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Lucknow News: अखिलेश यादव पर बरसे राष्ट्रीय परशुराम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष! ब्राह्मणों को टारगेट करने का लगाया आरोप, बोले- 'पहले चोटी को एंटीना बोलते थे...'

Lucknow News: सोमवार को राष्ट्रीय परशुराम सेना ब्रह्मवाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल तिवारी ने लखनऊ स्थित यूपी प्रेस क्लब में प्रेसवार्ता का आयोजन करते हुए समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला।

Hemendra Tripathi
Published on: 30 Jun 2025 6:47 PM IST
Lucknow News
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National President of Rashtriya Parshuram Sena lashed out at Akhilesh Yadav Samajwadi Party

Lucknow News: इटावा कथावाचक कांड के बाद उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण-यादव विवाद जोरों पर तूल पकड़ रहा है। समाजवादी पार्टी की ओर से इटावा कांड से जुड़े मुख्य कथावाचक को पार्टी कार्यालय पर बुलाकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें सम्मानित किया, जिसके बाद ये मामला लगातार तूल पकड़ना शुरू हो गया है। सोमवार को राष्ट्रीय परशुराम सेना ब्रह्मवाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल तिवारी ने लखनऊ स्थित यूपी प्रेस क्लब में प्रेसवार्ता का आयोजन करते हुए समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस प्रदेश में जिस तरह से ब्राह्मणों को टारगेट करके जातिवाद का रंग दिया जा रहा है और पहले भी दिया जाता रहा है। ये राजनैतिक पार्टियां जोकि खुद घोर जातीय राजनीति करती हैं सिर्फ और सिर्फ जाति विशेष को लेकर चलती हैं।

राष्ट्रीय अध्यक्ष बोले- 'पहले ब्राह्मणों की चोटी को एंटीना बोलते थे...'

राष्ट्रीय परशुराम सेना ब्रह्मवाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमलतिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे बड़े जातिवादी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव हैं। इनकी पार्टी जब से बनी है, सिर्फ जातिवाद और परिवाद को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने एक जाति यादव की राजनीति की और यादवों के लिये ही सब कुछ किया और इस प्रदेश को जातिवाद के आग में झोंक दिया। पहले तो इनके लोग कथा, मंदिर और पूजा-पाठ को पाखण्ड बताते थे, ब्राह्मणों को अपमानित करते हैं और शिखा को एंटीना बोलते हैं और आज वही एंटीना की लड़ाई जातीय रंग देने के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि इनकी पार्टी का जब से गठन हुआ है सिर्फ एक जाति से और एक परिवार से पहले मुलायम सिंह यादव और फिर अखिलेश यादव आगे इनके बच्चें मालिक होगें। क्योंकि ये पार्टी नहीं बल्कि समाजवादी प्राईवेट लि० कम्पनी है, जिसके सी०ई०ओ० पहले मुलायम सिंह यादव थे, अभी अखिलेश यादव हैं और आगे इनके बच्चे होंगे।

'पिछड़ों और दलितों के साथ छलावा कर रहे अखिलेश'

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अखिलेश यादव PDA की बात करते हैं, लेकिन पिछड़ों और दलितों के साथ छलावा कर रहे हैं। इनके द्वारा कभी भी पिछड़ी जाति के व्यक्ति चाहे वह पटेल हो, पाल हो, कुशवाहा हो, मौर्या हो, लोहार हो, कुम्हार हो एवं दलित जातियों से आने वाले लोगों को आगे नहीं किया गया और सिर्फ उनको बेवकूफ बनाने का काम किया गया। उन्होंने आगे कहा कि ये कहते हैं कि यह देश मनुवाद से नहीं चलेगा। मैं इनको बताना चाहता हूँ कि ये देश मनुवाद से नहीं चल रहा है। जिस संविधान को लेकर ये घर-घर घूम रहे हैं, उसी संविधान के लेखक भीमराव अम्बेडकर वाद से चल रहा है।

'भारत की 3 बहुमूल्य पुस्तकों के लेखक ब्राह्मण नहीं'

विमल तिवारी ने कहा कि भारतवर्ष की 3 बहुमूल्य पुस्तक बाल्मीकि रामायण, भगवद्गीता और भारतीय संविधान हैं, जिनके लेखक ब्राह्मण जाति से नहीं आते। जिनमें से 2 धर्मग्रन्थों बात ये नहीं मानते हैं। लेकिन जिस संविधान को लेकर घूम रहे हैं, उसी संविधान में जाति व्यवस्था की बात कही गयी है। उन्होंने कहा कि आरक्षण लेना है तो जाति सही है, बाकी राजनीति करनी है तो ब्राह्मण जातिवाद फैला रहे हैं। ब्राह्मण जातिवाद नहीं फैला रहा है, जातिवाद संविधान में लिखा है। विमल तिवारी ने कहा कि जब आज उत्तर प्रदेश की बात कर रहा हूँ तो सिर्फ ब्राह्मणों को छोड़कर सभी जातियों की राजनीतिक पार्टी काम कर रही है। यादव समाज की समाजवादी पार्टी, पटेल समाज के दो-दो अपना दल, निषादों की निषाद पार्टी, राजभर की सुहेल देव राजभर पार्टी, दलितों की बहुजन समाज पार्टी/आजाद समाज पार्टी, मुसलमानों की ए०आई०एम०एम० पार्टी आदि सब जातिवाद का जहर घोल रहे हैं और आरक्षण लाभ ले रहे हैं, लेकिन जातिवाद कौन कर रहा है -ब्राह्मण और गाली दे रहे हैं ब्राह्मण को।

'आरक्षण का जहर पीकर भी चुप है ब्राह्मण'

राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल तिवारी ने कहा कि ब्राह्मण तो वह है जो आरक्षण का जहर पीकर भी चुप है। अभी दो दिन पहले अखिलेश यादव ने पोस्ट किया था कि कथा करने वाले वर्चस्ववादी लोग PDA समाज के द्वारा दिए गए चढ़ावा, चंदा, दान-दक्षिणा कभी स्वीकार नहीं करें। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव जी मैं आपको बताना चाहता हूँ कि कोई कथावाचक कोई यज्ञ या मन्दिर आपसे दान-दक्षिणा, चढ़ावा नहीं मांगता और न कभी मांगेगा। लोग अपनी स्वेच्छा से देते हैं अपनी सुख, समृद्धि, शांति के लिये। किसी भी मंदिर में नहीं लिखा है कि दान देंगे तभी भगवान का दर्शन होगा।

'ब्राह्मणों की सुरक्षा के लिए बनाया जाए ब्राह्मण आईडेंटिटी प्रोटेक्शन एक्ट'

उन्होंने कहा कि इस देश की सरकार और प्रदेश सरकार से मांग करता हूँ कि आज चारों तरफ से ब्राह्मणें के ऊपर आक्रमण हो रहे हैं। ब्राह्मणों के वेशभूषा और उनके पहनावे पर आक्रमण हो रहे हैं, उनकी शिखा और चन्दन पर आक्रमण हो रहे हैं, उनकी पूजन, हवन, भगवद भजन में आक्रमण हो रहे हैं। लिहाजा अब ब्राह्मणों की सुरक्षा के लिए ब्राह्मण आईडेंटिटी प्रोटेक्शन ऐक्ट (बीपा) बनाकर ब्राह्मणों की सुरक्षा प्रदान की जाए।

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Hemendra Tripathi

Hemendra Tripathi

Lucknow Reporter

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