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मुस्लिम मासूम बच्ची को उठा ले गए तालिबानी दरिंदे, चिल्लाती रही, माँ से लिपटकर रोती रही, ऐसा वीडियो जो आपको रोने पर मजबूर कर देगा
Viral Video: तालिबान राज में अफ़ग़ान महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार, 9 साल की बच्ची के अपहरण का वीडियो वायरल, शिक्षा और मानवाधिकारों की स्थिति चिंताजनक।
Viral Video: जब से तालिबान ने अगस्त 2021 में अफ़ग़ानिस्तान की सत्ता पर दोबारा कब्ज़ा किया है, तब से महिलाओं की स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर जाने की अनुमति नहीं है, वे नौकरी नहीं कर सकतीं, और शिक्षा भी केवल छठी कक्षा तक ही दी जा रही है। इससे आगे पढ़ने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। आए दिन सोशल मीडिया पर महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के वीडियो सामने आते रहते हैं। कभी किसी 15 साल की मासूम लड़की की शादी किसी बुजुर्ग से करवा दी जाती है, तो कभी अकेले बाहर निकलने पर महिलाओं को बेरहमी से पीटा जाता है।
9 साल की बच्ची को जबरन उठा ले गए हथियारबंद लोग
अब एक और दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ हथियारबंद लोग, जिन्हें तालिबानी बताया जा रहा है, एक 9 साल की बच्ची को जबरदस्ती उठाकर ले जाते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ लोग टोपी पहने हुए हैं, हाथों में बंदूकें हैं। वे बच्ची को जबरन खींच रहे हैं। बच्ची रोती है, चिल्लाती है, अपनी माँ से लिपट जाती है। माँ भी फूट-फूट कर रोती है लेकिन कुछ नहीं कर पाती। यह दृश्य बेहद दर्दनाक है, एक माँ अपनी संतान को अपनी आंखों के सामने दरिंदों के हाथों जाते हुए देख रही है, लेकिन कुछ करने में असमर्थ है। हालांकि अभी इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि वीडियो अफ़ग़ानिस्तान का ही है या नहीं। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और इसे अब तक 70,000 से अधिक लोग देख चुके हैं।
अफगानिस्तान की इस 9 साल की बच्ची की चीखें सुने ..
— 𝙼𝚛 𝚃𝚢𝚊𝚐𝚒 (@mktyaggi) July 7, 2025
इसकी शादी एक 50 साल के आदमी के साथ की जा रही है। अफगानिस्तान में शरीयत का कानून चलता है। जहां औरतों को कोई आजादी नहीं है।😡 pic.twitter.com/dW4noUncjv
सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं
वीडियो के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। एक यूज़र ने लिखा, कैसे हैवान हैं ये लोग, जो बच्चों को भी नहीं छोड़ते।दूसरे यूज़र ने कहा, यह शरीया के खिलाफ है, इस तरह की हरकत की इजाज़त इस्लाम नहीं देता। तीसरे ने लिखा, बहुत ही निंदनीय कृत्य है, यह मानवता को शर्मसार करता है। हालांकि कुछ यूज़र्स ने वीडियो को फर्जी भी बताया है। इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं हुई है कि यह अफ़ग़ानिस्तान का ही है या नहीं। इसमें व्यक्त किए गए विचार सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के निजी मत हैं। इससे न्यूज़ ट्रैक का कोई संबंध नहीं है।
अफ़ग़ान लड़कियों की पढ़ाई पर तालिबानी ताला
अगस्त 2021 में तालिबान के दोबारा सत्ता में आने के बाद से अफ़ग़ानिस्तान में महिलाओं के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं को शिक्षा, नौकरी, यात्रा और सार्वजनिक जीवन में भाग लेने से रोका जा रहा है। लगभग 11 लाख लड़कियाँ अब माध्यमिक शिक्षा से वंचित हैं। अफ़ग़ानिस्तान दुनिया का एकमात्र देश बन गया है जहां लड़कियों को छठी कक्षा के बाद स्कूल जाने की इजाज़त नहीं है। इससे देश की आधी आबादी का भविष्य अधर में लटक गया है।
78% अफ़ग़ान महिलाएं बेरोजगार, घरेलू हिंसा चरम पर
सिर्फ शिक्षा ही नहीं, बल्कि महिलाओं की आर्थिक और सामाजिक स्थिति भी काफी खराब हो चुकी है। 18 से 29 साल की उम्र की करीब 78% महिलाएं न तो पढ़ाई कर रही हैं, न काम कर रही हैं और न ही किसी तरह का प्रशिक्षण ले रही हैं। पुरुषों की तुलना में यह आंकड़ा चार गुना ज्यादा है। रोजगार के क्षेत्र में भी महिला भागीदारी सिर्फ 24.2% है, जबकि पुरुषों का प्रतिशत करीब 89% है। वहीं, घरेलू हिंसा के मामले बहुत ज्यादा हैं, और कुछ रिपोर्टों के अनुसार, 90% तक महिलाओं को कभी न कभी घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ा है। 2022 से 2024 के बीच कम से कम 840 हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें 332 हत्याएं शामिल हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में भी महिलाएं पीछे हैं, हर दिन औसतन 24 माताएं और 167 नवजात बच्चे प्रसव या इलाज की कमी से अपनी जान गंवा रहे हैं।
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