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Lucknow News: ऑनलाइन ठगी करके Crypto Currency में इन्वेस्ट करने वाले 8 शातिरों को लखनऊ की साइबर क्राइम पुलिस ने किया गिरफ्तार
Lucknow News: सभी अभियुक्तों ऑनलाइन फ्रॉड व डिजिटल अरेस्ट से ठगी गई रकम को क्रिप्टोकरंसी में इनवेस्ट करते थे।
8 शातिरों को लखनऊ की साइबर क्राइम पुलिस ने किया गिरफ्तार (photo; social media )
Lucknow News: राजधानी लखनऊ में डिजिटल अरेस्ट व अलग अलग माध्यमों से साइबर ठगी करने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। तेजी से सामने आ रहे ऐसे मामलों को गंभीरता से लेते हुए लखनऊ पुलिस साइबर अपराधियों की धड़पकड़ में लगी हुई है। इसी बीच लखनऊ की साइबर पुलिस ने ऑनलाइन फ्रॉड व डिजिटल अरेस्ट करके ठगी करने वाले बड़े गैंग का खुलासा करते हुए 8 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। बताया जाता है कि ये सभी अभियुक्तों ऑनलाइन फ्रॉड व डिजिटल अरेस्ट से ठगी गई रकम को क्रिप्टोकरंसी में इनवेस्ट करते थे। पुलिस के हत्थे चढ़े इस गैंग के सदस्य लखनऊ, गोंडा व रायबरेली के साथ अन्य जिलों के रहने वाले हैं।
दो माह में 70 से 80 लाख का 'क्रिप्टो ट्रेडिंग' के लिए किया ट्रांसफर
साइबर क्राइम पुलिस टीम ने बताया कि ये सभी आरोपी USDT (Tether) के माध्यम से अवैध क्रिप्टो लेनदेन करते थे। जांच में सामने आया है कि बीते दो महीनों में करीब 75 से 80 लाख रुपये 'क्रिप्टो ट्रेडिंग' के बहाने से बैंक खातों के माध्यम से ट्रांसफर किए। लखनऊ की साइबर क्राइम सेल के अलावा, साइबर थाना व थाना गोसाईगंज पुलिस ने इस सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया।
TRC-20 नेटवर्क से करते थे ठगी, चीनी गैंग को भेजते थे क्रिप्टो
मिली जानकारी के अनुसार, ये गैंग TRC-20 नेटवर्क के जरिए USDT ट्रेडिंग करता और चीनी गैंग से जुड़े अवैध कैश को वैध दिखाकर जालसाजी की घटना को अंजाम देता था। बताया जाता है कि गिरफ्तार हुए गैंग के सदस्य TRC-20 नेटवर्क के सहारे लोगों को डिजिटल अरेस्ट करके या फिर ऑनलाइन फ्रॉड करके मोटी रकम ऐंठ कर ठगी करते और फिर भोलेभाले लोगों से वसूली गई रकम को भारत में मौजूद अलग अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता था। बैंकों में ट्रांसफर हुई ठगी गयी रकम से गैंग की ओर से USDT खरीदा जाता और अंत में वही क्रिप्टो चीनी गैंग को भेज दिया जाता। पुलिस टीम के अनुसार, संचार एन्क्रिप्टेड, उपनाम आधारित होता है और पहचान छुपाने के लिए यूज़रनेम बार-बार बदले जाते हैं।
8 अभियुक्त गिरफ्तार, 2 को बनाया गया सरकारी गवाह
लखनऊ साइबर टीम की ओर से धरे गए आरोपियों में सत्यम तिवारी, दिवाकर विक्रम सिंह, सक्षम तिवारी, विनोद कुमार, कृष शुक्ला, मोहम्मद शा, लईक अहमद और मनीष जायसवाल का नाम शामिल हैं। ये सभी अभियुक्त लखनऊ, बस्ती, रायबरेली, गोंडा आदि जिलों के रहने वाले हैं। इसके साथ ही पुलिस टीम ने कुल 8 लोगों को गिरफ्तार करने के साथ ही 2 अन्य लोगों को सरकारी गवाह बनाया गया है। बाकियों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस टीम के अनुसार, इस गैंग को चीनी गैंग को रकम भेजने के बाद उसका कमीशन भी मिलता था।
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