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Hapur News: हापुड़ में 50 लाख की साइबर ठगी: इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर महिला ने लगाया निवेश का झांसा
Hapur News: एक महिला ने सोशल मीडिया पर पहले दोस्ती कर एक व्यक्ति का भरोसा जीता और फिर फर्जी निवेश योजना के नाम पर उससे 50 लाख रुपये की ठगी कर ली।
Hapur Cyber Fraud
Hapur News:- जनपद हापुड़ के थाना पिलखुवा क्षेत्र से एक चौंकाने वाला साइबर क्राइम का मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला ने सोशल मीडिया पर पहले दोस्ती कर एक व्यक्ति का भरोसा जीता और फिर फर्जी निवेश योजना के नाम पर उससे 50 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित संजीव कुमार सैनी ने थाना साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके आधार पर जांच शुरू हो गई है।
सोशल मीडिया बना जाल बिछाने का माध्यम
पीड़ित संजीव कुमार सैनी, निवासी छिपीवाड़ा, तीन मूर्ति के पास, थाना पिलखुवा, ने अपनी शिकायत में बताया कि कुछ समय पहले उसकी इंस्टाग्राम पर पहचान अंजलि शर्मा नामक महिला से हुई थी। दोनों के बीच बातचीत बढ़ी और जल्द ही यह दोस्ती व्हाट्सएप तक पहुंच गई। महिला की बातों और व्यवहार से प्रभावित होकर संजीव ने उस पर भरोसा कर लिया।
फर्जी इन्वेस्टमेंट स्कीम का झांसा
कुछ समय बाद अंजलि ने खुद को “जलोरा पोर्टल” नामक एक अंतरराष्ट्रीय फाइनेंशियल इन्वेस्टमेंट कंपनी की कर्मचारी बताया। उसने संजीव को बताया कि यदि वह इस पोर्टल पर निवेश करता है, तो उसे बहुत कम समय में दुगना या तिगुना रिटर्न मिलेगा।शुरुआत में अंजलि ने उसे कुछ रिटर्न भी दिए, जिससे संजीव का विश्वास और बढ़ गया। इसी विश्वास के आधार पर संजीव ने अलग-अलग किस्तों में कुल 46 लाख रुपये निवेश के रूप में ट्रांसफर कर दिए। इसके अलावा 6 लाख रुपये अतिरिक्त शुल्क, टैक्स और वेरिफिकेशन फीस के रूप में भी मांगे गए, जो उसने अलग-अलग UPI और बैंक खातों में ट्रांसफर किए।
निकासी के नाम पर बढ़ा दबाव
जब संजीव ने निवेश की गई रकम और मुनाफा निकालने की कोशिश की, तो उसे बताया गया कि उसकी राशि अंतरराष्ट्रीय खाते में फंसी है और निकासी के लिए उसे और पैसे जमा करने होंगे। इसके बाद उसे कई टेलीग्राम आईडी से मैसेज कर भुगतान का दबाव बनाया गया। संजीव को धीरे-धीरे समझ में आ गया कि वह एक सुनियोजित साइबर फ्रॉड का शिकार हो गया है।
पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज
एसपी हापुड़ ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि संजीव कुमार की तहरीर पर आरोपी महिला अंजलि शर्मा और उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने जिन खातों में रकम ट्रांसफर की गई है, उनकी जांच शुरू कर दी है। इन खातों के जरिए साइबर अपराधियों की पहचान की जा रही है और जल्दी ही गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी।
जनता के लिए चेतावनी और सावधानियां
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से लोग किस तरह साइबर अपराधियों के जाल में फंस सकते हैं। पुलिस और साइबर सेल की ओर से नागरिकों को निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है:
# किसी अंजान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर गहरी बातचीत न करें।
# निवेश करने से पहले संबंधित कंपनी या पोर्टल की सच्चाई की पूरी जांच करें।
#यदि कोई योजना शुरू में बहुत अधिक लाभ का दावा कर रही हो, तो सतर्क हो जाएं – यह साइबर ठगी का संकेत हो सकता है।
# कभी भी UPI या ऑनलाइन पेमेंट से किसी को बिना ठोस कारण और पहचान के पैसे न भेजें।
#साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर तुरंत नजदीकी थाने या साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें।
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