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Muzaffarnagar News: सड़कों में गड्ढे नहीं, सड़क ही नहीं — जनता बनी परेशानी का शिकार
Muzaffarnagar News: मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की घोर लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘सड़क गड्ढा मुक्त अभियान’ के दावे इस ज़िले में खोखले साबित हो रहे हैं।
Muzaffarnagar road condition
Muzaffarnagar News: मुजफ्फरनगर में नगर पालिका और मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की घोर लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘सड़क गड्ढा मुक्त अभियान’ के दावे इस ज़िले में खोखले साबित हो रहे हैं। शहर का प्रमुख मार्ग तालाब का रूप धारण कर चुका है, जहां आए दिन गड्ढों में गिरकर राहगीर घायल हो रहे हैं।
यह खराब सड़क रिशु विहार फाटक से लेकर A to Z बाईपास मार्ग तक जाती है, जो नगर का सर्कुलर रोड है। इस सड़क से होकर ही पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान के निवास तक भी पहुंचा जाता है। लेकिन इसकी हालत इतनी जर्जर हो गई है कि अब यह स्थानीय लोगों और राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है।स्थानीय निवासियों के अनुसार, लोगों में आक्रोश इतना बढ़ चुका है कि वे नगर पालिका अध्यक्ष से लेकर मंत्रियों तक अपनी नाराज़गी जाहिर कर रहे हैं। दुकानदार और राहगीर लगातार शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन फिर भी सड़क निर्माण नहीं हो पाया।
जल निकासी की अनदेखी बनी हादसों की वजह
आरोप है कि मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण द्वारा सड़क निर्माण तो कराया गया, लेकिन सड़क किनारे बनाए गए नाले ऊंचे स्तर पर बना दिए गए। इससे बरसात के बिना भी सड़क पर जलभराव बना रहता है और सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे उभर आते हैं। इससे ई-रिक्शा, बाइक और कार चालकों को दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ता है।
सड़क या तालाब? – हालत बदतर
इस सड़क का एक हिस्सा तो स्थायी रूप से जलमग्न रहता है, जहां हरी घास उग आई है, मानो यह किसी जंगल का दृश्य हो। चिंताजनक बात यह है कि इसी मार्ग पर स्थित है श्री राम कॉलेज, जहां प्रतिदिन हजारों छात्र-छात्राएं शिक्षा प्राप्त करने आते हैं।जनता बार-बार नगर पालिका अध्यक्ष, मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण और संबंधित मंत्रियों से सड़क की मरम्मत की मांग कर चुकी है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।
बड़ा सवाल: गड्ढा मुक्त योजना कहां गई?
सरकार की योजना के अनुसार सड़कों को पूरी तरह गड्ढा मुक्त होना चाहिए, लेकिन यहां हालत यह है कि सड़क ही नहीं बची, केवल गड्ढे और पानी से भरे हुए क्षेत्र बचे हैं। यह मार्ग नगर का मुख्य और अत्यंत व्यस्ततम मार्ग है, जिससे भारी संख्या में लोग प्रतिदिन आवागमन करते हैं।ऐसे में प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठना लाजमी है। क्या सरकार और प्रशासन तब तक जागेगा जब कोई बड़ा हादसा हो जाएगा?
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