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Hapur News: हापुड़: क्रेडिट कार्ड ठगी का पर्दाफाश, बैंक कर्मी समेत तीन गिरफ्तार
Hapur News: इस गिरोह की जड़ें इतनी गहरी थीं कि इसमें एचडीएफसी बैंक का एक कर्मचारी भी शामिल था, जो ग्राहकों की गोपनीय जानकारी ठगों को मुहैया कराता था।
हापुड़: क्रेडिट कार्ड ठगी का पर्दाफाश, बैंक कर्मी समेत तीन गिरफ्तार (Photo- Newstrack)
Hapur News: हापुड़, उत्तर प्रदेश: हापुड़ की साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एक बड़े अंतर्राज्यीय साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह भोले-भाले लोगों के क्रेडिट कार्ड का एडऑन (अतिरिक्त कार्ड) बनवाकर उनके खातों से लाखों रुपये उड़ा लेता था। इस गिरोह की जड़ें इतनी गहरी थीं कि इसमें एचडीएफसी बैंक का एक कर्मचारी भी शामिल था, जो ग्राहकों की गोपनीय जानकारी ठगों को मुहैया कराता था। पुलिस ने आरोपियों के पास से 18 क्रेडिट/डेबिट कार्ड, तीन मोबाइल फोन, कूटरचित (जाली) रसीदें और ₹1620 नकद बरामद किए हैं।
₹14 लाख की ठगी का खुलासा
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर के मेरठ रोड स्थित कृष्ण विहार निवासी मनीष ने 20 जून को साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। मनीष ने बताया कि उसके एचडीएफसी क्रेडिट कार्ड, जिसकी लिमिट 14 लाख रुपये है, से 22 मई को तीन बार में पूरी ₹14 लाख की रकम निकाल ली गई। जांच के बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि मनीष के नाम पर एक एडऑन कार्ड बनवाया गया था, जिसकी मदद से यह धोखाधड़ी की गई।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारियां
सीओ वरुण मिश्रा ने बताया कि थाना साइबर क्राइम प्रभारी नजीर खान के नेतृत्व में गठित टीम ने मेरठ-बुलंदशहर हाईवे के पास से तीन अभियुक्तों को धर दबोचा। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहित त्यागी (ग्राम रामपुर, थाना हाफिजपुर), प्रमोद (ग्राम माहिपुर, थाना खुर्जा, जनपद बुलंदशहर) और अमन अग्रवाल (भगवानपुरी) के रूप में हुई है। पकड़े गए आरोपी अमन अग्रवाल एचडीएफसी बैंक में कार्यरत था और गिरोह को ग्राहकों के एडऑन कार्ड उपलब्ध कराता था।
आरोपियों ने सख्ती से पूछताछ करने पर बताया कि वे मिलकर भोले-भाले लोगों के क्रेडिट कार्ड का एडऑन धोखाधड़ी से एचडीएफसी बैंक के ऐप के जरिए अप्लाई करते थे। बैंक कर्मी अमन उन्हें ये कार्ड उपलब्ध कराता था। इसके बाद, जनसेवा केंद्र के माध्यम से क्रेडिट कार्ड से नकदी निकाल ली जाती थी। ग्राहकों को भरोसा दिलाने के लिए, ये ठग संबंधित बैंक की फर्जी रसीदें तैयार कर उनके मोबाइल नंबरों पर भेज देते थे। तीनों आरोपियों ने मिलकर ₹14 लाख की ठगी की रकम आपस में बांट ली थी। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह अन्य जिलों और राज्यों में भी सक्रिय हो सकता है, जिसकी जांच जारी है।
बरामदगी
गिरफ्तार आरोपियों के पास से 18 क्रेडिट/डेबिट कार्ड, 3 मोबाइल फोन, कूटरचित रसीदें और ₹1620 नकद बरामद किए गए हैं। आरोपियों ने स्वीकार किया है कि ठगी की शेष राशि उन्होंने खर्च कर दी है।
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