TRENDING TAGS :
Lucknow News: राजस्थान से बिहार तक हो रही शराब तस्करी! लखनऊ पुलिस ने 2 तस्करों को किया गिरफ्तार, 18 लाख की अंग्रेजी शराब बरामद
Lucknow News: पुलिस ने ढलौना रेलवे क्रॉसिंग के पास से एक महिन्द्रा पिकअप वाहन को पकड़ते हुए उसमें सवार दो अंतरराज्यीय शराब तस्करों को गिरफ्तार किया।
राजस्थान से बिहार तक हो रही शराब तस्करी (photo: social media )
Lucknow News: आगामी चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश के साथ साथ आसपास के राज्यों में शराब तस्करी का खेल तेजी के साथ शुरू हो गया है। ऐसे में राजधानी लखनऊ के पुलिस भी एक्टिव मोड पर आते हुए शराब तस्करों को दबोचने में जुटी हुई है। इसी सक्रियता के बीच उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पीजीआई थाना पुलिस और सर्विलांस सेल जोन दक्षिणी की संयुक्त टीम ने शराब तस्करी के एक बड़े रैकेट का खुलासा किया है। पुलिस ने ढलौना रेलवे क्रॉसिंग के पास से एक महिन्द्रा पिकअप वाहन को पकड़ते हुए उसमें सवार दो अंतरराज्यीय शराब तस्करों को गिरफ्तार किया। बताया जाता है कि जब वाहन की तलाशी ली गई तो उसमें 162 पेटियों में कुल 7776 टैट्रा पैक रॉयल क्लासिक अंग्रेजी शराब बरामद हुई, जिसकी मात्रा करीब 1400 लीटर बताई जा रही है। बरामद शराब की अनुमानित कीमत बिहार में लगभग 18 लाख रुपये आंकी गई है।
मुखबिर से मिली थी सूचना, किसान पथ पर मिली शराब से लदी गाड़ी
पुलिस टीम ने बताया कि गुरुवार को PGI थाना व सर्विलांस टीम को मुखबिर की ओर से सूचना मिली थी कि एक महिन्द्रा पिकअप वाहन में राजस्थान से बिहार अवैध शराब की बड़ी खेप ले जाई जा रही है। वाहन इस समय ढलौना रेलवे क्रॉसिंग के पहले किसान पथ की सर्विस लेन पर खड़ा है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और वाहन की घेराबंदी की। वाहन में ड्राइवर सीट पर सवार जयपुर के रहने वाले ड्राइवर सोनू बागरिया और बगल में बैठे सीताराम बागरिया से हुई पूछताछ में उन्होंने बताया कि गाड़ी में सामान ले जा रहे हैं, जिसे काली पन्नियों से ढका गया है।
काली पन्नी हटते ही चौंक गई पुलिस, गत्तों में भरी थी अंग्रेजी शराब
जब पुलिस ने काली पन्नियों को हटाकर वाहन की गहन तलाशी ली तो उसके भीतर छुपाकर रखी गई रॉयल क्लासिक ब्रांड की अंग्रेजी शराब की पेटियां दिखाई दीं। शराब को इस तरह छिपाया गया था कि ऊपर से देखने पर लगे कि गाड़ी खाली कैरेट ढो रही है। तस्कर यह रणनीति पुलिस की चेकिंग से बचने के लिए अपनाते थे। पुलिस ने जब वाहन के कागजात मांगे तो आरोपी कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सके। पुलिस ने जब वाहन की रजिस्ट्रेशन डिटेल ई-चालान ऐप से चेक की तो कोई जानकारी नहीं मिली। पुलिस टीम ने बताया कि वाहन में फर्जी नंबर प्लेट और कूटरचित आरसी का इस्तेमाल किया गया था।
7-8 महीने से कर रहे थे तस्करी, हर चक्कर के मिलते थे 7 हजार रुपये
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे कमल शारण नामक व्यक्ति के निर्देश पर यह काम कर रहे थे, जो इन्हें वाहन और शराब की व्यवस्था करके देता है। कमल हर चक्कर के 7000 रुपये प्रति व्यक्ति देता है। आरोपी पिछले 7-8 महीनों से अलग-अलग गाड़ियों से जयपुर से बिहार शराब पहुंचा रहे हैं। हाजीपुर (बिहार) में पहले से तस्करी का नेटवर्क तैयार रहता है, जहां शराब को तीन गुना रेट पर बेचा जाता है।
शराब की बोतलों से MRP मिटा देते थे, तीन गुना दाम में होती थी बिक्री
राजस्थान से लायी गई शराब की बोतलों पर प्रिंटेड MRP को मिटा दिया जाता था, ताकि शराबबंदी वाले राज्य बिहार में इसे मनमाने दामों पर बेचा जा सके। आरोपी बताते हैं कि एक टैट्रा पैक जिसकी MRP 120 रुपये है, उसे बिहार में 350 से 400 रुपये तक बेचा जाता है। इस तरह तस्करी से लाखों रुपये की कमाई होती थी। पुलिस टीम ने बताया कि मुख्य सरगना कमल शारण और एक अन्य व्यक्ति लालू राम अभी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की कई टीमें राजस्थान और बिहार में दबिश दे रही हैं।
1400 लीटर अंग्रेजी शराब हुई बरामद
पुलिस टीम ने बताया कि मौके से 7776 टैट्रा पैक 162 पेटी अंग्रेजी शराब लगभग 1400 लीटर रॉयल क्लासिक व्हिस्की ब्रांड की ब्रांड हुई है। पुलिस ने बताया कि शराब जयपुर से लोड कर आगरा, लखनऊ होते हुए हाजीपुर (बिहार) ले जाई जाती थी। वाहन की नंबर प्लेट बदली जाती थी और नकली आरसी तैयार की जाती थी। वाहन में ऊपर और पीछे खाली कैरेट रखकर शराब को छिपाया जाता था। बिहार में शराबबंदी कानून के बावजूद तस्कर बड़ी खेप में शराब ले जाकर तीन गुना दाम में बेचते थे।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!