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ट्रंप का सपना चकनाचूर! 537 बार गूंजी तबाही की आवाज़, रूस ने किया अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला, यूक्रेन में मचा हाहाकार

Russia Ukraine War: 537 हवाई हथियार, 477 ड्रोन, और 60 मिसाइलें — एक रात में, एक ही देश पर। यह हमला न सिर्फ यूक्रेन के रक्षा तंत्र को झकझोर गया, बल्कि दुनिया को एक बार फिर उस खतरनाक मोड़ पर ले आया है जहां से लौटना शायद अब संभव नहीं।

Harsh Srivastava
Published on: 29 Jun 2025 6:31 PM IST
ट्रंप का सपना चकनाचूर! 537 बार गूंजी तबाही की आवाज़, रूस ने किया अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला, यूक्रेन में मचा हाहाकार
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Russia Ukraine War: शुक्रवार की रात जब दुनिया गहरी नींद में थी, तब यूक्रेन की धरती पर आसमान से आग बरसाई जा रही थी। रूस ने यूक्रेन पर ऐसा कयामती हमला किया, जिसे अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला कहा जा रहा है। 537 हवाई हथियार, 477 ड्रोन, और 60 मिसाइलें — एक रात में, एक ही देश पर। यह हमला न सिर्फ यूक्रेन के रक्षा तंत्र को झकझोर गया, बल्कि दुनिया को एक बार फिर उस खतरनाक मोड़ पर ले आया है जहां से लौटना शायद अब संभव नहीं।

एक रात, जिसने शांति के हर भ्रम को तोड़ दिया

यूक्रेन की वायुसेना के संचार प्रमुख यूरी इहनात ने खुद कहा कि फरवरी 2022 से अब तक का यह सबसे बड़ा हवाई हमला था। यह महज बमबारी नहीं थी, यह एक संदेश था — साफ, कड़ा और बेहद खतरनाक। यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्र, जो अब तक अपेक्षाकृत सुरक्षित माने जाते थे, वे भी इस बार रूस के निशाने पर आ गए। ल्वीव, इवानो-फ्रैंकिवस्क और टर्नोपिल जैसे शहरों में भयंकर विस्फोट हुए। ये वो इलाके हैं जो रूस की सीमा से सैकड़ों किलोमीटर दूर हैं।

इसका मतलब सिर्फ एक है — अब कोई सुरक्षित नहीं।

रूस ने केवल यूक्रेन के सैन्य ठिकानों को नहीं, बल्कि साइबर और रडार सिस्टम को भी टारगेट किया। यूक्रेन का दावा है कि उसने 249 हमलावर हथियारों को मार गिराया, लेकिन बाकी 226 ड्रोन और मिसाइलें या तो जाम हो गईं या अपने लक्ष्य पर जा गिरीं।

अमेरिका का F-16 भी ढेर, पायलट की मौत

सबसे चौंकाने वाली खबर थी — अमेरिका से मिले एफ-16 लड़ाकू विमान का हादसा। यूक्रेन की वायुसेना ने पुष्टि की है कि रूस के हमले को रोकते समय एक F-16 जेट ड्रोन के साथ टकरा गया और हादसे का शिकार हो गया। इसमें तैनात पायलट की मौके पर ही मौत हो गई। यह वही F-16 विमान है जिसे अमेरिका ने अपने ‘स्ट्रेटेजिक गेम चेंजर’ कहकर यूक्रेन को सौंपा था। लेकिन एक ही हमला ये दिखाने के लिए काफी था कि रूस अभी भी कितनी ताकत से मैदान में मौजूद है।

पुतिन बोले “शांति के लिए तैयार हैं” – और उसी शाम बरसाई तबाही

इस हमले की टाइमिंग भी उतनी ही हैरान कर देने वाली है जितनी कि उसकी तीव्रता। हमला रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक शांति संबंधी टिप्पणी के कुछ घंटों बाद ही हुआ। पुतिन ने इस्तांबुल में यूक्रेन के साथ प्रत्यक्ष शांति वार्ता के नए दौर की इच्छा जताई थी। लेकिन शाम होते-होते रूस ने वो किया, जो सीधे तौर पर पुतिन की मंशा पर ही सवाल खड़े कर देता है। क्या यह हमला एक रणनीतिक छलावा था? या फिर रूस अब खुले तौर पर बता रहा है कि वो बातचीत की नहीं, ताकत की भाषा समझता है?

डोनेट्स्क में फिर से बढ़ा रूस का दबदबा

इस हमले के बाद रूसी सेना ने दावा किया है कि उन्होंने डोनेट्स्क क्षेत्र में स्थित नोवोक्रेंका गांव पर नियंत्रण पा लिया है। यह इलाका पहले से ही आंशिक रूप से रूस के कब्जे में था, लेकिन अब वहां हजारों रूसी सैनिक और भारी हथियारों की मौजूदगी से हालात और भयावह हो गए हैं। यूक्रेनी सेना लगातार जवाबी कार्रवाई कर रही है, लेकिन उनके संसाधनों और सैनिकों को हो रहे नुकसान के चलते यह लड़ाई असमान होती जा रही है। युद्ध अब खिंच रहा है — सीमा रेखाओं से घरों और अस्पतालों तक।

शांति वार्ता या युद्ध का ट्रैप?

हाल ही में इस्तांबुल में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल के बीच दो दौर की शांति वार्ता हुई थी। लेकिन ये बातचीत कागज़ पर भी नहीं उतर सकी। अमेरिका और पश्चिमी देश इन वार्ताओं को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन शुक्रवार रात की बमबारी ने यह साबित कर दिया कि शांति केवल भाषणों में बची है, जमीनी हकीकत में नहीं। रूस अब यह जताना चाहता है कि वह न केवल युद्ध के लिए तैयार है, बल्कि उसे खत्म करने की कोई जल्दी भी नहीं है।

क्या तीसरे विश्व युद्ध की दस्तक है यह?

जब एक महाशक्ति बार-बार अपनी ताकत का ऐसा प्रदर्शन करती है, और दूसरी ओर अमेरिका जैसी महाशक्ति अपने F-16 तक खो बैठती है — तो सवाल यही उठता है क्या यह सिर्फ यूक्रेन और रूस की जंग है? या फिर यह पूरी दुनिया के शांति संतुलन को खत्म करने की भूमिका बन चुकी है? 537 बार आकाश से गिरी आग — ये महज बम नहीं थे, ये एक संकेत थे… कि तूफान अब शुरू हो चुका है। और जब बड़े देश आपस में लड़ते हैं, तो शिकार हमेशा छोटे देश और आम लोग ही होते हैं। अब गेंद दुनिया के नेताओं के पाले में है या तो वे इस आग को बुझाएं, या फिर आने वाले वक्त में राख से इतिहास लिखा जाएगा।

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Harsh Srivastava

News Coordinator and News Writer

Harsh Shrivastava is an enthusiastic journalist who has been actively writing content for the past one year. He has a special interest in crime, politics and entertainment news. With his deep understanding and research approach, he strives to uncover ground realities and deliver accurate information to readers. His articles reflect objectivity and factual analysis, which make him a credible journalist.

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