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History Of Pizza: कैसे एक साधारण रोटी बन गई पसंदीदा व्यंजन, जानिए पिज़्ज़ा का संपूर्ण इतिहास
Pizza Ka Itihas: इस लेख में हम पिज़्ज़ा के इतिहास, विकास और उसके वैश्विक प्रभाव पर विस्तृत जानकारी द
History Of Pizza: पिज़्ज़ा जिसे आज दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय और प्रिय खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है। यह केवल एक भोजन नहीं बल्कि आलीशानता का प्रतीक भी बन चुका है। इसकी खुशबू, स्वाद और विविधता इसे बच्चों, युवाओं और बड़ों की पहली पसंद बनाती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पिज़्ज़ा का इतिहास कहाँ से शुरू हुआ और यह कैसे दुनिया भर में प्रसिद्ध हुआ?
प्राचीन समय में पिज़्ज़ा
प्राचीन समय में भूमध्यसागरीय क्षेत्र की सभ्यताओं जैसे मिस्र, ग्रीस और रोम में लोग गेहूं और जौ के आटे से पतली रोटियाँ बनाते थे जिन्हें हर्ब्स, पनीर, तेल, प्याज और कभी-कभी दूध या दही जैसी सामग्री से सजाकर सेंका जाता था। प्राचीन ग्रीस में इसे ‘प्लाकोस’ कहा जाता था जिसमें हर्ब्स और चीज़ डाली जाती थी। जबकि रोमनों ने भी इसी परंपरा को अपनाया और इसे ‘पिट्टा’ या ‘प्लाकेंटा’ के नाम से जाना। रोम में ‘पैनिस फोकैशियस’ नामक फ्लैटब्रेड भी बनता था, जिसे आग पर सेंका जाता और उसमें हर्ब्स या ऑलिव ऑयल मिलाया जाता था, यही फोकाच्चा ब्रेड आधुनिक पिज़्ज़ा का पूर्वज माना जाता है। इसी तरह पर्शिया में छठी सदी ईसा पूर्व से रोटी पर खजूर और चीज़ डालकर बनाने की परंपरा थी। इन सभी फ्लैटब्रेड्स को त्योहारों और सामाजिक अवसरों पर खासतौर पर बनाया जाता था, लेकिन इन्हें आज के पिज़्ज़ा की तरह नाम नहीं मिला था। आधुनिक पिज़्ज़ा शब्द पहली बार 997 ईस्वी में दक्षिणी इटली के दस्तावेज़ों में दर्ज हुआ। सार्डिनिया में भी ‘Pane carasau’ जैसी पतली रोटियों के अवशेष 1000 ईसा पूर्व के पुरातात्विक स्थलों में मिले हैं जो इस परंपरा की प्राचीनता को दर्शाते हैं।
इटली में पिज़्ज़ा का विकास
पिज़्ज़ा की वास्तविक पहचान इटली के नेपल्स शहर से जुड़ी हुई है। पिज़्ज़ा का आधुनिक स्वरूप 18वीं शताब्दी में इटली के नेपल्स शहर में विकसित हुआ। प्रारंभ में इसे गरीबों का भोजन माना जाता था। क्योंकि लोग इसे बनाने के लिए रोटी पर लहसुन, तेल और बचे हुए सब्ज़ियों का इस्तेमाल करते थे। इसी दौर में मरीनारा पिज़्ज़ा का जन्म हुआ जिसमें टमाटर, लहसुन और ऑरिगेनो का उपयोग होता था। यह पिज़्ज़ा नेपल्स में बहुत लोकप्रिय हुआ और आज भी इसे पारंपरिक और खास पिज़्ज़ा के रूप में पहचाना जाता है।
मार्घेरिटा पिज़्ज़ा की उत्पत्ति
