TRENDING TAGS :
बूढ़ा होता सिंहासन: उम्रदराज़ नेता कर रहे युवा दुनिया की लीडरशिप
Politics Special Report: वाशिंगटन से लेकर काबुल तक नज़र दौडाएं तो राष्ट्राध्यक्षों की औसत उम्र लगभग 71 वर्ष है, जबकि वे जिन आबादी पर शासन करते हैं वे आश्चर्यजनक रूप से युवा हैं...
Politics Special Report Older Leaders are Leading the Young World
Politics Special Report: युवाओं की ऊर्जा से लबरेज़ दुनिया में, एक अजीब विरोधाभास व्याप्त है। हैरतंगेज़ विरोधाभास ये है कि जवान देशों में सत्ता की बागडोर उन नेताओं के हाथों में है जो अपने ही देश की औसत आबादी के दादा-दादी हो सकते हैं। भले ही इन देशों में परिवारों की लीडरशिप पुरानी पीढ़ी की जगह नई पीढ़ी के हाथों में चली गयी है लेकिन जब देश की सत्ता-शासन की बात आती है तो वहां पुरानी पीढ़ी ही कंट्रोल जमाये हुए है।
वाशिंगटन से लेकर काबुल तक नज़र दौडाएं तो राष्ट्राध्यक्षों की औसत उम्र लगभग 71 वर्ष है, जबकि वे जिन आबादी पर शासन करते हैं वे आश्चर्यजनक रूप से युवा हैं, जैसे कि अफ़गानिस्तान में आबादी की औसत उम्र 17 साल है और भारत में 28 साल। 79 वर्षीय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और ब्राज़ील के लुईज़ इनासियो लूला दा सिल्वा जैसे नेता क्रमशः 38.5 और 32.2 वर्ष की औसत उम्र वाले देशों का नेतृत्व कर रहे हैं।
जापान में, 68 वर्षीय प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा 48.4 वर्ष की औसत आयु वाले देश का नेतृत्व करते हैं, जो दुनिया की सबसे वृद्ध आबादी वाले देशों में से एक है। भारत (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (74) – देश की औसत आयु 28.4) और चीन (राष्ट्रपति शी जिनपिंग (72), औसत आयु 38.4) जैसे अन्य देश भी वृद्ध नेताओं द्वारा काफी युवा आबादी पर शासन करने के इस चलन को दर्शाते हैं। 2024 के प्यू रिसर्च सेंटर के विश्लेषण के अनुसार, दुनिया में राष्ट्राध्यक्षों की औसत आयु लगभग 62 वर्ष है, जबकि विश्व की जनसंख्या की औसत आयु लगभग 31 वर्ष है। यानी आयु असमानता दोगुनी है।
क्या है वजह?
जवान आबादी और वृद्ध नेतृत्व – इसके कई कारण गिनाये जा सकते हैं। एक कारण ये कि, राजनीतिक सिस्टम अक्सर अनुभव और वरिष्ठता को तरजीह देते हैं, जिससे युवा उम्मीदवारों के लिए बाधाएँ पैदा होती हैं। कई देश अपने यहाँ के सर्वोच्च पद के लिए न्यूनतम आयु सीमा लागू करते हैं जो दर्शाता है कि राजनीति अनुभवी लोगों का क्षेत्र है। लोकतान्त्रिक देशों की राजनीति में दलों का सिस्टम भी सत्ता में बने रहने को प्राथमिकता देता है जिसमें जमे जमाये राजनेता अपने अनुभव, नेटवर्क और संसाधनों के बूते उम्मीदवार चयन में हावी रहते हैं। वहीँ, रूस जैसे निरंकुश शासनों में, व्लादिमीर पुतिन (72) जैसे नेता सत्ता में किसी न किसी तरह बने रहते हैं।
सांस्कृतिक कारक भी एक भूमिका निभाते हैं। चीन, भारत और जापान जैसी संस्कृतियों में, वृद्ध नेताओं को अक्सर उनके अनुभव, उनके सामाजिक दर्जे, उनकी कथित बुद्धिमत्ता और अधिकार के लिए महत्व दिया जाता है। 2021 के एक अध्ययन में पाया गया कि पूर्वी देशों के राजनीतिक नेता पश्चिमी देशों के नेताओं की तुलना में इसलिए अधिक उम्र के होते हैं क्योंकि वहां की संस्कृति स्थापित पदानुक्रमों के सम्मान पर जोर देती है।
युवा राजनेताओं का प्रतिनिधित्व पूरी दुनिया में बेहद कम है। दुनिया की 50% आबादी 30 साल की उम्र से कम की होने के बावजूद दुनिया भर के सिर्फ 2.6% सांसद इस आयु वर्ग के हैं। 2024 के एक अध्ययन में पाया गया कि जब युवा लोगों की पसंदीदा पार्टी का नेता 40 की तुलना में 70 वर्ष का होता है, तो उनके वोट देने की संभावना 4% तक कम हो जाती है, क्योंकि इसमें आपसी जुड़ाव की कमी होती है।
नेता और जनसंख्या – उम्र का अंतर
- अमेरिका के राष्ट्रपति: डोनाल्ड ट्रम्प - 79 वर्ष। जनसंख्या की औसत आयु: 38.5 वर्ष।
- यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री: कीर स्टारमर - 62 वर्ष। जनसंख्या की औसत आयु: 40.5 वर्ष।
- चीन के राष्ट्रपति: शी जिनपिंग - 72 वर्ष। जनसंख्या की औसत आयु: 38.4 वर्ष।
- रूस के राष्ट्रपति: व्लादिमीर पुतिन - 72 वर्ष। जनसंख्या की औसत आयु: 32.4 वर्ष।
- भारत के प्रधानमंत्री: नरेंद्र मोदी - 74 वर्ष। जनसंख्या की औसत आयु: 28.4 वर्ष।
- ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री: एंथनी अल्बानीज़ - 62 वर्ष। जनसंख्या की औसत आयु: 37.5 वर्ष।
- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री: शहबाज़ शरीफ़ - 73 वर्ष। जनसंख्या की औसत आयु: 20.6 वर्ष।
- जापान के प्रधानमंत्री: शिगेरु इशिबा - 68 वर्ष। जनसंख्या की औसत आयु: 48.4 वर्ष।
- ब्राज़ील के राष्ट्रपति: लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा - 79 वर्ष। जनसंख्या की औसत आयु: 32.2 वर्ष।
- ईरान के राष्ट्रपति: मसूद पेज़ेशकियन - 70 वर्ष। जनसंख्या की औसत आयु: 31.9 वर्ष।
Start Quiz
This Quiz helps us to increase our knowledge