Sonbhadra News: खेतों के मेड़ों पर लहलहाएगी चिरौंजी की फसल, किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे टिशू कल्चर के पौधे

Sonbhadra News: सीडीओ ने किसानों को चिरौंजी के फसल के लिए हर संभव मदद मुहैया कराने का भरोसा दिया और जिला उद्यान अधिकारी को इससे जुड़े निर्देश दिए। किसानों से बिचौलियों के झांसे में आकर कम दाम पर चिरौंजी फल न बेचने की सलाह दी गई।

Kaushlendra Pandey
Published on: 3 May 2025 7:56 PM IST
Chiranji crop floating on the fields’ trunks, tissue culture plants to be provided to farmers
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खेतों के मेड़ों पर लहलहाएगी चिरौंजी की फसल, किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे टिशू कल्चर के पौधे (Photo- Social Media)

Sonbhadra News: सोनभद्र । जिले की पहचान रही चिरौंजी की फसल जंगलों के साथ खेतों की मेड़ों पर भी लहलहाए, इसकी पहल शुरू हो गई है। इसको लेकर सीडीओ जागृति अवस्थी की तरफ से जिला उद्यान अधिकारी को किसानों से संपर्क स्थापित कर, विलुप्त हो रहे चिरौंजी के पौधों का व्यापक रूप में पौधरोपण करने, चिरौंजी के फल से बीजों को आसानी से निकालने के लिए प्रसंस्करण (मशीन) आदि की व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। साथ ही, किसानों से बिचौलियों के झांसे में न आने, अच्छी कीमत पर ही फसल बेचने की अपील की है।

किसानों से किया संवाद, कई गांवों का भ्रमण कर जाना हाल

जिलाधिकारी से मिले निर्देश के क्रम में सीडीओ ने तेजी से विलुप्त हो रहे चिरौजी (चार) के वृक्षों के संरक्षण और नए पौधों के रोपण को लेकर, घोरावल तहसील क्षेत्र के परसौना, तेंदुहार, कन्हारी, लली, उम्भा, इमलीपोखर, मूर्तिया, पेढ़ आदि गांवों का भ्रमण कर चिरौजी के फसल की स्थिति जानी। किसानों से वार्ता कर समाप्त होते चिरौंजी के पेड़ और फसल उत्पाद में आ रही दिक्कत के बारे में जानकारी हासिल की।

किसनों का कहना था कि चिरौजी के फल से बीज निकालने और उनके विपणन आदि की समुचित व्यवस्था न होने के कारण बिचौलिए इसका लाभ उठा रहे हैं। विपणन की सही व्यवस्था न होने के कारण जो चिरौंजी की फसल पैदा भी हो रही है तो उसे कम बिचौलियों के हाथों बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है। उचित कीमत न मिलने के कारण चिरौंजी के पेड़ों के संरक्षण और उसके फल को इकठ्ठा करने को लेकर उदासीनता की स्थिति बनती जा रही है।


किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे टिशू कल्चर के पौधे: सीडीओ

सीडीओ ने किसानों को चिरौंजी के फसल के लिए हर संभव मदद मुहैया कराने का भरोसा दिया और जिला उद्यान अधिकारी को इससे जुड़े निर्देश दिए। किसानों से बिचौलियों के झांसे में आकर कम दाम पर चिरौंजी फल न बेचने की सलाह दी गई।

सीडीओ ने कहा कि सामान्यताया चिरौजी के बीज से तैयार पौधे में फल ग 7-8 वर्ष बाद आते है लेकिन टिशू कल्चर के पौधों में 5 वर्ष बाद ही फल आना प्रारंभ हो जाता है। कहा कि कृषक चिरौजी के पौधों को अपने खेत या मेड़ पर लगाकर अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। बताया गया कि किसानों को जिला उद्यान अधिकारी के जरिए अगस्त माह में टिशू कल्चर के पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे।

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