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भारत के खिलाफ बड़ी साजिश! अब चीन पाकिस्तान को देगा घातक Z-10ME अटैक हेलिकॉप्टर, बड़ा रक्षा समझौता

China Pakistan Latest News: पाकिस्तानी सेना की सैन्य क्षमताओं को एक महत्वपूर्ण बढ़त देते हुए, चीन ने पाकिस्तान को अपना सबसे उन्नत और घातक अटैक हेलिकॉप्टर Z-10ME देने पर सहमति जताई है।

Admin 2
Published on: 28 May 2025 12:14 PM
China Will Give Pakistan Deadly Z-10ME Attack Helicopter
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China Will Give Pakistan Deadly Z-10ME Attack Helicopter

China Pakistan Latest News: बीजिंग।चीन पाकिस्तान को अत्याधुनिक सैन्य उपकरणों की आपूर्ति करने के अभियान पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। वर्तमान हालात में यह कहा जाए कि चीन पाकिस्तान को हथियारों से लैस करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है, तो गलत नहीं होगा।

क्या है नया?

पाकिस्तानी सेना की सैन्य क्षमताओं को एक महत्वपूर्ण बढ़त देते हुए, चीन ने पाकिस्तान को अपना सबसे उन्नत और घातक अटैक हेलिकॉप्टर Z-10ME देने पर सहमति जताई है। यह कदम न केवल दक्षिण एशिया में सामरिक हवाई संतुलन को नया रूप देगा, बल्कि पहले से ही मजबूत चीन-पाकिस्तान सैन्य संबंधों को और गहरा करेगा।

Z-10ME दरअसल चीन के मूल Z-10 अटैक हेलिकॉप्टर का उन्नत निर्यात संस्करण है, जिसमें बेहतर सुरक्षा कवच, आधुनिक एवियोनिक्स (यानी विमानन तकनीक) और कहीं अधिक मारक क्षमता है। इस हेलिकॉप्टर की तुलना अक्सर अमेरिकी AH-64 अपाचे से की जाती है। Z-10ME में उन्नत रडार, इन्फ्रारेड सप्रेशन सिस्टम, और मॉड्यूलर आर्मर प्लेटिंग जैसे अत्याधुनिक फीचर्स हैं। यह हेलिकॉप्टर एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों, एयर-टू-एयर मिसाइलों और 30 मिमी की तोप से लैस है, जिससे यह जमीन पर हमलों और सीमित हवाई युद्ध के लिए बेहद प्रभावशाली मंच बन जाता है।

भारत और क्षेत्रीय चिंता

यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब चीन और पाकिस्तान के बीच रक्षा सहयोग लगातार बढ़ता जा रहा है और इस्लामाबाद अपनी सैन्य ज़रूरतों के लिए तेजी से बीजिंग पर निर्भर होता जा रहा है — इसमें लड़ाकू विमान, ड्रोन और नौसेना प्लेटफॉर्म भी शामिल हैं। Z-10ME को पाकिस्तान के संवेदनशील सीमावर्ती इलाकों में तैनात किए जाने की संभावना है, जिससे उसकी क्लोज एयर सपोर्ट (निकटवर्ती हवाई सहायता) और एंटी-आर्मर (टैंक रोधी) क्षमता में भारी इज़ाफा होगा।

रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम भारत और अन्य क्षेत्रीय शक्तियों के लिए चिंता का विषय बन सकता है, खासकर क्योंकि यह हेलिकॉप्टर पर्वतीय और सीमावर्ती संघर्ष क्षेत्रों में कारगर हो सकता है। भारत पहले से ही चीन-पाकिस्तान के बढ़ते रक्षा गठजोड़ पर नजर बनाए हुए है, विशेषकर जब एलओसी (LoC) और एलएसी (LAC) पर तनाव की स्थिति बनी हुई है।

सौदे की गोपनीयता

इस रक्षा सौदे के तहत कितने हेलिकॉप्टर पाकिस्तान को दिए जाएंगे या इसकी वित्तीय शर्तें क्या हैं — इस पर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, रक्षा विश्लेषकों का मानना है कि यह ट्रांसफर दक्षिण एशिया में चीन की प्रभाव नीति का नया अध्याय है, जहां वह सैन्य साझेदारियों और हथियारों के निर्यात के ज़रिए अपनी उपस्थिति को मजबूत करना चाहता है।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने इस विषय पर अब तक कोई औपचारिक बयान नहीं जारी किया है, जबकि चीन की सरकारी मीडिया ने अंतरराष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनियों में Z-10ME की सफलता को खूब प्रचारित किया है और बताया है कि कई देशों ने इसमें रुचि दिखाई है।

क्या है इसका रणनीतिक संकेत?

एशिया के भू-राजनीतिक शतरंज की बिसात पर लगातार बदलाव के बीच, पाकिस्तान की सेना में Z-10ME की तैनाती एक अधिक आक्रामक सैन्य रुख की ओर इशारा करती है — जो चीन की बढ़ती रक्षा कूटनीति से प्रेरित और समर्थित है। यह घटनाक्रम न केवल भारत के लिए, बल्कि समूचे दक्षिण एशिया में सामरिक संतुलन के लिए एक गंभीर चुनौती बन सकता है।

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