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जल्द ही पहले स्थान पर होंगी उत्तरप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं : ब्रजेश पाठक चिकित्सा और पैरा मेडिकल स्टाॅफ की हुई तैनाती

Lucknow News: प्रदेश में स्वास्थ्य सम्बंधित व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए सरकार इन दिनों ऐक्शन मोड में है।

Newstrack          -         Network
Published on: 30 Jun 2025 7:02 PM IST
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Uttar Pradesh News: प्रदेश में स्वास्थ्य सम्बंधित व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए सरकार इन दिनों ऐक्शन मोड में है। चाहे मामला डाॅक्टरों का हो या फिर स्टाॅफ का सरकार इन सभी पहलूओं पर बारीकी नजर रखते हुए फैसले ले रही है। और व्यवस्थाओं को सुदृण कर रही है। यह कहना है डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक का।

उपमुख्यमंत्री ने सोमवार को एनएचएम के कार्यों की जानकारी देते हुए वर्ष 2017 से पहले मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं तुलना अपने सरकार से की और कहा कि 2017 से पहले स्वास्थ्य विभाग की बदहाली किसी से नहीं छुपी है। लेकिन, प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद आज मरीजों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जा रही है। इसके अलावा पूरे प्रदेश में मरीजों की सहूलियत के लिए हर पैमाने पर काम किया जा रहा है। बहुत जल्द यूपी पूरे भारत में प्रथम स्थान पर पहुंचने की उपलब्धि हासिल करेगा।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की प्रगति रिपोर्ट की जी जानकारी

सोमवार को मंत्री ने वर्ष 2024 से मार्च 2025 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत प्रगति रिपोर्ट की जानकारी देते हुए बताया कि पूरे प्रदेश में चिकित्सा वशिषज्ञों और मेडिकल स्टाॅफ की तैनाती की गई है। वर्तमान में 6022 ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों में424 केंद्रों पर सिजेरियन प्रसव कराए जा रहे हैं। इसके साथ एफआरयू ;प्रथम रेफरल यूनिटद्ध के रुप में शुरू की गई हैं।

जननी सुरक्षा योजना के 24.43 लाख प्रसव कराए

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान 2050 के तहत पिछले एक वर्ष में प्रदेश 24.43 लाख सूरक्षित प्रसव कराए गए। वहीं, 60.63 महिलाओं के निःशुल्क औषधिए 18.94 लाख को भोजन , 47.82 लाख की जांच कराई गई।

नवजातों के मृत्यु दर में कमी आई

सिक न्यू बोर्न ईकाई के माध्यम से प्रदेश के सभी 75 जिलों में 115 सेंटर चल रहे हैं। अबतक 1.36 लाख शिशुओं को एसएनसीयू में इलाज दिया जा चुका है। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में 84 पोषण पनर्वास केंद्रों का संचालन किया जा रहा है, ताकि कुपोषण से ग्रसत बच्चों का इलाज कराया जा सके।

4.26 करोड़ लोगों को मिला टेलीमेडिसिन का फायदा

ई संजीवनी एप के तहत अबतक 4.26 करोड़ लोगों को टेलीमेडिसिन का फायदा मिला है। इसके साथ ही 75 चिकित्सालयों में निःशुल्क डायलिसिस 76 चिकित्सालयों में निःशुल्क सीटी स्कैन इसके साथ ही प्रदेश में 227 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टेलीरेडियोलॉजी और 4470 एम्बुलेंस के जरीए 63 लाख से से अधिक लोगों को एम्बुलेंस की सुविधा मिली है।

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