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Meerut News: आपातकाल की 50वीं बरसी: लोकतंत्र सेनानियों को नमन, मेरठ विकास भवन में गूंजा लोकतंत्र बचाने का संकल्प
Meerut News: आपातकाल भारत के लोकतंत्र की सबसे काली रात थी। उस समय लोकतंत्र की हत्या और नागरिक स्वतंत्रता का दमन हुआ। लोकतंत्र सेनानियों का साहस आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है।
लोकतंत्र सेनानियों को नमन, मेरठ विकास भवन में गूंजा लोकतंत्र बचाने का संकल्प (Photo- Newstrack)
Meerut News: देश के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले अध्याय आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर बुधवार को विकास भवन सभागार में एक भावुक और प्रेरक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस मौके पर लोकतंत्र की रक्षा में योगदान देने वाले सेनानियों और उनके परिजनों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और आम नागरिकों ने भाग लिया।
लघु फिल्म और हस्ताक्षर अभियान से जागा लोकतंत्र का जज़्बा
कार्यक्रम की शुरुआत आपातकाल पर आधारित लघु फिल्म से हुई, जिसने उपस्थित लोगों को उस दौर की भयावहता और नागरिक स्वतंत्रता पर हुए हमलों की याद दिलाई। इसके बाद हस्ताक्षर अभियान चलाया गया, जिसमें सभी ने संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का संकल्प लिया।
लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान
कार्यक्रम में इन लोकतंत्र सेनानियों को स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया:
• सतीश
• राकेश शर्मा
• कृष्णकांत
• प्रदीप जैन
• सतेंद्र
• कुंवरजीत
• राकेश
• राधेश्याम
• हरिशचंद्र
• राजेश गुप्ता
नेताओं और अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि
राज्यसभा सांसद और महापौर हरिकान्त अहलूवालिया ने कहा:
“आपातकाल भारत के लोकतंत्र की सबसे काली रात थी। उस समय लोकतंत्र की हत्या और नागरिक स्वतंत्रता का दमन हुआ। लोकतंत्र सेनानियों का साहस आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है।”
अनुभवों ने किया भावुक
लोकतंत्र सेनानियों और उनके परिजनों ने भी आपातकाल के अनुभव साझा किए। उनकी बातें सुनकर कई लोगों की आंखें भर आईं।
कौन-कौन रहा मौजूद
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी, डीएम डॉ. वी.के. सिंह, मुख्य विकास अधिकारी नूपुर गोयल, अपर जिलाधिकारी नगर बृजेश सिंह, पीडीडीआरडीए सुनील कुमार सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनील कुमार सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।
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