Lucknow News: सात साल की मासूम को पीजीआई में नहीं किया भर्ती

Lucknow News: इलाज के लिए गए परिजनों को कहा, नहीं है प्लास्टिक सर्जरी की सुविधा

Newstrack Desk
Published on: 1 July 2025 7:35 PM IST (Updated on: 1 July 2025 9:21 PM IST)
Lucknow News
X

Lucknow News

Lucknow News: पीजीआई की इमरजेंसी में मरीजों को भर्ती के लिए मसक्कत दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। मरीजों के भर्ती से ज़्यादा उन्हें अन्य सरकारी अस्पतालोंएसंस्थानों या फिर निजी अस्पतालों के रास्ता दिखाया जा रहा है।

मंगलवार को भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जब पैर में जली एक सात साल की मासूम को संस्थान की इमरजेंसी में लेकर जाने के बाद भर्ती करने के बजाय उसके परिजनों समेत वापस लौटा दिया गया। इसके बाद परिजन बच्ची को पीजीआई के पास एक निजी अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज शुरू कराया।

गोंडा के मचकनवा गांव की रहने वाली सात वर्षीय जहान्वी गुप्ता को ब्रेन की बीमारी थी। तीन वर्ष पूर्व में पीजीआई के न्यूरो सर्जरी विभाग के डॉण्कमलेश ने उसका ऑपरेशन किया था। इसके बाद परिवार बच्ची को रूटीन चेकअप के लिए लेकर आता था। जब सोमवार देर रात बच्ची के दाहीने पैर के घुटने से नीचे का पूरा हिस्सा जलने से उसकी हालत खराब हुई और वह बेसुध हो गई। परिवार के लोग उसे गोंडा जिला अस्पताल लेकर गए लेकिन वहां प्रथमिक उपचार देने के बाद उसे रेफर कर दिया। और सरकारी एम्बुलेंस से उसे पीजीआई लेकर पहुंचे लेकिन, इमरजेंसी में बच्ची को भर्ती नहीं किया गया।

कहा अस्पताल में प्लास्टिक सर्जरी की नहीं है सुविधा

जहान्वी की मां संगीता गुप्ता ने बताया कि जब बच्ची को लेकर वह पीजीआई की इमरजेंसी में पहुंची तो वहां मौजूद डाॅक्टर ने न तो बच्ची को ज्यादा समय दिया और न नहीं ठीक से जांच कराई। बच्ची को जला हुआ देखने के बावजूद भी किसी प्रकार का प्राथमिक इलाज नहीं षुरू कराया। सीधे मेडिकल काॅलेज या फिर किसी निजी अस्पताल में लेकर जाने की बात कह वापस भेज दिया।

बच्ची की हालत होने लगी थी खराब

मां का कहना है कि बच्ची के जब पिजीआई से लेकर निकले तो उसकी हालत और खराब होने लगी थी। ष्षरीर ठंडा पड़ने लगा था। जिसके बाद संस्थान के पास ही विद्या अस्पताल में भर्ती कराया और इलाज कराया जा रहा है। रोजाना 25 से 30 हजार का खर्चा पड़ रहा है।

वीडियो बनाकर दिखाई बच्ची की हालत

मंगलवार को जब बच्ची को निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया तो बच्ची के परिवार के कुछ सदस्य उसकी ब्रेन सर्जरी कर चुके डाॅ कमलेष के पास पहुंचे जहां उनका कहना था कि बच्ची के जलने से उसके ब्रेन में हुए आपरेशन का कोई संबध नहीं है।

इमरजेंसी के एचओडी ने कहा मामले की जानकारी नहीं

पीजीआई के इमरजेंसी वार्ड के एचओडी से मामले पर बात करने पर उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी अबतक उनतक नहीं पहुंची है। न ही उन्हें इस मामले में किसी प्रकार की षिकायत मिली हैैै।

1 / 8
Your Score0/ 8
Priya Singh Bisen

Priya Singh Bisen

Content Writer

Content Writer

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!