TRENDING TAGS :
भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत! QUAD ने मिलकर किया पाकिस्तान के आतंकी चेहरे का पर्दाफाश, पहलगाम हमले की कड़ी निंदा
Quad Meeting 2025: क्वाड देशों ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की, पाकिस्तान का आतंकी चेहरा बेनकाब, आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता और इंडो-पैसिफिक में शांति का संकल्प।
India's big diplomatic victory QUAD jointly exposes Pakistan’s face of terror strongly condemns Pahalgam attack
Quad Meeting 2025: अमेरिका के वॉशिंगटन में क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई। इस बैठक में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की सभी ने एक साथ मिलकर निंदा की। बैठक में शामिल चारों देशों के विदेश मंत्रियों ने इस हमले को गलत और दुखद बताया।
आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता जताई
क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों ने एक संयुक्त बयान जारी किया है। इसमें कहा गया कि क्वाड आतंकवाद और हिंसा के हर रूप की कड़ी निंदा करता है, चाहे वह सीमापार से हो या कहीं से भी। सभी देशों ने मिलकर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर काम करने की बात कही है। बयान में 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की गई, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान चली गई थी, जबकि कई लोग घायल हुए थे।
क्वाड ने हमले के दोषियों को सजा देने और वैश्विक सहयोग की अपील
क्वाड देशों ने हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताई है और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की है। साथ ही, आतंकवादियों, उनके मददगारों और इस हमले की साजिश रचने वालों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग की गई है। बयान में सभी देशों से अपील की गई है कि वे कानून के अनुसार और संयुक्त राष्ट्र के नियमों के तहत आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में सहयोग करें।
क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के विदेश मंत्री 1 जुलाई को वॉशिंगटन में मिले। इस दौरान सभी ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को खुला और सुरक्षित बनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। सभी देशों ने कहा कि वे कानून, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए साथ मिलकर काम करेंगे।
सुरक्षा और विकास के लिए क्वाड का साझा संकल्प
बयान में कहा गया कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में हम चारों देश बड़ी समुद्री ताकत हैं और हमें विश्वास है कि समुद्री इलाकों में शांति और स्थिरता ही इस पूरे क्षेत्र की सुरक्षा और तरक्की की नींव है। हम चाहते हैं कि हर देश बिना किसी दबाव के अपना विकास कर सके। साथ ही, हम किसी भी ऐसी कोशिश का विरोध करते हैं, जो जबरन या दबाव डालकर स्थिति को बदलने की कोशिश करे।
विदेश मंत्रियों ने बताया कि उन्होंने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की चुनौतियों और संभावनाओं पर चर्चा की। यह भी तय किया गया कि क्वाड देश मिलकर अपने संसाधनों और ताकत का इस्तेमाल करेंगे ताकि इस क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और खुशहाली बढ़ाई जा सके। बयान में यह भी कहा गया कि क्वाड की ताकत और असर को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए चार नए अहम क्षेत्रों पर काम शुरू किया जाएगा। ये चार क्षेत्र हैं, समुद्री और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास और सुरक्षा, नई और अहम टेक्नोलॉजी, और मानवीय व आपातकालीन सहायता। इसके ज़रिए क्वाड देश मिलकर इस क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्याओं से निपटने में मदद करेंगे।
बता दें कि इससे पहले शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहलगाम हमले को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि भारत ने इस हमले का जोरदार जवाब दिया है। साथ ही उन्होंने साफ कहा कि अगर भविष्य में भी हमारी जमीन पर कोई आतंकी हमला होता है तो भारत उसका भी मजबूत और सही जवाब देगा।
Start Quiz
This Quiz helps us to increase our knowledge