×

Shardiya Navratri 2025 Kab Hai:शारदीय नवरात्रि 2025 में कब है? जानिए घटस्थापना का शुभ मुहूर्त विधि और माता की सवारी के बारे में

Shardiya Navratri 2025 Mein Kab hai: इस बार नवरात्रि 22 सितंबर से शुरू हो रही है और 2अक्टूबर तक विजय दशमी के साथ समाप्त होगी।जानते कैसे कब होगी कलश स्थापना और शुभ मुहूर्त

Suman  Mishra
Published on: 21 July 2025 8:04 AM IST
Shardiya Navratri 2025 Kab Hai:शारदीय नवरात्रि 2025 में कब है? जानिए घटस्थापना का शुभ मुहूर्त विधि और माता की सवारी के बारे में
X

Shardiya Navratri 2025 Mein Kab hai: इस साल शारदीय नवरात्रि सिंतबर में है। हर साल अश्विन महीने में शारदीय नवरात्रि आती है।नवरात्रि की शुरुआत अश्विन शुक्ल प्रतिपदा से होती है, जो सर्व पितृ अमावस्या के अगले दिन आती है। इस समय शक्ति की पूजा होती है। शारदीय नवरात्रि को इच्छा पूर्ति और आत्मिक उन्नति का समय है, इस दौरान दुर्गा पूजा और संधि पूजा जैसे विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं। मान्यता है कि इन नौ दिनों में देवी दुर्गा पृथ्वी पर विचरण करती हैं और अपने कृपा बरसाती हैं। जानते हैं कि इस साल शारदीय नवरात्रि कब से कब तक है और घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त क्या है...

शारदीय नवरात्रि 2025 शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 22 सितंबर 2025, सोमवार को हो रही है। इसका समापन 2 अक्टूबर 2025 को विजय दशमी के साथ होगा। शुक्ल योग 07:58 PM तक, उसके बाद ब्रह्म योग रहेगा।

घटस्थापना मुहूर्त- सुबह 6:09 से 8:06 बजे तक

अभिजीत मुहूर्त- 11:49 से दोपहर 12:38 बजे तक

सर्वार्थसिद्धि योग - Sep 21 09:32 AM - Sep 22 06:19 AM

शारदीय नवरात्रि में किस दिन किस देवी की पूजा

22 सितंबर – प्रतिपदा- मां शैलपुत्री

23 सितंबर – द्वितीया- मां ब्रह्मचारिणी

24 सितंबर – तृतीया- मां चंद्रघंटा

25 सितंबर – चतुर्थी- मां कूष्मांडा

26 सितंबर – पंचमी- मां स्कंदमाता

27 सितंबर – षष्ठी- मां कात्यायनी

28 सितंबर – सप्तमी- मां कालरात्रि

29 सितंबर – अष्टमी- मां महागौरी

30 सितंबर – नवमी- मां सिद्धिदात्री

2 अक्टूबर – व्रत पारण, दुर्गा विसर्जन, विजयदशमी

मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी

इस बार नवरात्रि सोमवार से शुरू हो रही है, इसलिए देवी दुर्गा हाथी पर सवार होकर पृथ्वी पर आगमन करेंगी। हाथी को शुभता, शांति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस शुभ संकेत के साथ नवरात्रि का आरंभ मंगलकारी है।

कलश स्थापना विधि

शारदीय नवरात्रि पर कलश स्थापना देव-देवताओं के आह्वान से पूर्व की जाती है। कलश स्थापना करने से पूर्व आपको कलश को तैयार करना होगा जिसकी सम्पूर्ण विधि इस प्रकार है...

सबसे पहले मिट्टी के बड़े पात्र में थोड़ी सी मिट्टी/सफेद बालू डालें। और उसमे जौ के बीज डाल दें।

अब कलश और उस पात्र की गर्दन पर मौली बांध दें। साथ ही तिलक भी लगाएं ।

इसके बाद कलश में गंगा जल भर दें।

इस जल में सुपारी, इत्र, दूर्वा घास, अक्षत और सिक्का,चंदन,पंचरत्न आदि डाल दें।

अब इस कलश के किनारों पर आम का पल्लव रखें और कलश को ढक्कन से ढक दें।

अब एक नारियल लें और उसे लाल कपड़े या लाल चुन्नी में लपेट लें। चुन्नी के साथ इसमें कुछ पैसे भी रखें।

इसके बाद इस नारियल और चुन्नी को रक्षा सूत्र से बांध दें। तीनों चीजों को तैयार करने के बाद सबसे पहले जमीन को अच्छे से साफ़ करके उसपर मिट्टी का जौ वाला पात्र रखें। उसके ऊपर मिटटी का कलश रखें और फिर कलश के ढक्कन पर नारियल रख दें। तथा सभी देवी देवताओं का आवाहन कलश में निम्न मन्त्रो से करें-नमो नमस्ते स्फटिक प्रभाय सुश्वेतहाराय सुमंगलाय ।सुपाशहस्ताय झषासनाय जलाधनाथाय नमो नमस्ते ॥

ॐ अपां पतये वरुणाय नमः ।ॐ वरुणाद्यावाहित देवताभ्यो नमः।

आपकी कलश स्थापना संपूर्ण हो चुकी है। इसके बाद सभी देवी देवताओं का आह्वान करके विधिवत गौरी गणेश दुर्गा देवी का नवग्रह आदि का पूजन करें। इस कलश को आपको नौ दिनों तक मंदिर में ही रखना होगा। बस ध्यान रखें सुबह-शाम आवश्यकतानुसार पानी डालते रहें।

नोट : ये जानकारियां धार्मिक आस्था और मान्यताओं पर आधारित हैं। Newstrack.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।इसे सामान्य रुचि को ध्यान में रखकर लिखा गया है


Start Quiz

This Quiz helps us to increase our knowledge

Suman  Mishra

Suman Mishra

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!