गलत दवा देने से गर्भस्थ शिशु की मृत्यु प्रकरण में अस्पताल सील, गर्भवती को निजी अस्पताल में भेजने वाली आशा को नोटिस जारी

Lucknow News: लखीमपुर खीरी में गलत दवा देने से गर्भस्थ शिशु की मौत के मामले में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के आदेश पर अस्पताल को सील कर दिया गया। गर्भवती को निजी अस्पताल भेजने वाली आशा को नोटिस जारी किया गया है।

Shubham Pratap Singh
Published on: 23 Aug 2025 1:21 PM IST
गलत दवा देने से गर्भस्थ शिशु की मृत्यु प्रकरण में अस्पताल सील, गर्भवती को निजी अस्पताल में भेजने वाली आशा को नोटिस जारी
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Lucknow News: लखीमपुर खीरी में इलाज के दौरान गर्भस्थ शिशु की मौत के मामले में हुई शिकायत के बाद डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लेते हुए अस्पताल को सील करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही गर्भवती महिला को प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट कराने वाली आरोपी आशा को नोटिस जारी कर उससे जवाब भी तलब किया है। जिसके बाद गर्भवती महिला के नि:शुल्क इलाज के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को आदेश दिए गए हैं।

तीन दिन से हो रही थी प्रसव पीड़ा

लखीमपुर खीरी के ग्राम नौसर जोगी निवासी विपिन गुप्ता की पत्नी रूबी को बीते दिनों प्रसव पीड़ा हुई। पति गर्भवती पत्नी रूबी गुप्ता को बिजुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बिजुआ में भर्ती कराया। जांच के बाद डॉक्टर ने बताया कि अभी प्रसव का समय नहीं है। गर्भवती की तबीयत गड़बड़ है। लिहाजा गर्भवती को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसी दौरान विपिन की साली ने आशा बहू दीपा से संपर्क किया। आरोप है कि आशा बहू दीपा ने कहा कि गर्भवती को महेवागंज के गोलदार हॉस्पिटल में भर्ती करा देना बेहतर होगा क्योंकि जिला अस्पताल में सही इलाज नही मिल सकेगा।निजी अस्पताल में भर्ती करने पर सही इलाज मिल सकेगा ।

जमा कराए पैसे तभी शुरू किया इलाज

परिजनों का असरोप है गोलदार हॉस्पिटल में 21 अगस्त को चिकित्सक द्वारा गर्भवती को देखा गया। अस्पताल प्रबंधन ने पैसे जमा करने के लिए कहा। आरोप है कि पैसे न जमा करने पर गर्भवती महिला का इलाज नहीं किया गया। कुछ रुपए जमा करने के बाद इलाज शुरू किया गया। इलाज शुरू करते ही गर्भवती महिला की हालत ज्यादा गम्भीर हो गई। आरोप है कि डॉक्टरों ने नर्सों की मदद से गर्भवती को अस्पताल से भगा दिया। इसके बाद परिजन गर्भवती रूबी को लेकर एक अन्य अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने जांच की बताया कि शिशु की पेट में मृत्यु हो चुकी है। गलत दवा खिलाने से ऐसा हुआ है। तब डॉक्टर द्वारा मृत बच्चा ऑपरेशन कर निकाला गया। जिसके बाद परिजनों ने गोलदार अस्पताल प्रबंधन पर गलत इलाज का आरोप लगाया है।

आशा से मांगा जवाब

घटना की सूचना जब डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को मिली तो उन्होंने तत्काल मामले का संज्ञान लेते हुए सीएमओ लखीमपुर और अधिकारियों को अस्पताल को सील करने के निर्देश दिए जिसके बाद अस्पताल सील करा दिया गया है। इसके साथ ही आशा को नोटिस देकर सफाई का मौका दिया है।

जांच कमेटी गठित

मामले में स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर तीन सदस्यों की जांच कमेटी का गठन की गई है । जांच कमेटी की रिपोर्ट आने पर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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