TRENDING TAGS :
Hapur News: हापुड़ में एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, एक आरोपी गिरफ्तार
Hapur News: जनपद हापुड़ में साइबर अपराध से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें पिलखुवा कोतवाली पुलिस ने एटीएम कार्ड बदलकर लोगों से ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है।
Hapur News
Hapur News: उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में साइबर अपराध से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें पिलखुवा कोतवाली पुलिस ने एटीएम कार्ड बदलकर लोगों से ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसके कब्जे से बीस हजार रुपये नकद और ठगी में प्रयुक्त बाइक बरामद की गई है।
शिकायत से हुआ खुलासा: महिला के खाते से निकाले गए 46 हजार रुपये
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक पटनीश कुमार के अनुसार, पिलखुवा की माहेश्वरी कॉलोनी निवासी रीता त्यागी ने 27 जून को थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उन्होंने बताया कि वह अपनी पुत्रवधू के एटीएम कार्ड से पैसे निकालने के लिए गली के बाहर स्थित बैंक के एटीएम पर गई थीं। वहां पहले से मौजूद कुछ अज्ञात युवक उन्हें बातों में उलझाने लगे।रीता त्यागी ने बताया कि उनका ध्यान भटकाया गया और जब उन्होंने ट्रांजेक्शन की कोशिश की तो पैसे नहीं निकले। लेकिन बाद में पता चला कि एटीएम कार्ड बदल दिया गया था। कुछ ही देर में उनके बैंक खाते से चार अलग-अलग ट्रांजेक्शन में कुल 46 हजार रुपये निकाल लिए गए। इस घटना के बाद पीड़िता ने तुरंत पुलिस से शिकायत की, जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।
आरोपी बाइक समेत गिरफ्तार
रविवार देर रात को बस अड्डा चौकी प्रभारी परवेंद्र कुमार अपनी टीम के साथ क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि रामलीला मैदान के गेट के बाहर एक संदिग्ध युवक बाइक पर बैठकर लोगों को एटीएम से संबंधित धोखाधड़ी का शिकार बना रहा है।सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत घेराबंदी करते हुए संदिग्ध युवक को मौके से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उसकी पहचान वैभव गोयल, निवासी मंडावली फाजलपुर, दिल्ली के रूप में हुई। पुलिस को उसके पास से 20 हजार रुपये नकद और एक मोटरसाइकिल भी बरामद हुई, जिसका उपयोग वह घटनाओं को अंजाम देने में करता था।
आरोपी का कबूलनामा: एटीएम कार्ड बदल कर करते थे ठगी
पूछताछ के दौरान वैभव गोयल ने पुलिस के सामने कई अहम खुलासे किए। उसने बताया कि वह अकेला नहीं, बल्कि एक गिरोह के साथ मिलकर काम करता है। इनका तरीका बेहद शातिराना था—वे एटीएम बूथ के बाहर खड़े रहते और जैसे ही कोई बुजुर्ग या कम तकनीकी जानकारी रखने वाला व्यक्ति आता, तो उसे मदद का बहाना बनाकर बातों में उलझा देते। इसी दौरान असली एटीएम कार्ड बदल दिया जाता और कुछ ही देर में उसके खाते से पैसे निकाल लिए जाते।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!