लखनऊ नगर निगम कार्यकारिणी का 17 अगस्त को चुनाव, बीजेपी के आंतरिक विवाद में था टला

Lucknow News: लखनऊ नगर निगम कार्यकारिणी के चुनाव की तारीख 17 अगस्त तय हुई है। यह चुनाव बीजेपी के आंतरिक विवाद के चलते टलता रहा था। छह नए सदस्य चुने जाएंगे, जिनमें पाँच बीजेपी और एक सपा से होंगे।

Prashant Vinay Dixit
Published on: 12 Aug 2025 11:00 AM IST
लखनऊ नगर निगम कार्यकारिणी का 17 अगस्त को चुनाव, बीजेपी के आंतरिक विवाद में था टला
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Lucknow News: नगर निगम की कार्यकारिणी के सदस्यों का चुनाव 17 अगस्त को होगा। लंबे समय से चल रही खींचतान और बैठकों के बाद आखिरकार चुनाव की तारीख तय कर दी गई है। यह चुनाव 12 सदस्यीय कार्यकारिणी के 6 पदों के लिए है, जिनके सदस्य 1 जून को रिटायर हो चुके है। नगर आयुक्त गौरव कुमार ने इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी है।

बीजेपी और सपा के उम्मीदवार तय

चुनाव में छह नए सदस्य चुने जाएंगे। इनमें से पांच बीजेपी और एक सपा का होगा। बीजेपी की ओर से महापौर के करीबी पार्षदों को जगह मिली तय मानी जा रही है। इन पार्षदों में अरुण राय, संदीप शर्मा, प्रदीप शुक्ला, राजेश सिंह 'गब्बर' और हिमांशु अंबेडकर के नाम फाइनल बताएं जा रहे हैं। वहीं सपा से यायावर हुसैन रेशुका का नाम तय माना जा रहा है।

चुनाव के लिए 17 अगस्त का कार्यक्रम

11:00 बजे: नगर निगम सदन का अधिवेशन शुरू होगा।

11:00 से 11:30 बजे: नामांकन दाखिल किए जाएंगे।

11:30 से 12:00 बजे: नाम वापसी का समय होगा।

12:00 से 12:10 बजे: नामांकन पत्रों की जांच और उम्मीदवारों के नामों की घोषणा।

12:10 से 03:00 बजे: मतदान की तैयारियों के लिए सदन स्थगित रहेगा।

03:00 से 05:00 बजे: मतदान होगा। इसके बाद

मतगणना और परिणाम घोषित किए जाएंगे।

रिटायर हुए और बचे हुए सदस्य

रिटायर हुए सदस्य भाजपा: गिरीश गुप्ता (कार्यकारिणी उपाध्यक्ष), अनूप कमल सक्सेना, उमेश चंद्र सनवाल, मुकेश सिंह मोंटी, रणजीत सिंह। सपा से सुरेंद्र बाल्मीकि रिटायर हुए है। बचे हुए सदस्य भाजपा: अनुराग मिश्रा, भृगुनाथ शुक्ला, चरनजीत गांधी, गौरी सांवरिया, कृष्ण नारायण सिंह। वहीं सपा से सबा अहसन मंसूरी बचे है।

कार्यकारिणी का यह काम

नगर निगम की कार्यकारिणी सरकार की कैबिनेट की तरह काम करती है। यह महापौर की अध्यक्षता में शहर के विकास, नीतिगत फैसलों और वित्तीय प्रस्तावों को पास करती है। सड़क, पार्क और चौराहों के नामकरण जैसे महत्वपूर्ण फैसले कार्यकारिणी द्वारा लिए जाते हैं। जब तक नई कार्यकारिणी का गठन नहीं हो जाता, तब तक निगम के कई अहम काम ठप रहते हैं।

आंतरिक विवाद में टला चुनाव

कार्यकारिणी चुनाव की तारीख बीजेपी के आंतरिक विवाद के कारण लगातार आगे बढ़ रही थी। बीजेपी के महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी ने पहले छह नामों की सूची जारी की थी, लेकिन मेयर सुषमा खर्कवाल ने उस पर असहमति नहीं जताई थी। इस विवाद के बाद मेयर और महानगर अध्यक्ष ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की थी। जिसके बाद अब जाकर उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम मुहर लगी है।

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