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दहल उठा इजराइल! ताबड़तोड़ बरसी 11 मिसाइल, यमन ने बरसाया कहर, अमेरिका में भी मचा हड़कंप
Yemen attack on Israel: हूती विद्रोहियों ने इजराइल को ‘कयामत’ का जवाब दे डाला — और वो भी एक-दो मिसाइलों से नहीं, सीधे 11 बैलिस्टिक मिसाइलों से, साथ ही दर्जनों ड्रोन हमला भी।
Yemen attack on Israel: पूरे मिडिल ईस्ट की फिजा अचानक धधक उठी। आसमान में बमों की गूंज और ज़मीन पर धमाकों की दहशत! इजराइल की यमन पर एक "सर्जिकल एयरस्ट्राइक" ने वो चिंगारी पैदा की, जिसने पूरे इलाके को युद्ध के मुहाने पर ला खड़ा किया है। लेकिन असली झटका तब लगा जब हूती विद्रोहियों ने इजराइल को ‘कयामत’ का जवाब दे डाला — और वो भी एक-दो मिसाइलों से नहीं, सीधे 11 बैलिस्टिक मिसाइलों से! साथ ही दर्जनों ड्रोन हमला भी। इजराइली जमीन पर पहली बार इतने बड़े पैमाने पर हूती गुट की जवाबी कार्रवाई देखी गई है। यमन से हुई इस चौंकाने वाली कार्रवाई ने इजराइल के साथ-साथ अमेरिका तक की नींद उड़ा दी है। अमेरिकी खुफिया तंत्र हरकत में आ चुका है, एयरबेस अलर्ट पर हैं, और इराक में अमेरिकी रडार सिस्टम एक्टिवेट कर दिए गए हैं।
इजराइल ने किया हमला... फिर आया 'नरसंहार' जैसा जवाब
हूतियों पर हमला कर इजराइल को लगा था कि यमन की जमीन खामोश हो जाएगी। लेकिन ठीक 24 घंटे बाद हूती विद्रोहियों ने ऐसा जवाब दिया, जिसने इजराइली सुरक्षा व्यवस्था की नींव हिला दी। हूती सशस्त्र बलों ने दावा किया कि उन्होंने बेन गुरियन एयरपोर्ट, अश्दोद पोर्ट और अश्कलोन के पावर प्लांट पर घातक हमले किए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हूती सेना ने हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया और इजराइल की आयरन डोम तकनीक भी इस बार उनके हमलों को पूरी तरह रोकने में नाकाम रही।
अमेरिका में भी बजा खतरे का सायरन
जैसे ही यमन की ओर से 11 मिसाइलें इजराइल की ओर दागी गईं, अमेरिकी रक्षा विभाग में खलबली मच गई। पश्चिमी इराक में स्थित अमेरिका के अल असद एयरबेस पर तत्काल अलर्ट जारी कर दिया गया। एयर डिफेंस सिस्टम, पैट्रियट मिसाइल डिफेंस, निगरानी टावर और रडार सभी एक्टिव मोड में चले गए। अमेरिकी जेट्स को तुरंत इराकी सीमा पर भेजा गया और कई F-15 तथा F-16 विमान वहां पहुंच चुके हैं। इराकी सुरक्षा एजेंसियों ने पुष्टि की है कि अमेरिका अब पूरी तरह तैयार है — किसी भी संभावित मिसाइल अटैक को रोकने के लिए।
यमन की धमकी: "एक और हमला, तो इजराइल को मिटा देंगे"
हूती प्रवक्ता याह्या सारी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “इजराइल ने हमारी जमीन पर हमला कर सबसे बड़ी गलती की है। अब जवाब की शुरुआत हुई है। हमने जो किया वो एक चेतावनी है, अगर दोबारा हमला हुआ, तो इस बार हमारा निशाना सिर्फ एयरपोर्ट और प्लांट नहीं होंगे, बल्कि इजराइल की पूरी सैन्य ताकत को खत्म कर देंगे।” उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके ड्रोन सफलतापूर्वक इजराइल की सीमा में घुसे और फिलिस्तीन के भीतर जाकर अपने टारगेट्स को हिट किया। यह एक चौंकाने वाली बात है क्योंकि इजराइल का आयरन डोम सिस्टम विश्व में सबसे एडवांस माना जाता है, लेकिन हूती हमले इस सुरक्षा कवच को भी चकमा देने में सफल रहे।
इजराइल की चुप्पी, लेकिन अंदरूनी हलचल तेज़
इजराइल ने अब तक इस हमले पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन सूत्रों के अनुसार, नेतन्याहू की अगुवाई में कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई गई है। सैन्य सलाहकारों और खुफिया प्रमुखों के साथ मिलकर अगले कदम की रणनीति बनाई जा रही है। बताया जा रहा है कि इजराइल अब यमन में एक और "क्लीन स्वीप ऑपरेशन" की तैयारी में है। होदेइदाह पोर्ट, सना एयरबेस और हूती मिलिशिया के गढ़ों को पूरी तरह तबाह करने की योजना बनाई जा रही है।
फिलिस्तीन के लिए 'जंग' का एलान?
हूती प्रवक्ता याह्या सारी ने यह भी कहा कि यह हमला केवल बदले की कार्रवाई नहीं थी, बल्कि फिलिस्तीनी जनता के समर्थन में उठाया गया कदम था। “जब तक गाजा जल रहा है, हम चुप नहीं बैठेंगे। ये हमारे राष्ट्र का संकल्प है,” — उन्होंने साफ किया।
क्या मिडिल ईस्ट अब बड़े युद्ध की तरफ बढ़ रहा है?
यमन, इजराइल और अमेरिका के बीच चल रही यह ताज़ा तनातनी अब एक और बड़े क्षेत्रीय युद्ध का संकेत दे रही है। विशेषज्ञों की मानें तो यह मामला अब केवल यमन-इजराइल तक सीमित नहीं रहेगा। ईरान, सीरिया, हिज़्बुल्ला और यहां तक कि तुर्की भी इसमें किसी न किसी रूप में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले भी अमेरिका और ईरान के रिश्ते बेहद तल्ख हो चुके हैं और इजराइल की आक्रामकता अब एक बार फिर पूरे मिडिल ईस्ट को लपटों में घेर सकती है। सवाल यह है — क्या ये सब तीसरे विश्व युद्ध की ओर पहला कदम है?
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