'मार्घेरिटा पिज़्ज़ा' का नाम 1889 में इटली की महारानी मार्घेरिटा के सम्मान में रखा गया। नेपल्स के पिज़्ज़ा निर्माता राफ़ेल एस्पोसिटो ने महारानी के लिए एक विशेष पिज़्ज़ा तैयार किय जिसमें टमाटर (लाल), मोज़ेरेला चीज़ (सफेद) और तुलसी (हरा) का इस्तेमाल किया गया। जो इटली के झंडे के रंगों को दर्शाता था। महारानी को यह पिज़्ज़ा बहुत पसंद आया और उसके बाद इसका नाम उनके नाम पर रखा गया। जहां पहले पिज़्ज़ा को गरीबों का भोजन माना जाता था इस घटना के बाद विलासता का प्रतिक बन गया समृद्ध वर्गों के बीच भी लोकप्रिय और सम्मानित हो गया। जिसके बाद इसकी प्रसिद्धि पूरे यूरोप और बाद में दुनिया भर में फैल गई।
अमेरिका में पिज़्ज़ा का प्रवेश
19वीं सदी के अंत में बड़ी संख्या में इतालवी प्रवासी अमेरिका के शहरों जैसे न्यूयॉर्क, शिकागो और बोस्टन में बसे और अपने साथ पिज़्ज़ा जैसी पारंपरिक रेसिपी भी लाए। शुरू में पिज़्ज़ा केवल इतालवी प्रवासी समुदाय के बीच लोकप्रिय था और आम अमेरिकी समाज में इसका ज्यादा चलन नहीं था। 20वीं सदी की शुरुआत में न्यूयॉर्क और शिकागो जैसे बड़े शहरों में पिज़्ज़ेरिया यानी पिज़्ज़ा की दुकानें खुलने लगीं। उदाहरण के लिए 1905 में न्यूयॉर्क में पहली लाइसेंस प्राप्त पिज़्ज़ेरिया खोली गई। धीरे-धीरे अमेरिकी लोगों ने पिज़्ज़ा में अपनी पसंद के अनुसार बदलाव किए और इसी प्रक्रिया में ‘न्यूयॉर्क स्टाइल’ और ‘शिकागो डीप डिश’ जैसी नई शैली विकसित हुई।
वैश्विक पहचान और भारत में आगमन
2017 में यूनेस्को ने नेपल्स की पिज़्ज़ा बनाने की पारंपरिक कला जिसे ‘Neapolitan Pizzaiuolo’ कहा जाता है, अपनी अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (Intangible Cultural Heritage) की सूची में शामिल की। यह शीर्षक सीधे पिज़्ज़ा व्यंजन के लिए नहीं बल्कि पारंपरिक पिज़्ज़ा बनाने की विधि और कला के लिए दिया गया। 20वीं सदी के बाद पिज़्ज़ा अमेरिका में व्यापक रूप से लोकप्रिय हुआ और वहां से धीरे-धीरे पूरे विश्व में इसकी प्रसिद्धि फैली। भारत में पिज़्ज़ा का आगमन 1996 में डोमिनोज़ पिज़्ज़ा के माध्यम से हुआ जिसने भारत में बड़े पैमाने पर पिज्ज़ा को लोकप्रिय बनाया।
अमेरिकी पिज़्ज़ा के रूप
न्यूयॉर्क स्टाइल पिज़्ज़ा - यह पतली क्रस्ट वाला पिज़्ज़ा होता है जिसे बड़े त्रिकोणीय स्लाइस में काटा जाता है। इसमें टमाटर सॉस और मोज़ेरेला चीज़ की मोटी परत होती है। इसे हाथ से मोड़कर खाना आम बात है और इसका क्रस्ट दोनों ओर से हल्का क्रिस्पी और अंदर से नरम होता है।
शिकागो डीप डिश पिज़्ज़ा - यह गहरी प्लेट में बनाया जाता है और इसका क्रस्ट मोटा तथा कुरकुरा होता है। इसमें भरपूर मात्रा में चीज़, टॉपिंग और टमाटर सॉस डाला जाता है। यह पिज़्ज़ा अधिकतम भरा हुआ होता है और एक तरह की पाई जैसा प्रतीत होता है।
