TRENDING TAGS :
बलरामपुर में जीएसटी फर्जीवाड़ा: 86.91 करोड़ की आपूर्ति, 23 करोड़ ITC ट्रांसफर पर FIR दर्ज
Balrampur News: बलरामपुर में जीएसटी फर्जीवाड़ा, 86.91 करोड़ की आपूर्ति, 23 करोड़ ITC ट्रांसफर
Balrampur GST fraud
Balrampur News: बलरामपुर जिले में कर विभाग की जांच में फर्जी जीएसटी पंजीकरण का बड़ा मामला सामने आया है। सहायक आयुक्त कर खंड-1 प्रवीण कुमार सिंह ने देहात कोतवाली में तहरीर देकर फर्म ओम इंटरप्राइजेज के स्वामी संदीप कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।जानकारी के मुताबिक, ओम इंटरप्राइजेज (GSTIN-09BENPK7018C1ZH) का पंजीकरण बलरामपुर जिले में दिखाया गया था। व्यापारी संदीप कुमार, पुत्र सुरेश चन्द्र, मूल रूप से फिरोजाबाद का निवासी है। जांच में पाया गया कि पंजीकरण के लिए अपलोड किया गया विद्युत बिल फर्जी है।
यह बिल कानपुर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी लिमिटेड का था, लेकिन उसमें बलरामपुर का पिनकोड (271207) डालकर पंजीकरण प्राप्त कर लिया गया।इसके अलावा पंजीकरण के लिए अपलोड किया गया किरायानामा भी कूटरचित पाया गया। किरायानामे में जो पता (A NO 870, P NO अंकित था, वह मौके पर अस्तित्वहीन निकला। राज्यकर अधिकारियों ने मौके पर सत्यापन किया, लेकिन न तो वहां कोई फर्म पाई गई और न ही स्थानीय लोगों को संदीप कुमार या ओम इंटरप्राइजेज के बारे में जानकारी थी।
ऑनलाइन पंजीकरण में दर्ज मोबाइल नंबर भी बंद मिले। इसके बावजूद व्यापारी ने जुलाई 2025 में ₹86.91 करोड़ की आउटवर्ड आपूर्ति दर्शाई और करीब ₹23.11 करोड़ का आईटीसी अन्य फर्मों को ट्रांसफर कर दिया। कर विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, यह सब बिना वास्तविक खरीद-बिक्री किए केवल प्रपत्रों के दुरुपयोग से किया गया। इससे सरकार को बड़े पैमाने पर राजस्व क्षति पहुंचाने का प्रयास किया गया।कर विभाग ने व्यापारी की गतिविधियों को स्पष्ट रूप से अपराधिक मंशा से किया गया फर्जीवाड़ा बताया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय प्राधिकारी ने 25 अगस्त 2025 को फर्म का पंजीकरण निलंबित कर दिया था। इसके बाद संपूर्ण जांच रिपोर्ट, आपूर्ति का विवरण, बैंक खाते का ब्यौरा, विद्युत बिल, किरायानामा और दस्तावेजों की प्रतियां पुलिस को सौंपी गईं।सहायक आयुक्त कर खंड-1 की तहरीर पर देहात कोतवाली पुलिस ने संदीप कुमार के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!