Etawah News: कथावाचक से हुई अभद्रता पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने किया ट्वीट, कार्रवाई के लिए प्रशासन को दिया 3 दिन का टाइम

Etawah News: बकेवर की एक गांव में एक कथा वाचक और उसके सहयोगी के साथ अभद्रता और बाल काटे जाने के मामले को अखिलेश यादव ने गंभीरता से लेना शुरू कर दिया और प्रशासन को तीन दिन का अल्टीमेट दिया।

Ashraf Ansari
Published on: 23 Jun 2025 7:32 PM IST
SP Mukhia Akhilesh Yadav tweets on rudeness from Kathavachak, administration gives 3 days time for action
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 कथावाचक से हुई अभद्रता पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने किया ट्वीट, कार्रवाई के लिए प्रशासन को दिया 3 दिन का टाइम (Photo- Newstrack)

Etawah News: इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र के दादरपुर गांव में धार्मिक कार्यक्रम के दौरान कथावाचक मुकुट मणि सिंह यादव के सहयोगी के साथ बर्बरता का मामला सामने आया है। जातिगत पहचान को लेकर कुछ दबंगों ने कथावाचक की न सिर्फ पिटाई की, बल्कि सार्वजनिक रूप से उनका सिर मुंडवा दिया, बाल काटे, और महिला यजमान के पैरों में नाक रगड़वाने जैसी शर्मनाक हरकतें कीं। यह पूरी घटना वीडियो के रूप में सामने आई है, जिसने इलाके में सनसनी फैला दी है।

भागवत कथा में कथावाचक से हुई थी अभद्रता

मामले को लेकर कथावाचक मणि सिंह ने बताया कि वे 21 से 27 जून तक भागवत कथा के लिए गांव में आए थे। पप्पू बाबा नामक व्यक्ति ने उनकी बुकिंग कराई थी। भोजन के दौरान पप्पू बाबा ने कथावाचक से उनकी जाति पूछी, और यादव होने की जानकारी मिलने पर उन्हें कथित तौर पर दलित कहकर अपमानित किया गया। आरोप है कि उन्हें गालियां दी गईं और कहा गया कि “ब्राह्मणों के गांव में भागवत कथा करने की हिम्मत कैसे की।"

चार को पुलिस ने किया गिरफ्तार

बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने पूरे मामले को गंभीरता से लेना शुरू किया मामले की जांच पड़ताल की गई और चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। एसएसपी ने मुख्य आरोपी निक्की का नाम का भी जिक्र किया जो की बाल काटता हुआ दिखाई दिया था। इसमें पुलिस ने आशीष तिवारी, उत्तम अवस्थी, प्रथम दुबे उर्फ मनु दुबे, निक्की अवस्थी को गिरफ्तार किया।

अखिलेश ने प्रशासन को दिया तीन दिन का टाइम

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने x प्लेटफार्म पर एक वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा है कि इटावा के बकेवर इलाके के दान्दरपुर गांव में भागवत कथा के दौरान कथावाचक और उनके सहायकों की जाति पूछने पर पीडीए की एक जाति बताने पर, कुछ वर्चस्ववादी और प्रभुत्ववादी लोगों ने साथ अभद्र व्यवहार करते हुए उनके बाल कटवाए, नाक रगड़वाई और इलाके की शुद्धि कराई।

हमारा संविधान जातिगत भेदभाव की अनुमति नहीं देता है, ये व्यक्ति की गरिमा और प्रतिष्ठा से जीवन जीने के मौलिक अधिकार के विरुध्द किया गया अपराध है। सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ़्तारी हो और यथोचित धाराओं में मुक़दमा दर्ज़ किया जाए।

अगर आगामी 3 दिनों में कड़ी कार्रवाई नही हुई तो हम ‘पीडीए के मान-सम्मान की रक्षा’ के एक बड़े आंदोलन का आह्वान कर देंगे।

पीडीए के मान से बढ़कर कुछ नहीं!

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