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शारजाह में लखनऊ के शिपिंग इंजीनियर की संदिग्ध हालत में मौत! कम्पनी के अधिकारियों पर साजिश का आरोप, जहाज के इंजन रूम में पड़ा मिला शव

Lucknow Crime News: पिता ने शिपिंग कम्पनी के अधिकारियों और कर्मचारियों पर साजिश का आरोप लगाया है।

Hemendra Tripathi
Published on: 5 July 2025 1:41 PM IST
Lucknow Crime News
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Lucknow Crime News: राजधानी लखनऊ के रहने वाले एक शिपिंग इंजीनियर की शारजाह में मौत होने का मामला सामने आया है। इंदिरानगर के रहने वाले अनित तिवारी ने बताया कि उनके बेटे की सदिग्ध हालात में मौत 29 जून को दोपहर में हुई, जबकि शिपिंग कंपनी के अधिकारियों की ओर से मौत की जानकारी देर रात दी गयी।

पिता ने शिपिंग कम्पनी के अधिकारियों और कर्मचारियों पर साजिश का आरोप लगाया है। पिता अनिल तिवारी ने बताया कि उनके बेटे अनुराग तिवारी का शव शारजाह में 'जना 505' नामक कमर्शियल जहाज के इंजन रूम में मिला। हालांकि, काफी मदद मांगने के बाद बेटे का शव शनिवार दोपहर लखनऊ पहुंचा।

अविश्का शिपिंग कंपनी के अफसरों पर लगाया साजिश का आरोप

पीड़ित पिता अनिल तिवारी ने बताया कि बेटे की मौत 29 जून को UAE के समय के अनुसार 3 बजे व भारतीय समय के अनुसार शाम करीब साढ़े 4 बजे हुई। यूएई की सिनर्जी अरेबिया और नवी मुंबई की अविश्का शिपिंग कंपनी के अफसरों व कर्मचारियों की ओर से बेटे अनुराग की मौत की जानकारी घटना के 5 घंटे बाद करीब साढ़े 10 बजे परिजनों को दी गयी।

पिता का कहना है कि आखिर, इतने समय तक कंपनी से जुड़े लोगों की ओर से मौत की जानकारी परिजनों से क्यों छिपाई गयी। पिता अनिल तिवारी ने कम्पनी पर साजिश का आरोप लगाकर केंद्र सरकार से निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की है।

9 दिन की ट्रेनिंग पर गया था दुबई, घटना से एक दिन शारजाह निकलने की दी थी जानकारी

पिता अनित तिवारी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि बेटा दूसरी शिपिंग कंपनी में काम करता था। उसके आबाद उसने नवी मुंबई की अविश्का शिपिंग कंपनी में अपना बॉयोडाटा भेजा, जहां वह सेलेक्ट हो गया। पिता ने बताया कि वह 9 दिनों तक ट्रेनिंग के लिए दुबई गया, जहां उसकी ट्रेनिंग पूरी हुई।

घटना से एक दिन पहले यानी बीते 28 जून को बेटे अनुराग से परिजनों की बात हुई थी, तब उसने 29 जून की सुबह करीब 4 बजे शारजाह निकलने की जानकारी दी थी। उसके बाद से बेटे से किसी की बात नहीं हुई। 29 जून को देर रात सीधे कॉल आया और बेटे की मौत की जानकारी दी गयी।

कहीं से नहीं मिली मदद, शनिवार दोपहर लखनऊ पहुंचा शव

पीड़ित पिता के अनुसार, बेटे की मौत की जानकारी मिलने के बाद जब कम्पनी से शव भेजने की बात कही गयी तो उन्होंने इस काम में 15 दिन लग जाने की बात कही। जिसके बाद पिता ने यूएई एंबेसी में तैनात अपनी रिश्तेदार से संपर्क करने के साथ ही सोशल मीडिया X पर प्रधानमंत्री मोदी, राहुल गांधी, अमित शाह आदि को टैग करते हुए बेटे के शव को भारत लाने में मदद करने की गुहार लगाई।

पिता ने बताया कि काफी मशक्कत के बाद अब शनिवार यानी आज दोपहर बेटे अनुराग का धव लखनऊ पहुंचा दिया गया। पिता अनिल तिवारी ने कहा कि उनके बेटे अनुराग तिवारी मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ थे, हालांकि जहाज की कमीशनिंग को लेकर कुछ चिंताएं थीं।

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Priya Singh Bisen

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Content Writer

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