UPSAC का पुनर्गठन: नई कृषि नीति से निर्यात को मिलेगा बढ़ावा, प्रदेश की कृषि को अंतरराष्ट्रीय पहचान

उत्तर प्रदेश ने हाल के वर्षों में प्रगतिशील और निवेशक-अनुकूल कृषि नीतियां अपनाई हैं।

Virat Sharma
Published on: 2 Sept 2025 8:30 PM IST
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Lucknow Today News: भारत की कृषि और खाद्य निर्यात नीति को नया आयाम देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए इंडियन चैंबर ऑफ फूड एंड एग्रीकल्चर ने उत्तर प्रदेश राज्य कृषि परिषद का सफलतापूर्वक पुनर्गठन किया। मंगलवार को राजधानी लखनऊ स्थित रेनासां होटल में आयोजित कार्यक्रम में कृषि, उद्यान, पशुपालन विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों, उद्योग जगत के नेताओं और नीति विशेषज्ञों ने भाग लिया।



यह परिषद अब राज्य के कृषि क्षेत्र में नीति वकालत, एग्रीबिजनेस विकास, निवेश संवर्धन और व्यापार सुविधा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में कार्य करेगी। उत्तर प्रदेश राज्य कृषि परिषद का यह पुनर्गठन नीति और क्रियान्वयन के बीच की खाई को पाटते हुए, किसानों और बाजार, तथा निवेश और परिणाम के बीच एक मजबूत सेतु बनेगा।

प्रदेश की नीतिगत प्रगति और निर्यात में संभावनाएं

उत्तर प्रदेश ने हाल के वर्षों में प्रगतिशील और निवेशक-अनुकूल कृषि नीतियां अपनाई हैं। राज्य सरकार द्वारा कृषि निर्यात को बढ़ावा देने, मेगा फूड पार्क जैसे बुनियादी ढांचे के विकास और सुधारात्मक नीतियों ने यूपी को भविष्य के वैश्विक कृषि निर्यात हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में अग्रसर किया है। आईसीएफए के निदेशक विवेक माथुर ने कहा कि परिषद का यह पुनर्गठन उत्तर प्रदेश को कृषि और निर्यात आधारित ग्रामीण विकास के एक पावरहाउस में बदलने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है।

नया नेतृत्व, नई दिशा

इस दौरान उत्तर प्रदेश राज्य कृषि परिषद के पूर्व अध्यक्ष मुकेश बहादुर सिंह को ICFA की राष्ट्रीय नीति परिषद में कार्यकारी सदस्य के रूप में पदोन्नत किया गया है। परिषद के नए अध्यक्ष के रूप में बीएल एग्रो इंडस्ट्रीज के चेयरमैन घनश्याम खंडेलवाल की नियुक्ति की गई है। उनके साथ कार्यकारी निदेशक रोशन लाल तामक (DCM श्रीराम लिमिटेड) उपाध्यक्ष और डॉ. संजय सिंह (यूपीकार) सह-अध्यक्ष के रूप में शामिल हुए हैं।




राज्य सरकार का समर्थन और स्पष्ट रोडमैप की मांग

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विपणन और कृषि निर्यात मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि अगर किसानों, उद्योगों और संस्थानों को एक स्पष्ट रोडमैप दिया जाए, तो वे राज्य के कृषि निर्यात को कई गुना बढ़ा सकते हैं। उन्होंने इस तरह के कार्यक्रमों को जिला और ब्लॉक स्तर तक विस्तारित करने की आवश्यकता पर बल दिया।




वहीं आईसीएफए के निदेशक तुषार शर्मा ने घोषणा की कि चौथा संस्करण देश के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय कृषि-एक्सपो AgroWorld 2025 का आयोजन पहली बार लखनऊ में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह रणनीतिक कदम प्रदेश को दुनिया से और दुनिया को उत्तर प्रदेश से जोड़ेगा।

यह बदलाव की नहीं, क्रांति की शुरुआत है

UPSAC के नव नियुक्त अध्यक्ष घनश्याम खंडेलवाल ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के कृषि क्षेत्र के लिए यह एक निर्णायक मोड़ है। हम वृद्धिशील सुधार नहीं, बल्कि व्यापक परिवर्तन का रोडमैप बना रहे हैं। UPSAC अब ग्रामीण क्षमताओं और वैश्विक अवसरों के बीच एक सेतु के रूप में कार्य करेगा।





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Lucknow Reporter

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