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CIBIL Score Guide: CIBIL स्कोर क्या है? कैसे सुधारे, फायदे-नुकसान और पूरी जानकारी - 2025 की गाइड
CIBIL Score Guide :CIBIL (Credit Information Bureau India Limited) भारत की सबसे बड़ी और प्रमुख क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री यानी उधारी से जुड़ी गतिविधियों को रिकॉर्ड करती है।
CIBIL Score Guide (Image Credit-Social Media)
CIBIL Score Guide : आज के दौर में अगर आप लोन लेना चाहते हैं, क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हैं या EMI पर कोई प्रोडक्ट खरीदना चाहते हैं, तो एक नाम जरूर सामने आता है - CIBIL स्कोर। लेकिन ये CIBIL स्कोर क्या होता है? क्यों इसकी इतनी चर्चा होती है? CIBIL (Credit Information Bureau India Limited) भारत की सबसे बड़ी और प्रमुख क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री यानी उधारी से जुड़ी गतिविधियों को रिकॉर्ड करती है।
CIBIL स्कोर एक 3 अंकों की संख्या होती है, जो आपकी क्रेडिट योग्यता यानी लोन चुकाने की क्षमता को दर्शाती है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। स्कोर जितना ज्यादा होगा, आपकी साख उतनी ही बेहतर मानी जाएगी।
CIBIL स्कोर कैसे बनता है? :
CIBIL स्कोर को कई कारकों के आधार पर तैयार किया जाता है:
• समय पर भुगतान करने का रिकॉर्ड स्कोर में लगभग 35% योगदान देता है। अगर आपने लोन या क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर चुकाया है, तो आपका स्कोर अच्छा रहेगा।
• क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो यानी उपलब्ध क्रेडिट लिमिट में से कितना उपयोग किया, इसका योगदान 30% होता है। अगर आप लिमिट का 30% से कम उपयोग करते हैं तो यह फायदेमंद होता है।
• क्रेडिट हिस्ट्री की अवधि यानी आपने कितने समय से लोन या कार्ड का उपयोग किया है, यह 15% स्कोर को प्रभावित करता है।
• क्रेडिट मिक्स यानी आपने कितने प्रकार के लोन लिए (होम लोन, पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड आदि), इसका प्रभाव 10% होता है।
• नई क्रेडिट गतिविधियां, जैसे बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना, स्कोर को 10% तक प्रभावित करती हैं।
CIBIL स्कोर अच्छा होने के फायदे
• तेजी से लोन अप्रूवल मिलता है, खासकर अगर स्कोर 750 से ऊपर हो।
• ब्याज दर कम मिलती है, जिससे EMI भी कम होता है।
• क्रेडिट कार्ड लिमिट ज्यादा मिलती है, जिससे फाइनेंशियल प्लानिंग आसान होती है।
• होम, ऑटो और एजुकेशन लोन में आसानी से स्वीकृति मिलती है।
• बैंक और NBFC के साथ आपकी साख मजबूत होती है, जिससे आप बेहतर डील्स और ऑफर्स पा सकते हैं।
कम CIBIL स्कोर के नुकसान
• लोन रिजेक्ट हो सकता है, खासकर जब स्कोर 650 से नीचे हो।
• ब्याज दर अधिक लगती है, जिससे कर्ज चुकाने में ज्यादा खर्च होता है।
• क्रेडिट कार्ड लिमिट सीमित रहती है, या कार्ड मिलने में परेशानी होती है।
• आपका फाइनेंशियल भविष्य प्रभावित होता है, खासकर जॉब इंटरव्यू, वीज़ा अप्लिकेशन या को-एप्लिकेंट बनने में।
क्या CIBIL स्कोर कम हो तो घबराना चाहिए?
