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Varanasi News: बीएचयू में ‘ट्रॉमा स्टडीज़’ पर पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय पाठ्यक्रम का भव्य शुभारंभ

Varanasi News: महामना हॉल में आयोजित उद्घाटन समारोह में अमेरिका से प्रो. एमी पोज़ोर्स्की समेत देशभर के विशेषज्ञों की भागीदारी, बहुविषयी दृष्टिकोण से ट्रॉमा की गहन पड़ताल

Ajit Kumar Pandey
Published on: 23 Jun 2025 9:12 PM IST (Updated on: 23 Jun 2025 9:14 PM IST)
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Varanasi News: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विज्ञान संस्थान स्थित महामना हॉल में सोमवार को पांच दिवसीय GIAN पाठ्यक्रम “Interdisciplinary Approaches to Trauma: Trauma Studies in the 21st Century” का भव्य उद्घाटन हुआ। यह पाठ्यक्रम 23 से 27 जून 2025 तक आयोजित हो रहा है।

इस शैक्षणिक पहल की समन्वयक डॉ. शिप्रा ठोलिया (सहायक प्रोफेसर, जर्मन विभाग, बीएचयू) और सह-समन्वयक डॉ. अमर सिंह (सहायक प्रोफेसर, अंग्रेज़ी विभाग, महिला महाविद्यालय, बीएचयू) हैं। उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य रिसोर्स पर्सन के रूप में प्रो. एमी पोज़ोर्स्की (सेंट्रल कनेक्टिकट स्टेट यूनिवर्सिटी, अमेरिका) शामिल हुईं, जो ट्रॉमा स्टडीज़ की एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ हैं।

कार्यक्रम में प्रो. अनिता सिंह (अध्यक्ष, अंग्रेज़ी विभाग), डॉ. मधु तपाड़िया (स्थानीय GIAN समन्वयक), और संयुक्त रजिस्ट्रार डॉ. मयंक नारायण सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे।

उद्घाटन सत्र में वक्ताओं ने ट्रॉमा स्टडीज़ की वर्तमान प्रासंगिकता, खासकर महामारी के बाद की दुनिया, युद्ध, विस्थापन, मानसिक स्वास्थ्य और सांस्कृतिक विमर्शों के संदर्भ में इसकी जरूरत को रेखांकित किया।

प्रो. एमी पोज़ोर्स्की ने ट्रॉमा स्टडीज़ के विकास क्रम और इसकी वैश्विक स्वीकार्यता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय संदर्भों से संवाद करना उनके लिए एक प्रेरणादायी अनुभव है।

डॉ. शिप्रा ठोलिया ने बताया कि यह पाठ्यक्रम साहित्य, मनोविज्ञान, दार्शनिकता, इतिहास और संस्कृति के अंतर्संबंधों को जोड़कर ट्रॉमा की समग्र समझ विकसित करने का प्रयास है।

डॉ. अमर सिंह ने कहा कि यह पहल न केवल अकादमिक रूप से बल्कि समाज में संवेदनशीलता और सामूहिक चेतना को भी मजबूती देगी।

देशभर से आए शोधार्थियों और शिक्षकों की भागीदारी ने इस पाठ्यक्रम को एक राष्ट्रीय स्तर के अकादमिक संवाद का रूप दिया है, जो भविष्य में भारत में ट्रॉमा स्टडीज़ की दिशा तय करने में सहायक होगा।

हार्टिकल्चर डिपार्टमेन्ट के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो0 सुरेन्द्र प्रसाद सिंह का निधन वाराणसी

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, कृषि विज्ञान संस्थान, हार्टिकल्चर विभाग के वरिष्ठ सेवानिवृत्त आचार्य एवं पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो0 सुरेन्द्र प्रसाद सिंह का आज वाराणसी सुन्दर पुर के गणेश धाम स्थित उनके निवास पर निधन हो गया। वे 73 वर्ष के थे। प्रो0 सिंह कुछ समय से अवस्थ चल रहे थे। वे अपने पीछे पत्नी दो पुत्र और एक पुत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गये। प्रो0 सिंह के ज्येष्ठ पुत्र आनन्द विक्रम सिंह काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के केन्द्रीय कार्यालय में उपकुलसचिव हैं, जबकि छोटे पुत्र नृपेन्द्र विक्रम सिंह भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली में प्रधान वैज्ञानिक हैं। प्रो0 सिंह की अन्तिम यात्रा आज अपराह्न गणेशधाम स्थित उनके निवास से निकली, इसके उपरांत हरिश्चन्द्र घाट पर उनका अन्तिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके ज्येष्ठ पुत्र आनन्द विक्रम सिंह ने दी।



प्रो0 सुरेन्द प्रताप सिंह ने वर्ष 1984 से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान के हार्टीकल्चर डिपार्टमेंट में अपनी सेवा आरम्भ की । वर्ष 2017 में वे सेवानिवृत्त हुए तथा वर्ष 2022 तक इमेरिटस प्रोफेसर के रूप में अपनी सेवाएं दी।

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Harsh Sharma

Harsh Sharma

Content Writer

हर्ष नाम है और पत्रकारिता पेशा शौक बचपन से था, और अब रोज़मर्रा की रोटी भी बन चुका है। मुंबई यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया, फिर AAFT से टीवी पत्रकारिता की तालीम ली। करियर की शुरुआत इंडिया न्यूज़ से की, जहां खबरें बनाने से ज़्यादा, उन्हें "ब्रेकिंग" बनाने का हुनर सीखा। इस समय न्यूज़ ट्रैक के लिए खबरें लिख रहे हैं कभी-कभी संजीदगी से, और अक्सर सिस्टम की संजीदगी पर हल्का-फुल्का कटाक्ष करते हुए। एक साल का अनुभव है, लेकिन जज़्बा ऐसा कि मानो हर प्रेस कॉन्फ्रेंस उनका पर्सनल डिबेट शो हो।

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