Moradabad: नजूल जमीन पर अवैध DMR अस्पताल निर्माण का खुलासा

सिविल लाइंस में करोड़ों की नजूल भूमि पर डीएमआर अस्पताल का अवैध निर्माण, जिलाधिकारी ने आदेश दिए पर प्रशासनिक कार्रवाई ठप।

Sudhir Goyal
Published on: 15 Oct 2025 6:30 PM IST (Updated on: 15 Oct 2025 6:32 PM IST)
Moradabad DMR construction Dr Manjesh Rathi (image from Social Media)
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Moradabad DMR construction Dr Manjesh Rathi (image from Social Media)

Moradabad News: सिविल लाइंस एरिया में निर्माणधीन डीएमआर अस्पताल सिविल लाइंस क्षेत्र की बेशकीमती नजूल भूमि गाटा संख्या–470 पर अवैध रूप से बनाया जा रहा है। दरअसल सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार गाटा संख्या 470 में करीब 4.95 एकड़ (20032 वर्गमीटर) जमीन है। इस जमीन में से सिर्फ 2713 वर्गमीटर भूमि ही फ्री होल्ड है, जबकि शेष 17318 वर्गमीटर भूमि सरकारी नजूल जमीन है, जिस पर वर्षों से भ्रष्ट सरकारी तंत्र और भूमाफियाओं की मिलीभगत से कब्जे, निर्माण और प्लॉटिंग का खेल खेला जा रहा है।

करीब 3 महीने पहले आशुतोष अग्रवाल नाम के एक व्यक्ति ने पूरे प्रकरण की IGRS शिकायत करने के साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय को भी मामले की शिकायत भेजी। इसके बाद जब जांच स्थानीय अधिकारियों तक पहुंची तो हड़कंप मचा। नजूल भूखंड संख्या 470 की तलाश शुरू हुई। शिकायतकर्ता ने दावा किया कि नजूल भूखंड संख्या 470 पर बहुमंजिला DMR हॉस्पिटल बन रहा है।

प्रकरण में जांच करवाने के बाद जिलाधिकारी ने उपाध्यक्ष मुरादाबाद विकास प्राधिकरण को एक प्रशासनिक पत्र जारी किया, जिसने स्पष्ट रूप से कहा गया है, कि सिविल लाइंस में ग्राम छावनी के नजूल भूखंड संख्या 470(पुराना प्लॉट नंबर - 129) ग्राम छावनी का कुल रकबा 4.95 एकड़ ( 20032 वर्ग मीटर )है। इस भूखंड में से मात्र 2714 वर्ग मीटर भूमि फ्रीहोल्ड है।

बाकी की 17318 वर्ग मीटर भूमि नजूल की भूमि है। जिस पर प्रशासन का कब्जा होना चाहिए। डीएम ने अपने आदेश में स्पष्ट किया कि नजूल रजिस्टर पर इस भूमि की किसी भी प्रकार की बिक्री, नामांतरण आदि के संबंध में शासन का कोई आदेश अंकित नहीं है। इससे साफ है कि मौजूदा समय में फ्री होल्ड हुई भूमि के अतिरिक्त बाकी की 17318 वर्ग मीटर भूमि पर किसी भी प्रकार का निर्माण करना अनुचित है।

डीएम ने वीसी एमडीए को निर्देश दिए कि वह नजूल भूखंड संख्या-470 पर दी गई निर्माण की अनुमति का अवलोकन करें और यदि फ्री होल्ड एरिया के अतिरिक्त किसी हिस्से पर निर्माण हो रहा है तो उसकी स्वीकृति निरस्त करके शासकीय हित में भूमि को संरक्षित करें।

बता दें कि डॉ. मंजेश राठी का DMR हॉस्पिटल भी नजूल भूमि संख्या 470 पर ही बन रहा है। हकीकत यह है कि DMR का निर्माण जिस भूखंड में हो रहा है उसका साइज 2714 वर्ग मीटर नहीं बल्कि करीब 6000 वर्ग मीटर है। बाकी हिस्से में पहले से निर्माण है।

दरअसल इसी 2714 वर्ग मीटर की फ्री होल्ड की गई नजूल जमीन पर ही सभी निर्माण दिखाकर लगभग 17000 वर्ग मीटर से ज्यादा की जमीन भू माफियाओं ने निर्माण करा कर बेच दी। भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से पूरा खेल खेला गया।

बता दें कि नजूल की भूमि केवल आवासीय प्रयोग के लिए फ्री होल्ड की जाती है उस पर कोई भी कमर्शियल निर्माण या नर्सिंग होम इत्यादि नहीं बन सकता। लिहाजा DMR अस्पताल का निर्माण पूर्णतया अवैध है। दूसरे इस बिल्डिंग 30 फीट खोदकर अवैध बेसमेंट बना दिया गया। यानी डॉक्टर साहब की जो मर्जी में आया वह कर डाला।

डॉक्टर साहब सोशल मीडिया पर आकर अपने निर्माण को बता रहे जायज

खुलासे के बाद निर्माणधीन डीएमआर अस्पताल के स्वामी डॉ मंजेश राठी सोशल मीडिया पर आकर अब भी अपने निर्माण को जायज बता रहे हैं। और इस संबंध में अपने पास तमाम संबंधित विभागों की NOC होने के तर्क दे रहे हैं। डॉ मंजेश राठी के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है, कि DMR का निर्माण जिस भूखंड में हो रहा है उसका साइज 2714 वर्ग मीटर नहीं बल्कि करीब 6000 वर्ग मीटर है। जबकि केवल 2714 वर्ग मीटर जगह ही फ्री होल्ड है। स्पष्ट है कि डॉक्टर साहब द्वारा डीएमआर अस्पताल नजूल की बेशकीमती जगह पर अवैध कब्जा करके बनाया जा रहा है।

जिलाधिकारी के प्रशासनिक आदेश का पत्र वायरल

प्रकरण में जिलाधिकारी द्वारा उपाध्यक्ष मुरादाबाद विकास प्राधिकरण व नगर निगम आदि को भेजा गया वह पत्र वायरल हो गया है. जिसमें जिलाधिकारी द्वारा नजूल की फ्री होल्ड की गई जमीन के अतिरिक्त भूमि पर किए गए सभी निर्माण को तुरंत प्रभाव से रुकवाने व पूर्व में दी गई सभी अनुमतियों को खारिज करने का आदेश दिया गया है। आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि नजूल की इस फ्री होल्ड भूमि पर केवल आवासीय निर्माण किया जा सकते हैं, किसी भी दशा में कोई अन्य निर्माण नहीं किया जा सकता। फ्रीहोल्ड भूमि के अतिरिक्त नजूल की शेष भूमि सरकारी भूमि है, जिसे संरक्षित किया जाना अत्यंत आवश्यक है।

प्राधिकरण सहित अन्य विभागों ने जिलाधिकारी के आदेश को हवा में उड़ाया

लगभग एक महीना पहले दिए गए जिलाधिकारी के महत्वपूर्ण आदेश को मुरादाबाद विकास प्राधिकरण, नगर निगम व अन्य विभागों द्वारा हवा में उड़ा दिया गया। स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार के चलते नजूल की बेश कीमती भूमि पर अवैध रूप से बन रहे डीएमआर अस्पताल को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई। मंगलवार को भी खबर लिखे जाने तक लगभग 60-70 मजदूरों के साथ डीएमआर अस्पताल में लिंटर डाले जाने की कार्यवाही तेजी के साथ की जा रही थी।

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