कैलिफोर्निया स्टाइल पिज़्ज़ा - इसमें ताजे सब्ज़ियों, हर्ब्स और कभी-कभी विदेशी चीज़ों का उपयोग होता है। यह स्टाइल मुख्य रूप से आधुनिक पिज़्ज़ा प्रेमियों के लिए लोकप्रिय है जो विविध और अनूठे स्वाद पसंद करते हैं।
भारत के लोकप्रिय पिज्ज़ा
मार्घेरिटा पिज्जा - यह पिज्जा टमाटर सॉस, मोज़ेरेला चीज़ और तुलसी के साथ सरल और क्लासिक होता है। यह सबसे बेसिक और लोकप्रिय पिज्जा है।
पनीर बारबेक्यू पिज्जा - यह भारतीय स्वाद के अनुसार बनाया गया पिज्जा है जिसमें तंदूरी पनीर, बारबेक्यू सॉस, हरी मिर्च और मसाले होते हैं।
फार्महाउस पिज्जा - इसमें शिमला मिर्च, टमाटर, प्याज, जैतून, मकई और ऑरिगेनो जैसी ताजी सब्ज़ियाँ डाली जाती हैं।
चीज़ी पिज्जा - यह पिज्जा चीज़ बर्स्ट क्रस्ट के साथ आता है, जिसमें पिज्जा के क्रस्ट के अंदर भी खूब ज्यादा चीज़ भरी होती है।
मेसेक्सिकन ग्रीन वेव पिज्जा - इसमें ताजी सब्ज़ियाँ, चिली, हरी मिर्च, और मसालेदार स्वाद होते हैं, जो भारतीयों को खास पसंद आते हैं।
पनीर महाराजा पिज्जा - पनीर के साथ ज्यादा मसालेदार और तीखा पिज्जा, जो भारतीय स्वाद के अनुरूप है।
डबल चीज़ मार्घेरिटा - मार्घेरिटा का ही बढ़ा हुआ संस्करण, जिसमें दोगुनी मात्रा में चीज़ डाली जाती है।
भारत में लोकप्रिय क्रस्ट के प्रकार
भारत में पिज़्ज़ा विभिन्न शैलियों में उपलब्ध हैजो स्थानीय स्वादों और सामग्रियों के अनुसार बदलती रहती हैं। इनमें चीज़ बर्स्ट क्रस्ट शामिल है जिसमें पिज़्ज़ा के अंदर अतिरिक्त चीज़ भरी होती है। व्हीट थिन क्रस्ट, जो गेहूँ के पतले और हल्के क्रस्ट वाली होती है। पैन पिज़्ज़ा जिसमें मोटी और गहरी प्लेट जैसी परत होती है। और हैंड-टॉस्ड क्रस्ट जो हाथ से फेंककर बनाया जाता है और हल्का व मोटा होता है। ये विविधताएँ पिज़्ज़ा को हर उम्र और स्वाद के लोगों में बेहद लोकप्रिय बनाती हैं।
पिज़्ज़ा के लोकप्रियता के प्रमुख कारण
20वीं शताब्दी के मध्य तक पिज़्ज़ा ने दुनिया भर में अपनी खास पहचान बना ली थी। इसकी लोकप्रियता के पीछे कई कारण थे। सबसे पहले पिज़्ज़ा बनाना और खाना दोनों ही आसान हैं, जिससे यह सभी वर्गों में पसंद किया जाने लगा। दूसरा इसमें टॉपिंग्स, सॉस और सामग्रियों की असीम विविधता होती है, जिससे इसे हर व्यक्ति के स्वाद के अनुसार तैयार किया जा सकता है। तीसरा फास्ट फूड संस्कृति के बढ़ने के साथ पिज़्ज़ा जल्दी पकने वाला और स्वादिष्ट विकल्प बनकर उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रिय हुआ।
पिज़्ज़ा के ब्रांड
आज पिज़्ज़ा के कई अंतरराष्ट्रीय ब्रांड हैं जिनमें डोमिनोज़, पिज़्ज़ा हट और पापा जॉन्स शामिल हैं। ये ब्रांड केवल पिज़्ज़ा बेचने तक सीमित नहीं हैं बल्कि इनकी डिलीवरी सेवा, वैश्विक मार्केटिंग और विभिन्न प्रकार के स्वादों के कारण पिज़्ज़ा को एक ग्लोबल फूड आइकन बना दिया है।
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