Nepal Gen Z Latest: नेपाल में हिंसक विरोध के आगे झुकी सरकार, सोशल मीडिया बैन खत्म, जानिए अपडेट्स

Nepal Gen Z Latest: नेपाल में हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया है।

Gausiya Bano
Published on: 9 Sept 2025 9:44 AM IST
Nepal Gen Z protests
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Nepal Gen Z Latest: नेपाल में हाल ही में सोशल मीडिया पर लगाया गया विवादित बैन अब हटा लिया गया है। यह फैसला नेपाल युवाओं और जनता के हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद लिया गया। सरकार ने जब यह फैसला लेते हुए सोशल मीडिया पर बैन लगाया था तो पूरे देश में भारी विरोध-प्रदर्शन हुए, जिसमें आम नागरिकों से लेकर युवा वर्ग तक सड़कों पर उतर आया। लोगों का गुस्सा इतना बढ़ गया कि कई जगहों पर पुलिस के साथ झड़प तक हुई। इन प्रदर्शनों में कम से कम 20 लोगों की जान चली गई, जबकि करीब 400 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया पर क्यों लगाया गया था बैन?

नेपाल सरकार ने फेसबुक, यूट्यूब समेत 26 "अनरजिस्टर्ड प्लेटफॉर्म्स" पर पाबंदी लगाई थी। इसका तर्क दिया गया कि इनसे फेक न्यूज और नफरत फैलाने वाली सामग्री तेजी से फैल रही है, जिससे सामाजिक तनाव बढ़ सकता है। लेकिन आम जनता ने इस कदम को सेंसरशिप मानते हुए इसका विरोध किया। लोगों का कहना था कि सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता छीन रही है और लोगों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।

युवाओं का गुस्सा, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार

यह विरोध सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं था। असल में, यह नेपाल के युवाओं के गुस्से का विस्फोट था। देश में लगातार आर्थिक अवसर घटते जा रहे हैं, बेरोजगारी बढ़ रही है और भ्रष्टाचार आम लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। कई युवा बेहतर भविष्य की तलाश में विदेश का रुख कर रहे हैं। एक प्रदर्शनकारी ने साफ कहा, "हर नेपाली नागरिक भ्रष्टाचार से तंग आ चुका है। हर युवा देश छोड़ रहा है। हम चाहते हैं कि युवा देश में रहें और अर्थव्यवस्था को मजबूत करें।"

हिंसा और गृह मंत्री का इस्तीफा

नेपाल में विरोध-प्रदर्शन शांतिपूर्वक तरीके से शुरू हुए थे, लेकिन धीरे-धीरे यह हिंसक हो गए। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जोरदार झड़पें हुईं, जिसमें कई लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए। इस पूरे घटनाक्रम की सबसे बड़ी राजनीतिक गूंज तब सुनाई दी, जब नेपाल के गृहमंत्री रमेश लाल लेखक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर जनहानि हुई है और वे इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हैं। लेखक ने अपनी पार्टी की बैठक में साफ कहा, "आज के विरोध में बड़ी मानवीय क्षति हुई है। मुझे नैतिक रूप से जिम्मेदारी लेनी होगी, इसलिए मैं इस पद पर बने नहीं रह सकता।"

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Gausiya Bano is a Multimedia Journalist based in Lucknow, the capital city of Uttar Pradesh, currently serving as Desk In-Charge at Newstrack. She holds a postgraduate degree in Journalism from Makhanlal Chaturvedi National University, Bhopal, Madhya Pradesh. With over 2.5 years of experience, she has worked with leading organizations including Rajasthan Patrika and NewsBytes. She has expertise in news desk operations, reporting and digital journalism. At Newstrack She oversees content management, ensures editorial accuracy and coordinates with reporters to maintain high newsroom standards. Passionate about ethical reporting and adapting to the evolving media landscape, Gausiya Bano continues to grow as a dedicated and responsible journalist.

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