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सीपी राधाकृष्णन पर BJP का दांव होगा असरदार? क्या मिल जाएगी उपराष्ट्रपति की कुर्सी?
VP Candidate CP Radhakrishnan: NDA ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। उनके अनुभव और सांसदों के समर्थन के कारण उनकी जीत लगभग तय मानी जा रही है।
VP Candidate CP Radhakrishnan: देश की राजनीति में अब अगला बड़ा मुकाबला शुरू हो गया है! एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के लिए महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इस घोषणा के साथ ही मुकाबला दिलचस्प हो गया है क्योंकि कांग्रेस समेत 'इंडिया' गठबंधन के दल भी अपना अलग उम्मीदवार उतारने की तैयारी में हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर एनडीए और 'इंडिया' गठबंधन के बीच सीधी टक्कर होती है, तो जीत किसकी होगी?
क्यों है एनडीए उम्मीदवार मजबूत?
उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा, दोनों सदनों के सदस्य मतदान करते हैं। वर्तमान में लोकसभा की प्रभावी संख्या 542 है और राज्यसभा की 240 है (6 सीटें खाली हैं)। इस तरह कुल 781 सांसद चुनाव में हिस्सा ले सकते हैं। जीत के लिए 391 वोटों की जरूरत होगी। आंकड़ों की मानें तो एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को साफ बढ़त मिलती दिख रही है। लोकसभा में एनडीए के पास 293 सांसदों का समर्थन है। वहीं, राज्यसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन के पास 129 सदस्यों का समर्थन है। इन आंकड़ों को मिलाकर एनडीए को लगभग 422 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है, जो जीत के लिए जरूरी 391 के आंकड़े से कहीं ज्यादा है।
क्या विपक्ष दे पाएगा टक्कर?
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उम्मीद जताई है कि विपक्ष भी एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करेगा। हालांकि, कांग्रेस और 'इंडिया' गठबंधन के दल अपना अलग उम्मीदवार खड़ा करने पर विचार कर रहे हैं। ऐसे में अगर विपक्ष एकजुट होकर भी अपना उम्मीदवार खड़ा करता है, तो भी उनकी संख्या एनडीए से काफी कम होगी। उपराष्ट्रपति चुनाव में सीपी राधाकृष्णन की जीत लगभग तय मानी जा रही है। उनका अनुभव और भाजपा के पास मौजूद संख्याबल उन्हें इस मुकाबले में मजबूत स्थिति में रखता है। अब देखना यह है कि क्या 'इंडिया' गठबंधन कोई ऐसा मास्टरस्ट्रोक खेलता है जो समीकरण बदल सके, या फिर यह मुकाबला सिर्फ एक औपचारिकता बनकर रह जाता है।
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