नहीं, कम स्कोर कोई स्थायी समस्या नहीं है। CIBIL स्कोर को सुधारना पूरी तरह संभव है। बस थोड़ी सी प्लानिंग, अनुशासन और सही कदमों की जरूरत होती है। घबराने की बजाय अपनी फाइनेंशियल आदतों को सुधारने की दिशा में काम करें।
CIBIL स्कोर कैसे सुधारें? (Best Ways to Improve CIBIL Score)
1. हर भुगतान समय पर करें। लोन EMI या क्रेडिट कार्ड बिल कभी लेट न करें।
2. क्रेडिट कार्ड लिमिट का 30% से ज्यादा उपयोग न करें।
3. एक ही समय में कई लोन या कार्ड के लिए आवेदन करने से बचें।
4. पुराने क्रेडिट कार्ड और अकाउंट्स को बंद न करें, क्योंकि ये आपकी लंबी क्रेडिट हिस्ट्री को दर्शाते हैं।
5. विविध क्रेडिट मिक्स रखें, जैसे होम लोन, पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड का संतुलित उपयोग।
6. CIBIL रिपोर्ट को समय-समय पर जांचते रहें, ताकि कोई गलती या गलत एंट्री तुरंत सुधारी जा सके।
7. यदि किसी लोन पर डिफॉल्ट हुआ है, तो उसे तुरंत क्लियर करें और रिपोर्ट अपडेट कराएं।
CIBIL स्कोर का वर्गीकरण :
अगर आपका स्कोर 750 से 900 के बीच है, तो यह बेहतरीन श्रेणी में आता है। लोन बहुत जल्दी मंजूर होगा।
• स्कोर 700 से 749 के बीच अच्छा माना जाता है और सामान्य शर्तों पर लोन मिल सकता है।
• 650 से 699 के स्कोर को औसत श्रेणी माना जाता है; लोन मिलना संभव है लेकिन शर्तें सख्त होंगी।
• 550 से 649 के स्कोर को कमजोर माना जाता है, इसमें लोन मिलने की संभावना कम होती है।
• 300 से 549 के स्कोर को खराब माना जाता है; लोन मिलने की संभावना बहुत कम होती है।
• अगर स्कोर NA/NH (No History) है, तो इसका मतलब है कि आपकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है।
CIBIL स्कोर कहां से देखें? :
आप अपना CIBIL स्कोर CIBIL की आधिकारिक वेबसाइट www.cibil.com से देख सकते हैं। यहां पर:
• रजिस्ट्रेशन के बाद आप साल में एक बार फ्री में स्कोर देख सकते हैं।
• उसके बाद पेड रिपोर्ट्स भी उपलब्ध होती हैं जिनमें डिटेल एनालिसिस होता है।
CIBIL स्कोर से जुड़े सामान्य सवाल-जवाब (FAQs)
प्र.1: क्या डेबिट कार्ड से लेनदेन करने से CIBIL स्कोर बनता है?
उत्तर: नहीं, CIBIL स्कोर केवल क्रेडिट गतिविधियों पर आधारित होता है, डेबिट कार्ड से कोई असर नहीं होता।
प्र.2: अगर मेरा कोई लोन नहीं है, तो क्या मेरा स्कोर होगा?
उत्तर: नहीं, बिना किसी क्रेडिट गतिविधि के आपका स्कोर NA/NH रहेगा।
प्र.3: क्या स्कोर तुरंत सुधरता है?
उत्तर: नहीं, सुधार में कुछ सप्ताह या महीने लग सकते हैं क्योंकि रिपोर्ट अपडेट होने में समय लगता है।
प्र.4: क्या क्रेडिट कार्ड बंद करने से स्कोर घट सकता है?
उत्तर: हां, खासकर अगर वह कार्ड पुराना हो और आपकी अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री को दर्शाता हो।
भारत में CIBIL के अलावा और कौन-सी क्रेडिट एजेंसियां हैं?
CIBIL तो सबसे ज्यादा जाना जाता है, लेकिन भारत में कुछ और कंपनियां भी हैं जो क्रेडिट रिपोर्ट बनाती हैं। इनमें Experian, Equifax और CRIF High Mark शामिल हैं। फिर भी, ज्यादातर बैंक और लोन देने वाली कंपनियां सबसे ज्यादा भरोसा CIBIL रिपोर्ट पर ही करती हैं।
क्या छात्रों और गृहिणियों का CIBIL स्कोर बन सकता है?
हां, यदि छात्र या गृहिणी के नाम पर क्रेडिट कार्ड या लोन है, तो उनका स्कोर भी बन सकता है। आजकल बहुत से बैंक स्टूडेंट्स के लिए भी सुरक्षित क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराते हैं जिससे उनकी क्रेडिट हिस्ट्री बनती है।
निष्कर्ष: CIBIL स्कोर ही है भविष्य का वित्तीय पासपोर्ट
CIBIL स्कोर एक तरह से आपकी वित्तीय सेहत का आईना है। यह सिर्फ लोन पाने के लिए नहीं, बल्कि आपके समग्र वित्तीय व्यवहार को दर्शाता है। अगर अभी आपका स्कोर कम है तो चिंता मत कीजिए, सही दिशा में प्रयास शुरू करें और 6-12 महीनों में आप इसे बेहतर बना सकते हैं।
याद रखिए, CIBIL स्कोर अच्छा रहेगा तो फाइनेंशियल आज़ादी और अवसर दोनों आपके साथ रहेंगे।
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