Lucknow: लक्ष्मण मेला मैदान में माँ और सूर्य का मिलन, छठ मइया की अटूट आस्था के आगे फीकी पड़ी थकान!

Lucknow News: लक्ष्मण मेला मैदान में छठ पूजा का भव्य आयोजन, श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया

Harsh Sharma
Published on: 28 Oct 2025 9:32 AM IST
Lucknow: लक्ष्मण मेला मैदान में माँ और सूर्य का मिलन, छठ मइया की अटूट आस्था के आगे फीकी पड़ी थकान!
X

लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में माँ और सूर्य का मिलन  (photo: Newstrack.com)

Lucknow News: छठ मइया का महापर्व इस बार भी लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में भक्ति और आस्था की गहरी छाप छोड़ गया। सुबह-सुबह का नज़ारा देखने लायक था। पूरा मैदान आस्था की रोशनी में नहाया हुआ दिखा। हर ओर सिर्फ “छठ मइया के जयकारेऔर सूर्य देवता की आराधना की गूंज सुनाई दे रही थी।

थकान पर भारी श्रद्धा और समर्पण

महिलाएं व्रत के चौथे दिन भी पूरी श्रद्धा से खड़ी रहीं। कई के चेहरे थकान से भरे थे, लेकिन उस थकान पर आस्था भारी थी। न किसी के चेहरे पर शिकन, न कोई शिकायत बस छठ मइया के चरणों में अटूट विश्वास और अपने परिवार, बच्चों की लंबी उम्र की कामना। यह नज़ारा सिर्फ पूजा का नहीं, बल्कि मातृत्व और समर्पण का प्रतीक था।


उगते सूर्य को अर्घ्य, भक्ति का अद्भुत दृश्य

लक्ष्मण मेला मैदान में जब उगते सूर्य को अर्घ्य दिया गया, तो ऐसा लगा जैसे पूरा वातावरण पवित्रता से भर गया हो। महिलाएं जल में खड़ी होकर सूर्य देव को अर्घ्य दे रही थीं, वहीं पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग सब इस दिव्य दृश्य को नमन कर रहे थे। कई लोग दिल्ली और बिहार से भी इस पर्व में शामिल होने पहुंचे थे।


आस्था की कोई सीमा नहीं, अब पूरे उत्तर भारत का पर्व

छठ पर्व सिर्फ बिहार या पूर्वांचल की परंपरा नहीं रह गई, अब यह पूरे उत्तर भारत की पहचान बन चुका है। लखनऊ जैसे शहर में इस पर्व का विस्तार यह दिखाता है कि आस्था की कोई सीमा नहीं होती। लोग अपने काम, धर्म, जाति से ऊपर उठकर इस भक्ति के सागर में डूबे दिखे।

सूर्योदय के साथ पूर्ण हुआ महापर्व

सूर्योदय के साथ जब छठ मइया की पूजा का समापन हुआ, तो कई आंखों में खुशी के आँसू थे। किसी ने मन्नत पूरी होने पर धन्यवाद दिया, तो किसी ने अगले वर्ष फिर इसी तरह छठ मइया के दरबार में हाज़िर होने की कामना की।

भक्ति, संगीत और भावनाओं का संगम

लक्ष्मण मेला का माहौल देखकर हर किसी का मन भाव-विभोर हो गया। भक्तों की श्रद्धा, संगीत की धुन और गंगाजल की ठंडक ने मिलकर एक ऐसा दृश्य रच दिया जो हर लखनऊवासी के दिल में हमेशा के लिए बस गया।

1 / 7
Your Score0/ 7
Monika

Monika

Mail ID - [email protected]

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!