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Lucknow News: शिवरी प्लांट में 700 मीट्रिक टन क्षमता की नई यूनिट का लोकार्पण, शहर बनेगा जीरो नेट वेस्ट सिटी
Lucknow News: मंत्री ए.के. शर्मा ने बताया कि 2022 में शिवरी प्लांट पर कराए गए सर्वे में सामने आया था कि पूर्व की एजेंसियों द्वारा एकत्र लगभग 18.50 लाख मीट्रिक टन लिगेसी वेस्ट बिना प्रोसेसिंग के जमा था, जो एक गंभीर समस्या थी। इसके स्थायी समाधान के लिए 106.18 करोड़ की परियोजना बनाई गई थी।
Inauguration of new waste plant (Photo: Social Media)
Lucknow News: लखनऊ ने स्वच्छता की दिशा में एक और बड़ी छलांग लगाई है। रविवार को शिवरी स्थित ठोस अपशिष्ट प्रोसेसिंग प्लांट में 700 मीट्रिक टन क्षमता की नई फ्रेश वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट का उद्घाटन नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने किया। इस मौके पर लखनऊ महापौर सुषमा खर्कवाल उपस्थित रही। इस यूनिट के शुरू होने से लखनऊ नगर निगम प्रतिदिन 2000 मीट्रिक टन कूड़े का शत-प्रतिशत वैज्ञानिक ढंग से निस्तारण करने में सक्षम हो गया है।
स्वच्छ और टिकाऊ भविष्य का निर्माण
यह उपलब्धि लखनऊ को "जीरो नेट वेस्ट सिटी" घोषित करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी। महापौर सुषमा खर्कवाल ने कहा, यह उपलब्धि नगर निगम की प्रतिबद्धता नागरिकों की जागरूकता और तकनीकी सहयोग का परिणाम है। यह सिर्फ कचरा प्रबंधन नहीं, एक स्वस्थ, स्वच्छ और टिकाऊ भविष्य का निर्माण करती है। मंत्री ए.के. शर्मा ने बताया कि 2022 में शिवरी प्लांट पर कराए गए सर्वे में सामने आया था कि पूर्व की एजेंसियों द्वारा एकत्र लगभग 18.50 लाख मीट्रिक टन लिगेसी वेस्ट बिना प्रोसेसिंग के जमा था, जो एक गंभीर समस्या थी।
वेस्ट का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण
इसके स्थायी समाधान के लिए 106.18 करोड़ की परियोजना बनाई गई, जिसमें से 96.53 करोड़ की राशि एसबीएम एक योजना के अंतर्गत स्वीकृत हुई। इस कार्य का जिम्मा मेसर्स भूमि ग्रीन एनर्जी को मिला था। जिसने मार्च 2024 से कार्य शुरू किया था। अब तक संस्था 12.86 लाख मीट्रिक टन लिगेसी वेस्ट का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण किया जा चुका है। यह नई यूनिट एनटीपीसी के सहयोग से अंतरिम समाधान के रूप में कार्य कर रही है। भविष्य में BOO मॉडल के तहत वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की योजना तैयार की जा रही है। उसकी डीपीआर निर्माणाधीन है।
2100 टन क्षमता के फ्रेश वेस्ट प्लांट
अब तक परियोजना के तहत 25 एकड़ भूमि को रिक्लेम किया गया है। इस भूमि पर 2100 मीट्रिक टन प्रतिदिन क्षमता के फ्रेश वेस्ट प्लांट, विंड्रो पैड और ग्रीन बेल्ट का विकास किया जा रहा है। आईआईटी रुड़की और वीजेटीआई मुंबई जैसे संस्थानों की देखरेख में कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही 47 सीसीटीवी कैमरों से 24x7 निगरानी की व्यवस्था की गई है। इस कार्यक्रम में सिटी मॉन्टेसरी स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भी भाग लिया और शिवरी प्लांट में जाकर कचरे के वैज्ञानिक निस्तारण की प्रक्रिया को देखा।
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