की बिजली लाइन और ट्रांसफॉर्मर के पास पहुंच गए। उन्होंने इंसुलेटर, वायरिंग और कुछ अन्य उपकरणों से छेड़छाड़ शुरू कर दी। इसी दौरान अचानक तेज़ आवाज़ के साथ ट्रांसफॉर्मर में तकनीकी खराबी आ गई।
Electricity cut off due to monkeys (Photo: Social Media)
Lucknow News: राजधानी लखनऊ के सहादतगंज इलाके में बंदरों के झुंड ने सोमवार को जमकर उत्पात मचाया। उससे इलाके के 250 से अधिक घरों में बिजली आपूर्ति घंटों बाधित रही। बंदरों ने क्षेत्र के मुख्य ट्रांसफॉर्मर और अन्य बिजली उपकरणों को नुकसान पहुंचाया, उसके चलते पूरे मोहल्ले को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। भीषण गर्मी के बीच बिजली गुल होने से लोग बेहाल हो गए।
बंदरों ने उपकरणों से की छेड़छाड़
स्थानीय लोगों के अनुसार सुबह 9 बजे के आसपास कुछ बंदर कॉलोनी की बिजली लाइन और ट्रांसफॉर्मर के पास पहुंच गए। उन्होंने इंसुलेटर, वायरिंग और कुछ अन्य उपकरणों से छेड़छाड़ शुरू कर दी। इसी दौरान अचानक तेज़ आवाज़ के साथ ट्रांसफॉर्मर में तकनीकी खराबी आ गई। फिर पूरा इलाका अंधेरे में डूब गया। सूचना मिलने पर यूपीपीसीएल की टीम मौके पर पहुंची।
कंट्रोल बॉक्स, इंसुलेटर आदि हुए क्षतिग्रस्त
जहां जांच के बाद पाया गया कि बंदरों ने बिजली के उपकरणों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया था। एक तकनीकी अधिकारी ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर के साथ लगे कंट्रोल बॉक्स, इंसुलेटर और एलटी तारों को बदलना पड़ा। इस प्रक्रिया में लगभग 6 घंटे का समय लग गया। दोपहर करीब 3 बजे दोबारा से बिजली बहाल हो पााई। सोमवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा।
स्कूलों, दुकानों और घरों में लोग रहे परेशान
ऐसे में घंटों बिजली न होने के कारण लोगों को काफी परेशानी हुई। इलाके के स्कूलों, दुकानों और घरों में पंखे और कूलर बंद रहे। उससे बच्चों और बुज़ुर्गों की हालत सबसे ज़्यादा खराब हो गई। स्थानीय निवासी अंकित ने बताया कि गर्मी में बिजली कट जाए तो जीना मुश्किल हो जाता है। ऊपर से बंदर रोज नया झंझट खड़ा कर देते हैं। इस पर कोई ठोस कदम उठाना चाहिए।
इलाके में बंदरों के कारण बिजली की समस्या
इससे पहले भी सहादतगंज और आसपास के इलाकों में बंदरों के कारण बिजली की समस्या हुई थी। शहर में मलिहाबाद, आलमबाग और चौक इलाकों में बंदरों के कारण घटनाएं घट चुकी हैं। इसके बावजूद नगर निगम और वन विभाग की ओर से बंदरों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गए। स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि नगर निगम और वन विभाग मिलकर समस्या का समाधान करें।
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