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अग्निवीर भर्ती में फेल अभ्यर्थी से 3 लाख की ठगी, फर्जी मेडिकल पास बनवाकर बनाया शिकार, आरोपी गिरफ्तार
Muzaffarnagar News: मुजफ्फरनगर में अग्निवीर भर्ती के दौरान एक युवक से ₹3 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी ने फेल अभ्यर्थी को फर्जी मेडिकल पास देकर झांसे में लिया।
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Muzaffarnagar News: अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के दौरान एक फेल अभ्यर्थी से ₹3 लाख की ठगी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मेरठ निवासी एक ठग ने खुद को सेना से जुड़ा अधिकारी बताकर अभ्यर्थी को झांसे में लिया और फर्जी मेडिकल पास देकर बड़ी रकम ऐंठ ली। पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
मामला कैसे शुरू हुआ
बिजनौर के थाना नूरपुर अंतर्गत पनियाला गांव निवासी अभिषेक 23 अगस्त को मुजफ्फरनगर के चौधरी चरण सिंह स्पोर्ट्स स्टेडियम में चल रही अग्निवीर भर्ती में शामिल हुआ था, जहां वह शारीरिक परीक्षा में फेल हो गया। अगले दिन 24 अगस्त को अभिषेक के ईमेल पर एक "संदीप" नामक व्यक्ति का मेल आया, जिसमें एक मोबाइल नंबर और कॉल करने का निर्देश दिया गया था।जब अभिषेक ने उस नंबर पर संपर्क किया, तो दूसरी ओर से व्यक्ति ने खुद को "संदीप" बताते हुए भर्ती में पास कराने का दावा किया। इसके बाद मेरठ में मुलाकात कर उससे ₹1 लाख एडवांस ले लिए गए। कुल सौदा ₹3 लाख में हुआ, और आरोपी ने उसे फर्जी मेडिकल पास थमा दिया।
फिंगरप्रिंट फेल, ठगी का खुलासा
31 अगस्त को जब अभिषेक दोबारा भर्ती स्थल पहुंचा, तो उसके फिंगरप्रिंट मैच नहीं हुए और उसे वापस लौटा दिया गया। तब उसे ठगी का एहसास हुआ। पीड़ित ने अपने परिजनों के साथ सिविल लाइन थाना पहुंचकर मामले की शिकायत की।
आरोपी गिरफ्तार, फर्जी दस्तावेज और आर्मी ड्रेस बरामद
पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए आरोपी सुमित कुमार पुत्र रकम सिंह, निवासी रमचोली, थाना क्षेत्र मेरठ को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से फर्जी आर्मी आईडी कार्ड, सेना की वर्दी, एक मोबाइल फोन और स्कूटी बरामद की गई।
कैसे करता था ठगी?
पुलिस पूछताछ में सुमित ने खुलासा किया कि वह पिछले कई वर्षों से विभिन्न सेना भर्ती स्थलों पर जाकर ऐसे अभ्यर्थियों को निशाना बनाता था जो फिजिकल में फेल हो जाते थे। वह उनके छोड़े गए एडमिट कार्ड और दस्तावेजों से उनकी ईमेल आईडी निकालता था और फिर मेल भेजकर पास कराने का झांसा देता था। मेरठ बुलाकर आर्मी की वर्दी पहन कर वह खुद को अधिकारी बताता और विश्वास जीतकर पैसे लेता था।एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि यह आरोपी कई वर्षों से ऐसे मामलों में लिप्त है और इसके खिलाफ पूर्व में भी कई जिलों में शिकायतें हो सकती हैं। पुलिस अन्य जिलों से संपर्क कर रही है ताकि पुराने मामलों की जांच की जा सके।
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