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Lucknow News: लखनऊ में महाराणा प्रताप की प्रतिमा से छेड़छाड़... तोड़ी गई तलवार! लोगों का फूटा गुस्सा, CCTV फुटेज खंगाल रही पुलिस
Lucknow News: मामले के बाद अब पुलिस ने भी CCTV फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है और जल्द से जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
लखनऊ में महाराणा प्रताप की प्रतिमा से छेड़छाड़ (photo: social media )
Lucknow News: लखनऊ के हुसैनगंज स्थित महाराणा प्रताप चौराहे पर वीरता के प्रतीक महाराणा प्रताप की प्रतिमा से बीती रात असामाजिक तत्वों ने छेड़छाड़ करते हुए तलवार का ऊपरी हिस्सा तोड़ दिया। घटना के बाद से क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाल ही में लोकार्पित प्रतिमा के साथ इस तरह की हरकत न सिर्फ अपराध है, बल्कि भावनाओं पर भी हमला है। मामले के बाद अब पुलिस ने भी CCTV फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है और जल्द से जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है। यह प्रतिमा स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से 9 मई को महाराणा प्रताप जयंती पर लोकार्पित की गई थी।
लोकार्पण के दो महीने बाद मूर्ति से छेड़छाड़
हुसैनगंज चौराहे का नाम हाल ही में बदलकर 'महाराणा प्रताप चौराहा' रखा गया था और यहां पर महाराणा प्रताप की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई थी। यह लोकार्पण बीते 9 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। प्रतिमा में दो तलवारें लगी थीं, जिनमें से एक की धार और ऊपरी हिस्सा अज्ञात तत्वों द्वारा तोड़ दिया गया है। इस घटना से प्रतिमा की गरिमा को ठेस पहुंची है।
स्थानीय लोगों का फूटा गुस्सा, पुलिस से कार्रवाई की मांग
प्रतिमा के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग बड़ी संख्या में चौराहे पर जमा हो गए और नारेबाजी करते हुए विरोध शुरू कर दिया। लोगों का कहना है कि किसी ने जानबूझकर भावनाएं भड़काने की नीयत से यह हरकत की है। घटना की गंभीरता को देखते हुए लोगों ने तत्काल गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
CCTV फुटेज खंगाल रही लखनऊ पुलिस
मामले की भनक लगते ही लखनऊ पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल की घेराबंदी कर आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगालना शुरू कर दिया है। इंस्पेक्टर हुसैनगंज ने बताया कि यह एक सुनियोजित हरकत लगती है। प्रतिमा से छेड़छाड़ को बेहद गंभीर माना जा रहा है और जल्द ही आरोपियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें कि ये मामला सिर्फ एक मूर्ति से छेड़छाड़ का नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक प्रतीक और सांस्कृतिक अस्मिता पर हमला है।
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