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Meerut News: कांवड़ यात्रा पर हाईटेक निगरानी: मेरठ परिक्षेत्र में ड्रोन, वॉच टावर और 'ऑपरेशन संचार' से चाक-चौबंद सुरक्षा

Meerut News: परिक्षेत्र के चारों जिलों—मेरठ, बुलन्दशहर, बागपत और हापुड़—में कुल 26 मुख्य कांवड़ मार्ग और 32 प्रमुख जलाभिषेक मंदिरों पर सुरक्षा व निगरानी के व्यापक इंतजाम किए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित और सुगम बन सके।

Sushil Kumar
Published on: 13 July 2025 6:42 PM IST
High-tech surveillance on Kanwar Yatra: Drones, watch towers and sporadic security from Operation Communication in Meerut precinct
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कांवड़ यात्रा पर हाईटेक निगरानी: मेरठ परिक्षेत्र में ड्रोन, वॉच टावर और 'ऑपरेशन संचार' से चाक-चौबंद सुरक्षा (Photo- Newstrack)

Meerut News: मेरठ, 13 जुलाई 2025: श्रावण मास में होने वाली पवित्र कांवड़ यात्रा को लेकर मेरठ परिक्षेत्र का प्रशासन पूरी तरह से सतर्क और सक्रिय हो गया है। जन आस्था के इस विशाल आयोजन की सुरक्षा और व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए इस बार तकनीक का भरपूर उपयोग किया जा रहा है। परिक्षेत्र के चारों जिलों—मेरठ, बुलन्दशहर, बागपत और हापुड़—में कुल 26 मुख्य कांवड़ मार्ग और 32 प्रमुख जलाभिषेक मंदिरों पर सुरक्षा व निगरानी के व्यापक इंतजाम किए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित और सुगम बन सके।


सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए मेरठ परिक्षेत्र में कुल 20 वॉच टावर स्थापित किए गए हैं। इनमें मेरठ के बेगमपुल, भोला झाल और मोदीपुरम जैसे महत्वपूर्ण स्थान शामिल हैं, साथ ही बागपत के पुरा महादेव और हापुड़ के ब्रजघाट तक के क्षेत्र भी इनकी निगरानी में रहेंगे। इन टावरों से पूरे क्षेत्र पर पैनी नजर रखी जा सकेगी। इसके अतिरिक्त, गंगा और अन्य जलधाराओं पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 122 गोताखोर और 88 नावें तैनात की गई हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।

पुलिस और जनता के बीच सीधा संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से 'ऑपरेशन संचार' के अंतर्गत एक विशेष पहल की गई है। इस अभियान के तहत कुल 850 सीयूजी (क्लोज्ड यूजर ग्रुप) मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं। इन नंबरों के जरिए हर चौकी इंचार्ज तक आमजन अपनी समस्याओं और किसी भी अप्रिय गतिविधि की सूचना सीधे पहुंचा सकेंगे, जिससे त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित होगी।

तकनीकी निगरानी को और भी पुख्ता करने के लिए परिक्षेत्र में कुल 2643 डिजिटल वॉलंटियर सक्रिय किए गए हैं। ये वॉलंटियर सोशल मीडिया के जरिए भी निगरानी का एक अहम हिस्सा बन रहे हैं, जिससे किसी भी तरह की अफवाह या भड़काऊ सामग्री पर तुरंत नजर रखी जा सके। इसके अलावा, 95 ड्रोन कैमरे लगातार यात्रा मार्गों और मेलों की हवाई निगरानी कर रहे हैं, जो भीड़ प्रबंधन और संदिग्ध गतिविधियों पर नज़र रखने में बेहद प्रभावी साबित होंगे। साथ ही, 7 वायरलेस स्टेशन, 22 सब-स्टेशन और 24 सीसीटीवी कंट्रोल रूम भी चौबीस घंटे निगरानी कर रहे हैं, जिससे पूरे क्षेत्र की पल-पल की जानकारी प्राप्त हो रही है।


श्रावण मेलों के लिए प्रस्तावित नौ प्रमुख स्थलों पर विशेष फोर्स और उन्नत निगरानी तंत्र तैनात किया गया है। पुलिस प्रशासन का दावा है कि वे कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और श्रद्धालुओं की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस हाईटेक पहरे के साथ, प्रशासन का लक्ष्य है कि कांवड़ यात्रा शांतिपूर्ण और निर्बाध रूप से संपन्न हो।

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