लखनऊ में 'प्रोजेक्ट सेफ राइड' हुआ लागू, 31 अगस्त तक ऑटो-ई रिक्शा चालकों का सत्यापन जरूरी, QR कोड के बिना वाहन होगा सीज! जाने पूरी डिटेल-

Lucknow News: लखनऊ पुलिस ने महिला सुरक्षा और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को सुरक्षित बनाने के लिए ‘प्रोजेक्ट सेफ राइड’ की शुरुआत की है। अब ऑटो व ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन अनिवार्य होगा। वाहन पर यूनिक QR कोड लगाना जरूरी होगा। बिना सत्यापन वाले वाहनों को सीज किया जाएगा। यह अभियान 29 जुलाई से 31 अगस्त 2025 तक चलेगा।

Hemendra Tripathi
Published on: 29 July 2025 7:20 PM IST (Updated on: 29 July 2025 7:21 PM IST)
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Lucknow Project Safe Ride Auto and E Rickshaw Drivers Must Be Verified by August 31 or Face Action

Lucknow News: राजधानी लखनऊ में ई रिक्शा व ऑटो में बैठने वाली महिला व पुरुष सवारियों के साथ बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाने के लिए लखनऊ पुलिस की ओर से एक खास प्लान तैयार किया गया है। लखनऊ पुलिस ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट को सुरक्षित बनाने के लिए मंगलवार को 'प्रोजेक्ट सेफ राइड' की शुरुआत की है। इसके तहत शहर में चल रहे ऑटो और ई-रिक्शा चालकों और गाड़ी मालिकों का सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है। 29 जुलाई से शुरू यह अभियान 31 अगस्त 2025 तक चलेगा। सत्यापन पूरा न कराने वालों की गाड़ियां जब्त की जाएंगी। वाहन मालिकों को अपनी गाड़ी की जानकारी और चालक की डिटेल पुलिस की वेबसाइट पर रजिस्टर करनी होगी। सत्यापन पूरा होने के बाद हर वाहन को एक यूनिक QR कोड मिलेगा, जिसे गाड़ी पर चिपकाना जरूरी होगा। इससे सवारी चालक की फोटो और पहचान की पुष्टि कर सकेगी। हालांकि ई-रिक्शा यूनियन ने इस नियम को अव्यवहारिक बताया है और उत्पीड़न का आरोप लगाया है।

सत्यापन जरूरी, नहीं तो वाहन होगा सीज

पुलिस और आरटीओ के मुताबिक, लखनऊ शहर में 56 हजार ई-रिक्शा और 18 हजार ऑटो संचालित हो रहे हैं। ‘प्रोजेक्ट सेफ राइड’ के तहत इन सभी वाहनों को http://lucknowpolice.up.gov.in/erickshaw/ वेबसाइट पर रजिस्टर करना अनिवार्य होगा। वाहन रजिस्ट्रेशन नंबर, ड्राइविंग लाइसेंस, फिटनेस सर्टिफिकेट, चालक और वाहन स्वामी की फोटो और डिटेल अपलोड करनी होगी। साथ ही वाहन स्वामी और चालक का चरित्र प्रमाण पत्र भी जरूरी है। बिना सत्यापन के वाहन को 'NOT VERIFIED' घोषित किया जाएगा।

QR कोड से सवारी करेगी चालक की पहचान

सत्यापन के बाद वाहन को एक यूनिक QR कोड मिलेगा, जिसे गाड़ी की स्क्रीन अथवा वाहन के फ्रंट शीशे पर चिपकाना अनिवार्य है। QR कोड स्कैन करते ही चालक की फोटो, नाम और अन्य डिटेल सामने आ जाएगी। सवारी उस जानकारी को अपने परिजनों के साथ भी शेयर कर सकती है, जिससे किसी अनहोनी की स्थिति में पुलिस तक तुरंत सूचना पहुंचाई जा सके।

31 अगस्त के बाद बड़े स्तर पर चेकिंग अभियान

प्रोजेक्ट सेफ राइड के तहत रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 31 अगस्त 2025 तक चलेगी। इसके बाद शहरभर में चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। जिन गाड़ियों पर QR कोड नहीं लगा होगा या चालक सत्यापित नहीं होगा, उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी और वाहन जब्त कर लिए जाएंगे। पुलिस का मानना है कि इससे आपराधिक पृष्ठभूमि वाले ड्राइवरों की पहचान हो सकेगी और ट्रैफिक का बोझ भी घटेगा।

ड्रेस कोड और ड्राइवर बदलने पर अपडेट अनिवार्य

प्रत्येक चालक को आसमानी नीले रंग की जैकेट पहननी होगी, जो चालक की पहचान और यूनिफॉर्मिटी सुनिश्चित करेगी। यदि वाहन स्वामी ड्राइवर बदलते हैं तो उनकी जानकारी वेबसाइट पर अपडेट करना जरूरी होगा, जिससे पुलिस द्वारा पुनः सत्यापन किया जा सके।

ई-रिक्शा यूनियन ने जताया ऐतराज

ई-रिक्शा यूनियन के उपाध्यक्ष इरफान खान ने पुलिस की इस योजना पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि पहले ही RTO और नगर निगम प्रमाणपत्र मांगते हैं, अब पुलिस का अलग से सत्यापन कराना चालकों के लिए परेशानी का सबब बनेगा। इससे उगाही बढ़ने और गरीब चालकों की आजीविका प्रभावित होने की आशंका है।

पुलिस की अपील- 'सिर्फ VERIFIED वाहनों में करें सफर'

लखनऊ पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे केवल उन्हीं ऑटो और ई-रिक्शा में सफर करें जिनके सामने QR कोड चिपका हो और जिनका चालक 'VERIFIED' हो। यह पहल पब्लिक ट्रांसपोर्ट को सुरक्षित, संगठित और अपराध मुक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।

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