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Etah News: 72 शहीदों की याद में निकाला अलम का जुलूस, श्रद्धा और सुरक्षा का समन्वय दिखाई दिया

Etah News: अलम-ए-मुबारक का यह जुलूस दोपहर बाद गंगा दरवाजा से आरंभ हो पारंपरिक छड़ और बुर्राक अलम भी जुलूस का हिस्सा रहे।

Sunil Mishra
Published on: 5 July 2025 7:38 PM IST
Etah News: 72 शहीदों की याद में निकाला अलम का जुलूस, श्रद्धा और सुरक्षा का समन्वय दिखाई दिया
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अलीगंज में या हुसैन की सदाओं से गूंज उठा अलीगंज मातम में डूबा अलम का जुलूस   (photo: social media )

Etah News: एटा जनपद के थाना अलीगंज क्षेत्र के कस्बे में मुहर्रम के अवसर पर हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत की याद में अलम का पारंपरिक जुलूस श्रद्धा और अनुशासन के साथ निकाला गया। ‘‘या हुसैन, या अली’’ की गूंज के बीच कस्बा मातमी माहौल में डूबा रहा।

अलम-ए-मुबारक का यह जुलूस दोपहर बाद गंगा दरवाजा से आरंभ हो पारंपरिक छड़ और बुर्राक अलम भी जुलूस का हिस्सा रहे। सैकड़ों अकीदतमंद काले वस्त्रों में, हाथों में अलम थामे, शांति और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने शांतिपूर्ण एवं अनुशासित ढंग से जुलूस में भाग लेकर शहीदों को खिराज-ए-अकीदत अर्पित किया तयशुदा मार्गों—मैन मार्केट से सिर झुकाए मातमी धुनों पर नौहा पढ़ते हुए जुलूस में भाग लिया।

सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतज़ाम

जुलूस की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरती। पूरे मार्ग की निगरानी ड्रोन कैमरों के माध्यम से की गई। जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती के साथ संदिग्ध वस्तुओं और गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी गई। किसी प्रकार की अफवाह या शरारत से निपटने के लिए पुलिस व प्रशासनिक अमला लगातार गश्त करता रहा।

प्रशासन रहा पूरी तरह सतर्क

मौके पर उप जिलाधिकारी अलीगंज जगमोहन गुप्ता, क्षेत्राधिकारी नीतिश गर्ग, तहसीलदार संजय कुमार, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक निर्दोष सिंह सेंगर व जेई इंतजार खां स्वयं मौजूद रहे और पूरे कार्यक्रम की निगरानी करते रहे। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और जरूरत के अनुसार दिशा-निर्देश दिए।

सामुदायिक सहभागिता से मिला सहयोग

इस अवसर पर बसपा नेता जुनैद मियां, हाफिज सूफीन, इमरान खान, जमाल खान, गुलजार, भोले, चमन और नदीम सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के प्रमुख लोग एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने मिल-जुलकर प्रशासन का सहयोग किया जिससे पूरा आयोजन शांति, अनुशासन और श्रद्धा के वातावरण में सम्पन्न हुआ प्रशासन की सटीक रणनीति और समुदाय की सजग सहभागिता ने यह सुनिश्चित किया कि मातम, अकीदत और अनुशासन से ओतप्रोत यह पारंपरिक आयोजन बिना किसी अव्यवस्था के संपन्न हो। अलम का यह जुलूस अलीगंज में आस्था और अमन का एक प्रेरणादायक प्रतीक बनकर उभरा।

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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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