Meerut: डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी की पहल से दिव्यांगजनों को तोहफ़ा, हुंडई ने दी अत्याधुनिक व्हीलचेयर

Meerut News: हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने अपनी प्रमुख सीएसआर (कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व) परियोजना ‘समर्थ’ के तहत मेरठ और गाज़ियाबाद जिलों के लिए 80 अत्याधुनिक ऑटोमेटेड व्हीलचेयर निःशुल्क वितरित कीं।

Sushil Kumar
Published on: 29 Sept 2025 3:25 PM IST
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डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी की पहल से दिव्यांगजनों को तोहफ़ा, हुंडई ने दी अत्याधुनिक व्हीलचेयर  (photo: social media )

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ में सेवा पखवाड़ा के अवसर पर सोमवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अटल सभागार में ऐसा ऐतिहासिक पल देखने को मिला, जिसने न केवल दिव्यांगजनों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के सपने को भी साकार करने की दिशा में ठोस कदम बढ़ाया। हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने अपनी प्रमुख सीएसआर (कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व) परियोजना ‘समर्थ’ के तहत मेरठ और गाज़ियाबाद जिलों के लिए 80 अत्याधुनिक ऑटोमेटेड व्हीलचेयर निःशुल्क वितरित कीं। प्रत्येक जिले को 40-40 व्हीलचेयर दी गईं, जिनकी कुल अनुमानित लागत करीब 45 लाख रुपये रही। एक व्हीलचेयर की कीमत लगभग 52 हजार रुपये है।

इस कार्यक्रम की सफलता का श्रेय राज्यसभा सांसद डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी को जाता है, जिनके प्रयासों से यह पहल संभव हो सकी। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक सीएसआर गतिविधि नहीं, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों को सम्मानजनक जीवन देने की दिशा में उठाया गया सशक्त कदम है। डॉ. बाजपेयी ने कहा-“इन व्हीलचेयरों से दिव्यांगजन केवल गतिशील नहीं होंगे, बल्कि आत्मसम्मान और स्वावलंबन की राह पर आगे बढ़ेंगे। यह आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करने में अहम भूमिका निभाएगा,”डॉ. बाजपेयी ने कहा।

कार्यक्रम में हुंडई मोटर इंडिया के कार्यकारी निदेशक कॉर्पोरेट अफेयर्स जिऑनजिक ली, उपाध्यक्ष पुनीत आनंद, जीएम एवं हेड-क्रिएटिंग शेयर्ड वैल्यू सौरभ शर्मा, सीनियर मैनेजर अवीक दुबे, मुख्य विकास अधिकारी मेरठ नूपुर गोयल और पीडीडीआरडीए सुनील कुमार सिंह सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।

सामाजिक पहलों का भी उल्लेख

कार्यक्रम के दौरान हुंडई की अन्य सामाजिक पहलों का भी उल्लेख हुआ। इनमें 56 करोड़ रुपये की लागत से कैंसर डिटेक्शन एंड ट्रीटमेंट फंड की स्थापना और लैब ऑन व्हील्स परियोजना शामिल है, जो निपुण भारत मिशन के तहत 12 जिलों में ग्रामीण बच्चों को विज्ञान और तकनीकी शिक्षा से जोड़ने का कार्य कर रही है।

भाजपा नेताओं के अनुसार इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि जब उद्योग और समाज हाथ मिलाते हैं, तो बदलाव की राह और भी सशक्त बनती है। दिव्यांगजन के लिए यह सिर्फ व्हीलचेयर नहीं, बल्कि स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाया गया एक नया कदम है।

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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